इस बार लोकतंत्र एवं संविधान बचाने का चुनाव है: राहुल गांधी

चुनाव जीतने के बाद होगा प्रधानमंत्री पद पर फै सला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र जारी होने के कहा कि यह देश, लोकतंत्र एवं संविधान बचाने का चुनाव है तथा विपक्षी गठबंधन इंडिया की तरफ से प्रधानमंत्री कौन होगा, इस बारे में घटक दल चुनाव में जीत के बाद मिलकर फैसला करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यह चुनाव संविधान और लोकतंत्र को नष्ट करने का प्रयास करने वालों और संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा करने का प्रयास करने वालों के बीच है।
राहुल गांधी नेे कहा, यह चुनाव बुनियादी रूप से अलग है। मुझे नहीं लगता कि संविधान और लोकतंत्र को इतना खतरा पहले कभी था, जितना आज है। उन्होंने दावा किया, एक तरफ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संविधान और लोकतंत्र पर आक्रमण कर रहे हैं, संस्थाओं पर कब्जा कर रहे हैं। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन है जो लोकतंत्र एवं संविधान की रक्षा करने के लिए है… यह देश, संविधान और लोकतंत्र बचाने का चुनाव है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, यह समझना होगा कि हिंदुस्तान के राजनीतिक ढांचे में क्या हो रहा है। आरएसएस, भाजपा और खासकर नरेन्द्र मोदी जी ने क्या बुनियाद बनाई है, सबसे पहले यह समझना होगा। उन्होंने दावा किया कि यह एकाधिकार सीबीआई और ईडी जैसी तमाम संस्थाओं पर कब्जा करके कायम किया गया है। राहुल गांधी के अनुसार, यह सारी जानकारी चुनावी बॉण्ड के जरिए सामने आ गई है।

मोदी ने पूरे विपक्ष को चुनावी बॉण्ड के जरिए चार्जशीट पकड़ा दी

उन्होंने दावा किया, नरेन्द्र मोदी ने पूरे विपक्ष को चुनावी बॉण्ड के जरिए एक चार्जशीट पक ड़ा दी है। इसलिए नरेन्द्र मोदी को थोड़ा डर लग रहा है। ऐसे में वह 400 पार की बात कर रहे हैं। उन्हें लग रहा है कि कहीं 180 या 160 हुआ तो नैया डूब जाएगी। विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के चेहरे के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने क हा, विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) में फैसला किया गया है कि हम विचारधारा के आधार पर एकजुट होकर चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव के बाद सभी मिलकर फैसला करेंगे कि प्रधानमंत्री कौन होगा।

चुनाव के नतीजे 2004 की तरह होंगे

उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि इस बार भी चुनाव के नतीजे 2004 की तरह होंगे। राहुल गांधी ने कहा, कृपया एक बात याद रखेंउ जब वाजपेई जी प्रधानमंत्री थे, तब प्रेस द्वारा ऐसी ही भावना पैदा की गई थी जैसी आज है। उस समय इंडिया शाइनिंग (भारत उदय) अभियान था… लेकिन याद रखें कि इंडिया शाइनिंग अभियान का क्या हुआ और यह भी याद रखें कि वह अभियान किसने जीता था।

असम माक पा ने भाजपा पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया

माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की असम इकाई ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण करने के बहाने राज्य सरकार की योजना के लाभार्थियों का आंकड़ा एकत्र करके आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन किया है। पार्टी ने आरोप लगाया कि सर्वेक्षण के नाम पर राज्य भर में भाजपा द्वारा जो फॉर्म वितरित किए जा रहे हैं, उनमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा की तस्वीरें हैं, और लोगों को योजनाओं में शामिल करने का आश्वासन दिया गया है, जो सरकार का नीतिगत मामला है। इस संबंध में मुख्य निर्वाचन अधिकारी को लिखे पत्र में माकपा के प्रदेश सचिव सुप्रकाश तालुकदार ने आग्रह किया है कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सत्ता में मौजूद पार्टी अपने पद का दुरुपयोग न करें। वाम दल ने कहा कि भाजपा सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण के नाम पर विभिन्न संसदीय क्षेत्रों में आवेदन पत्र वितरित कर रही है। भाजपा ने ओरुनोदोई योजना का विस्तार करने और राशन कार्ड रखने वाले प्रत्एक परिवार के आवेदकों के नाम अपनी लाभार्थी सूची में शामिल करने का वादा किया है।

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