बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की इस रिपोर्ट ने पोल खोल दी!
महाराष्ट्र के बदलापुर के एक स्कूल में दो नाबालिग़ बच्चियों के साथ यौन शोषण और अकोला में स्कूली छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटना सामने आई... जिसके बाद आम जनता ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया.... देखिए खास रिपोर्ट...
4पीएम न्यूज नेटवर्कः हाल ही में कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर से बलात्कार…. और हत्या का मामला सामने आया…. जिसने लोगों को झकझोर कर रख दिया…. वहीं ये मामला थमा ही नहीं था कि महाराष्ट्र के बदलापुर के एक स्कूल में दो नाबालिग़ बच्चियों के साथ यौन शोषण और अकोला में स्कूली छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटना सामने आई… जिसके बाद आम जनता ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया…. और लोगों ने दोषियों के ख़िलाफ़ सख़्त रुख़ अपनाया… और उनके लिए फांसी की मांग की…. लेकिन इस सभी घटनाओं पर मोदी सरकार ने कुछ भी नहीं बोला है…. मानो रेप करने वालों को बीजेपी से संरक्षण मिला हुआ है… बता दें कि देश में जबसे मोदी सरकार सत्ता में आई है… तबसे महिलाओं के उत्पीड़न के मामले सबसे अधिक बढ़े है… बीजेपी के सांसद और विधायक भी कई मामलों में संलिप्त पाए गए है… बावजूद इसके मोदी सरकार ने इन सभी नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की है… आपको बता दें योन शोषण के मामले को लेकर महिला पहलवानों ने जंतर-मंतर विरोध प्रदर्शन किया… लेकिन महिला पहलवानों को आज तक न्याय नहीं मिला… महिला सुरक्षा की बात करने वाले मोदी के जब मंत्री और विधायक, सांसद महिलाओं के साथ अत्याचार में संलिप्त हैं… तो महिलाओं को न्याय कहां मिलेगा… मोदी बेटी बचाओ… और बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं… लेकिन मोदी राज में बेटियां सुरक्षित नहीं है… लोगों के अंदर कानून का भय ही नहीं रहा है… आपको बता दें कि दो हजार चौदह से जब से मोदी सत्ता में आए हैं… तब से अब तक योन अपराधों के मामलों में भारी इजाफा हुआ है….
आपको बता दें कि पिछले दस सालों में नरेंद्र मोदी सरकार ने जोर-शोर से यह घोषणा की है कि वह “नारी शक्ति” का समर्थन करती है….. लेकिन महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचारों पर लगातार आंखें मूंद ली हैं…. जब ओलंपिक पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक….. और विनेश फोगट ने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख और छह बार भाजपा सांसद रहे बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया…. तो सत्ता प्रतिष्ठान ने महिला पहलवानों को न्याय से वंचित करने के लिए हर संभव प्रयास किया…. आज तक, मोदी ने इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रखी है….. जबकि महिला पहलवान सिंह को न्याय दिलाने के लिए व्यक्तिगत रूप से बड़ी कीमत चुकाकर लड़ाई जारी रखे हुए हैं…. यह तथ्य कि सिंह एक राजनीतिक दिग्गज हैं…. एक ताकतवर व्यक्ति जो अपने गृह क्षेत्र उत्तर प्रदेश में चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं….. सत्तारूढ़ पार्टी के लिए महिला खिलाड़ियों की दुर्दशा से कहीं अधिक मायने रखता है…. बता दें कि राज्य की तानाशाही ताकत का सबसे बेशर्म प्रदर्शन हाल ही में बिलकिस बानो मामले में देखने को मिला…. जब दो हजार दो में भाजपा शासित गुजरात में मुस्लिम विरोधी दंगों के दौरान ग्यारह लोगों ने गर्भवती मुस्लिम महिला बिलकिस बानो के साथ सामूहिक बलात्कार किया था…. एक लंबी कानूनी लड़ाई के बाद…. ग्यारह बलात्कारियों को दोषी ठहराया गया…. और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई…. और अगस्त दो हजार बाइस में एक चौंकाने वाले कदम में, गुजरात सरकार ने बलात्कारियों को “अच्छे व्यवहार” के आधार पर रिहा कर दिया…. वहीं रिहाई के आदेश को मोदी सरकार के गृह मंत्रालय ने आधिकारिक रूप से मंजूरी दे दी थी…. रिहा किए गए बलात्कारियों को माला पहनाई गई… ये मोदी की महिला सुरक्षा के दावे पर तमाचा है…
इसी माहौल के बीच एडीआर की एक रिपोर्ट सामने आई है…. जिसके अनुसार मौजूदा एक सौ इक्यावन विधायकों और सांसदों के ख़िलाफ़ महिला उत्पीड़न के मामले दर्ज हैं…. बता दें कि तीन सौ पन्नों की इस रिपोर्ट में कितने सांसदों, विधायकों पर महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध, बलात्कार के आरोप लगे हैं इसकी जानकारी है…. साथ ही ये भी जानकारी दी गई है कि कितने विधायक और सांसद किस पार्टी से हैं…. आपको बता दें कि इस रिपोर्ट के लिए एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच ने संयुक्त रूप से देश के कुल चार हजार आठ सौ नौ मौजूदा सांसदों और विधायकों में से चार हजार छः सौ तिरानबे के चुनाव आयोग को सौंपे गए हलफ़नामों का अध्ययन किया है…. इन हलफ़नामों से विधायकों और सांसदों ने अपने ख़िलाफ़ दर्ज किए गए अपराधों की जानकारी दी है…. इसमें सात सौ छिहत्तर मौजूदा सांसदों में से सात सौ पचपन और…. चार हजार तैंतीस विधायकों में से तीन हजार नौ सौ अड़तीस के हलफ़नामे शामिल हैं…. बता दें कि एडीआर और इलेक्शन वॉच ने ये जानकारी दो हजार उन्नीस से दो हजार चौबीस के बीच हुए उप-चुनावों समेत सभी चुनावों के दौरान दर्ज किए गए हलफ़नामों से जुटाई है…. आपको बता दें कि इस रिपोर्ट में विस्तार से जानकारी दी गई है कि किन सांसदों… और विधायकों पर महिला उत्पीड़न के अपराध दर्ज किए गए हैं…. इनमें महिला पर एसिड अटैक, बलात्कार, यौन उत्पीड़न, छेड़छाड़, किसी महिला को निर्वस्त्र करने के उद्देश्य से उस पर हमला करना….. किसी महिला का पीछा करना…. वेश्यावृत्ति के लिए नाबालिग़ लड़कियों को खरीदना और बेचना….. पति या ससुराल के रिश्तेदारों के हाथों महिला का उत्पीड़न, इरादतन किसी शादीशुदा महिला को जबरन रोकना या अगवा करना…. महिला की सहमति के बिना जबरन उसके साथ रहना, पहली पत्नी के रहते अन्य महिला से शादी करना और दहेज हत्या शामिल है…. रिपोर्ट के मुताबिक सात सौ पचपन सांसदों और तीन हजार नौ सौ अड़तीस विधायकों में से एक सौ इक्यावन विधायकों…. और सांसदों ने अपने हलफ़नामे में महिला उत्पीड़न से जुड़े दर्ज अपराधों की जानकारी दी है…. इसमें सोलह मौजूदा सांसद और एक सौ पैंतीस मौजूदा विधायक शामिल हैं…. वहीं नेताओं के द्वारा हलफ़नामे में जिन अपराधों की बात की गई है… उनमें बलात्कार, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार, छेड़छाड़, वेश्यावृत्ति के लिए नाबालिग़ लड़कियों की खरीदना- बेचना, घरेलू हिंसा जैसे अपराध शामिल हैं….
आपको बता दें कि कुल एक सौ इक्यावन जन प्रतिनिधि जिनपर महिला हिंसा से जुड़े अपराध के मामले चल रहें हैं…. उनमें से किस पार्टी के कितने प्रतिनिधि हैं इसकी भी जानकारी एडीआर और इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट में दी गई है…. इसमें एक सौ पैंतीस विधायक हैं…. जबकि सोलह सांसद हैं जिनके ख़िलाफ महिला अपराध के मामले चल रहे हैं….. कुल मिलाकर देखा जाए तो इसमें सबसे ज़्यादा चौव्वन बीजेपी के जन प्रतिनिधि हैं…. लेकिन मोदी को इन सभी रिपोर्ट से कोई फर्क नहीं पड़ता है… ऐसे में सवाल बनता है कि जब मंचों से महिला सुरक्षा की बात करने वाले मोदी के परिवार वालों से ही जब महिलाएं सुरक्षित नहीं है… तो बाहरी लोगों से महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी भाजपा इमानदारी से कैसे निभा सकती है… इस बीच महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने कहा है कि लड़कियों के खिलाफ अपराध करने वालों को नपुंसक बना देना चाहिए…. एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने कहा कि जो लोग हमारी लड़कियों पर हाथ डालते हैं…. उन्हें कानून से ऐसी सजा मिलनी चाहिए कि वो दूसरी बार अपराध करने की न सोचें….. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि मेरी भाषा में कहें तो, मैं कहूंगा कि उन्हें नपुंसक कर दिया जाना चाहिए…. ताकि अपराध को दोहराया न जाए…. इतने बेकार लोगों के साथ ऐसा ही किया जाना चाहिए….
वही शिवसेना-यूबीटी के मुखपत्र ‘सामना’ में अपने आर्टिकल में संजय राउत ने बदलापुर की घटना को लेकर महायुति सरकार को घेरा…. राउत ने कहा कि महाभारत में जब द्रौपदी का चीरहरण हो रहा था तब दरबार में हर 56 इंच की छाती वाले गर्दन झुकाए बैठे थे….. आज भारत की बहू-बेटियों, महिलाओं के साथ भी यही हो रहा है….. बदलापुर में नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म का मामला विचलित करने वाला है…. इस मामले में बीजेपी की महिला मंडल भी शांत ही है…. गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस सफाई दे रहे हैं…. क्यों? और किसके लिए?…. राउत ने आगे कहा कि कोलकाता के एक सरकारी मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप किया गया…. और बाद में उसकी हत्या कर दी गई…. इसका असर पूरे देश में हुआ…. इस घटना को निमित्त बनाकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को घेरने की कोशिश स्पष्ट नजर आ रही है…. पीड़िता के लिए न सिर्फ बंगाल में, बल्कि पूरे देश के डॉक्टर आंदोलन कर रहे हैं…. डॉक्टर महिला के लिए वकील, शिक्षक वर्ग भी सड़कों पर उतर आए…. सुप्रीम कोर्ट ने भी घटना पर स्वत: संज्ञान लिया… और मामले की तत्काल सुनवाई का आदेश दिया…. इस देश का समाज इतना जागरूक है…. यह देखकर मन गदगद हो जाता है…. लेकिन क्या ये सारी मंडली और संस्थाएं, प्रदेश, सरकारें राजनीतिक सुविधा देखकर जागरूक होती हैं….
आपको बता दें कि संजय राउत ने आरोप लगाते हुए कहा कि जहां-जहां बीजेपी की सरकारें हैं… वहां-वहां हर जगह महिलाओं पर अत्याचार, रेप के मामले घृणित तरीके से सामने आए… और उस पर बीजेपी और उसके महिला मोर्चा ने कभी भी अपना मुंह नहीं खोला…. कोलकाता के रेप मामले की प्रतिक्रिया देश में उमड़े इसके पीछे बीजेपी की मशीनरी योजनाबद्ध तरीके से काम करती है…. लेकिन महाराष्ट्र के बदलापुर, उरण, उत्तर प्रदेश के हाथरस, उन्नाव जैसे मामलों पर बीजेपी और उसका नेतृत्व चुप्पी साध लेता है…. राउत ने रेस्लर के प्रदर्शन का मुद्दा भी उठाया और कहा कि पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक समेत कई महिला पहलवानों ने अपने खिलाफ यौन उत्पीड़न को लेकर आवाज उठाने की कोशिश की…. दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया…. लेकिन मोदी और उनकी सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की…. मानो रेप को मोदी सरकार ने शाही मान्यता ही दी हो….. राउत ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े रेपिस्ट प्रज्वल रेवन्ना के लोकसभा प्रचार के लिए पीएम मोदी कर्नाटक गए…. और अपने लाडले को शाबाशी दी…. वहीं गुरमीत राम रहीम बाबा भाजपा के खास प्रिय हैं…. रेप और हत्या के आरोप में ये बाबा जेल में हैं… और कोर्ट ने इस मामले में उन्हें उम्रकैद की सजा सुनाई है…. पिछले डेढ़ साल में ये बाबा कम से कम सत्रह बार पैरोल पर बाहर आए…. और उनके जन्मदिन के साथ-साथ लोकसभा, पंजाब, हरियाणा चुनावों के दौरान सरकार इन बाबा पर मेहरबानी करती है…. और वे बड़ी छुट्टी पर बाहर आते हैं…. अगर कांग्रेस के राज्य में ऐसा होता तो स्मृति ईरानी छाप नेता ने सड़कों पर उतरकर हंगामा कर दिया होता…. फिलहाल, आसाराम बापू भी पैरोल पर ही हैं…. वाराणसी एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री का स्वागत भाजपा के जो पदाधिकारी करते हैं…. वो आगे चलकर रेप के आरोपी बनते हैं…. भाजपा के विकृत चरित्र की ऐसी कितनी कहानियां बताई जाएं…. फिर भी भाजपा के महिला मंडल विरोधियों के घर की बहू-बेटियों पर नजर रखते हैं…. इन बहू-बेटियों पर अत्याचार होने का हल्ला मचाकर सोशल मीडिया पर बदनामी मुहिम छेड़ते हैं…. राष्ट्रवादी कांग्रेस की नेता विद्या चव्हाण की बहू का मामला भी भाजपा की महिला मंडल ने इसी तरह संभाला….. लेकिन खुद भाजपा के दीये तले पसरे हुए अंधेरे का क्या…. वहीं देश में हो रही लगातार महिलाओं के साथ घटनाएं मोदी सरकार पर सवालिया निशान लगा रही है…