बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा के इस बयान से एक बार फिर विवाद खड़ा हो रहा हैं.
सुष्मिता मिश्रा
बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा अपने बयानों के कारण हमेशा विवादों में रहती हैं एक बार फिर अपने बयानों की वजह से चर्चा में आई हैं इस बार साध्वी प्रज्ञा के बयान से एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। रविवार को भोपाल में एक कार्यक्रम के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि हिंदुओं के मंदिरों का धन अल्पसंख्यकों और विरोधियों के पास जा रहा है। उन्होंने इसके पीछे तर्क दिया, क्योंकि मंदिरों और मठ सरकार के संरक्षण में होते हैं, कलेक्टर उसका अध्यक्ष होता है। उन्होंने कहा हम मुहिम चलाएंगे ताकी हिंदू मंदिरों पर सरकार का संरक्षण खत्म हो।
प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि वह मंदिरों और मठ को सरकार के नियंत्रण से मुक्त करने के लिए विरोध प्रदर्शन करेंगी। उन्होंने प्रयागराज में आयोजित कुंभ मेले के दौरान गठित भारत भक्ति अखाड़ा मंदिरों को इस प्रदर्शन में सहयोग देने की अपील की।
बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि हमारे स्थान (मंदिर और मठ) सरकारों के कब्जों में रहते हैं, उन्हीं के संरक्षण में रहते हैं। जिलाधिकारी उसका अध्यक्ष होता है। हिंदुओं के मंदिर का जो धन एकत्रित होता है, बड़े-बड़े मंदिरों का जो धन है, वो अल्पसंख्यकों को जाता है, विधर्मियों को चला जाता है। उन्होंने कहा कि भारत भक्ति अखाड़ा इसका विरोध करता है और इसके लिए संघर्ष करेगा, आंदोलन करेगा और सरकार से ये आवेदन करेगा कि जितने भी हमारे मंदिर हैं, वे सरकार के संरक्षण से मुक्त हों।
उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म मानने वाले लोग खुद अपने मंदिरों का संरक्षण भी कर सकते हैं और उनका विकास भी कर लेंगे। ठाकुर ने कहा कि मंदिरों में दान के रूप में मिले पैसों को हिंदुओं के विकास में ही लगना चाहिए। ये भारत भक्ति अखाड़े का उद्देश्य है और इसको पूरा करेंगे।
भोपाल सांसद ने कहा कि यहां के सिटी प्लाजा में भारत भक्ति अखाड़ा का दफ्तर बनाया है, यहीं से इसकी गतिविधियां कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि इस अखाड़े के जरिए धर्म का प्रचार और प्रसार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके जरिए धर्म की रक्षा से जुड़े कार्यक्रम किए जाएंगे, लोगों के दिलों में राष्ट्रभक्ति जगाई जाएगी।