घोसी विस उपचुनाव में सपा-भाजपा में कड़ी टक्कर
- नामांकन में जुट रही भीड़, दलित मतदाता होंगे निर्णायक
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। मऊ जिले की घोसी विधानसभा क्षेत्र में 5 सितंबर को होने वाले मतदान में भाजपा और सपा के बीच कांटे का मुकाबला होने के आसार हैं। बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस ने उप चुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारा है। अगड़े तथा पिछड़े मतदाता भाजपा व सपा में बंटने से दलित मतदाता निर्णायक भूमिका अदा करेंगे। घोसी के राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मतदान के दिन तक जो भी राजनीतिक दल दलित वोट बैंक को साधने में सफल रहा बाजी उसी के हाथ लगेगी।
घोसी उप चुनाव में भाजपा ने सपा छोडक़र पार्टी में शामिल हुए पूर्व विधायक एवं मंत्री दारा सिंह चौहान को ही प्रत्याशी बनाया है। वहीं सपा ने क्षत्रिय समाज के सुधाकर सिंह पर दांव लगाया है। सुधाकर सिंह 2017 में सपा के टिकट पर चुनाव लडक़र तीसरे और 2019 में निर्दलीय चुनाव लडक़र दूसरे स्थान पर रहे थे। बृहस्पतिवार को नामांकन के अंतिम दिन तक कुल 17 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है। घोसी की कुल आबादी करीब 7,02,235 है। उप चुनाव में 4,30,391 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इनमें 2,31,536 पुरूष और 1,98,825 महिला मतदाता है। क्षेत्र में सर्वाधिक करीब 90 हजार दलित मतदाता हैं। इनमें चमार, जाटव, धोबी, खटीक, पासी के मतदाता अधिक हैं। क्षेत्र में करीब 95 हजार मुस्लिम मतदाता बताए जाते हैं इनमें से 50 हजार से अधिक अंसारी हैं। पिछड़े वर्ग में 50 हजार राजभर, 45 हजार नोनिया चौहान, करीब 20 हजार मल्लाह निषाद, 40 हजार यादव, 5 हजार से अधिक कोइरी और करीब 5 हजार प्रजापति समाज के मतदाता हैं। अगड़ी जातियों में 15 हजार से अधिक क्षत्रिय, 20 हजार से अधिक भूमिहार, 8 हजार से ज्यादा ब्राह्मण और 30 हजार वैश्य मतदाता हैं।
नामांकन के अंतिम दिन 13 प्रत्याशी मैदान में उतरे
मऊ की घोसी सीट पर होने वाले विधानसभा के उपचुनाव के लिए बृहस्पतिवार तक 17 प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। बृहस्पतिवार को नामांकन के आखिरी दिन 13 प्रत्याशियों ने अपना पर्चा दाखिल किया। इनमें समाजवादी पार्टी के सुधाकर, पीस पार्टी के सनाउल्लाह, बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रवेंद्र प्रताप सिंह, जन अधिकार पार्टी के अफरोज, निर्दलीय चंद्रजीत, निर्दलीय अरविंद कुमार चौहान, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) के अरविंद कुमार चौहान, निर्दलीय विनय कुमार, निर्दलीय रमेश, पीस पार्टी के सलाउद्दीन, निर्दलीय अरविंद कुमार राजभर, निर्दलीय रामअवतार और अवामी पिछड़ा पार्टी के इस्माइल अंसारी शामिल हैं। वहीं बुधवार तक चार लोगों ने नामांकन किया था, जिनमें भारतीय जनता पार्टी के दारा सिंह चौहान, जनराज्य पार्टी के सुनील चौहान, आम जनता पार्टी (सोशलिस्ट) के राजकुमार चौहान और जनता क्रांति पार्टी (राष्ट्रवादी) के मुन्नी लाल चौहान शामिल हैं। बता दें कि चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक 18 अगस्त को नामांकन पत्रों का परीक्षण होगा, जबकि 21 अगस्त को नामांकन पत्र वापस लिए जा सकेंगे। उपचुनाव के लिए पांच सितंबर को मतदान होगा, जबकि आठ सितंबर को मतगणना का कार्यक्रम है।