15 जुलाई तक लगभग सात सौ से अधिक ट्रेनें की गई रद्द

नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ जैसे हालातों के कारण यातायात भी काफी प्रभावित हो रहा है।
बाढ़ जैसे हालातों के कारण रेलवे ट्रेक की पटरियों पर भी पानी भर गया है। जिसे देखते हुए रेलवे ने 7 जुलाई से 15 जुलाई के बीच लगभग 300 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द कर दी हैं। इसके साथ ही रेलवे ने 406 पेसेंजर ट्रेनें भी रद्द कर दी हैं। इन ट्रेनों के रद्द होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, दूसरी तरफ रेलवे ने कहा कि पटरियों में जलभराव होने के कारण 7 जुलाई से 15 जुलाई के बीच 600 से अधिक मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। जिसके कारण लगभग 500 यात्री ट्रेनें भी प्रभावित हुई है।
उत्तर पश्चिम भारत में शनिवार से तीन दिनों तक लगातार बारिश हुई, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई इलाकों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश दर्ज की गई।
इसके परिणामस्वरूप नदियाँ, खाडिय़ाँ और नाले उफान पर आ गए जिससे बुनियादी ढांचे को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुँचा और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में आवश्यक सेवाएँ बाधित हो गईं।
उत्तर रेलवे, जो इस क्षेत्र की आपूर्ति करता है, ने लगभग 300 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द कर दिया है, 100 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट कर दिया है और 191 अन्य का मार्ग बदल दिया है। अधिकारियों ने कहा कि इसकी लगभग 67 ट्रेनें भी कम हो गई हैं। उन्होंने बताया कि भारी जलभराव के कारण उत्तर रेलवे ने भी 406 यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया, 28 ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया, 56 ट्रेनों को शॉर्ट-ऑरिजिनेट किया और 54 ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट किया।

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