विधानसभा में मणिपुर हिंसा को लेकर हंगामा, कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित
लखनऊ। यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम जनहित के सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं। वहीं, सदन पहुंचे सपा कार्यकर्ताओं ने महंगाई और मणिपुर हिंसा के मामले पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यूपी विधानसभा में मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने निंदा प्रस्ताव की मांग की जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने ठुकरा दिया। इस पर विधानसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया। जिसके बाद करीब एक बजे सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सपा नेताओं द्वारा मणिपुर हिंसा पर निंदा प्रस्ताव की मांग को लेकर यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि सभी नेता अपने-अपने क्षेत्रों की चिंता करें और वहां से संबंधित सवाल उठाएं। उन्होंने कहा कि किसी अन्य राज्य में हो रही हिंसा की चर्चा यहां नहीं हो सकती है। सभी सदस्यों से अनुरोध है कि अपने-अपने क्षेत्रों से संबंधित प्रश्न उठाइए।
यूपी विधानमंडल में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने मणिपुर में हो रही हिंसा पर निंदा प्रस्ताव पास करने की मांग की। अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे देश के एक राज्य में हिंसा हो रही है क्या हम उसकी निंदा भी नहीं कर सकते। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हम दूसरे राज्यों की चर्चा नहीं कर सकते। जिस पर अखिलेश ने कहा कि क्या इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बयान नहीं जारी कर सकते। उन्हें इस पर बोलना चाहिए और मणिपुर में हो रही हिंसा पर निंदा करनी चाहिए।
सोमवार को सत्र के पहले दिन सपा के विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिन्हा टमाटर की माला पहनकर साइकिल से विधानसभा पहुंचे। उन्होंने टमाटर के लगातार बढ़ते दामों को लेकर सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महंगाई लगातार बढ़ती जा रही है। इससे आम लोगों के लिए अपना घर चलाना मुश्किल हो गया है। इस समय खुदरा बाजार में टमाटर के दाम 200 से प्रति किलो से भी ज्यादा हो गए हैं। सपा कार्यकर्ता विधानभवन के सामने चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास प्रदर्शन करते रहे।
सपा नेताओं ने विधानभवन में मणिपुर में हो रही हिंसा पर चर्चा करने की मांग की और जमकर नारेबाजी करते रहे। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि हम दूसरे राज्यों की चर्चा सदन में नहीं कर सकते हैं। अभी आप कह रहे हैं कि मणिपुर की चर्चा करो। कल कोई कहेगा कि बंगाल में हुई हिंसा की चर्चा करो या केरल की चर्चा करो…। इससे गलत परंपरा की शुरुआत होगी। इसके बाद उन्होंने सदन के दिवंगत सदस्यों को श्रद्घांजलि देने की कार्यवाही शुरू की। इस पर सभी सदस्य शांत हो गए और अपने-अपने स्थानों पर बैठ गए। हालांकि, हंगामे के कारण विधान परिषद की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।