यूपी विधान सभा चुनाव के पहले चरण का मतदान
सर्दी बेअसर, मतदाताओं का जोश हाई
- दोपहर एक बजे तक 35.03 फीसदी मतदान
- बूथों पर उमड़े मतदाता, 58 सीटों पर वोटिंग
- कुछ स्थानों में ईवीएम में गड़बड़ी से मतदान बाधित
- दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर, मतदाता को धमकाने पर मुकदमा दर्ज
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। यूपी विधान सभा चुनाव के पहले चरण के मतदान को लेकर मतदाताओं का जोश हाई दिखा। सर्दी और कोहरे के बीच आज सुबह से ही मतदान केंद्रों पर लोगों की लंबी कतारें लगी रहीं। पहले चरण में 11 जिलों के 58 विधान सभा क्षेत्र के लिए वोटिंग हो रही है। प्रदेश की योगी सरकार के नौ मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। कई स्थानों में ईवीएम में गड़बड़ी के कारण कुछ देर के लिए मतदान बाधित रहा। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
यूपी विधान सभा चुनाव 2022 के पहले चरण के मतदान में 11 जिलों के वोटर सुबह से ही मतदान केन्द्रों पर अपने अधिकार का प्रयोग करने पहुंचे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 58 सीटों पर हो रहे मतदान में पहले चार घंटे में 20.03 प्रतिशत मतदान हुआ। दोपहर एक बजे तक औसत मतदान 35.03 फीसदी तक पहुंच गया। आगरा में केन्द्रीय कानून राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल और मुजफ्फनगर में केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान ने वोट डाला। शामली में सपा व राष्टï्रीय लोकदल के प्रत्याशी पर दलित समाज पर दबाव बना कर वोट डलवाने के आरोप में पुलिस ने जिला पंचायत सदस्य उमेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। कुछ बूथों से ईवीएम में खराबी के कारण मतदान देर से शुरू हुआ। मेरठ में ईवीएम में खराबी के कारण मतदाताओं को इंतजार करना पड़ा। पहले चरण के चुनाव में जहां भाजपा के सामने 2017 के प्रदर्शन को दोहराने की चुनौती है तो वहीं सपा-रालोद गठबंधन भी पहले चरण से ही बढ़त बनाने के लिए जोर आजमाइश में लगा है। बसपा व कांग्रेस भी पूरे दमखम से चुनाव मैदान में है। मतदान को देखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।
पहला चरण
- कुल सीटें : 58
- कुल मतदाता : 2.28 करोड़
- पुरुष मतदाता : 1.24 करोड़
- महिला मतदाता : 1.04 करोड़
- थर्ड जेंडर मतदाता : 1,448
- कुल प्रत्याशी : 623
- महिला प्रत्याशी : 73
मतदान के बहिष्कार से हडक़ंप
बुलंदशहर। डिबाई थाना क्षेत्र के नगला भूड़ गांव में सडक़ और पुल न बनने से नाराज ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया, जिसके बाद पुलिस और प्रशासनिक अफसरों में हडक़ंप मच गया। हालांकि अफसरों और प्रत्याशियों के समझाने के बाद ग्रामीण मान गए और मतदान शुरू हुआ।
सपा ने गरीब मतदाताओं को बूथ से भगाने का लगाया आरोप
शामली। सपा ने आरोप लगाया है कि कैराना में गरीब वर्ग के मतदाताओं को डरा धमका कर वोट की लाइन से वापस भगाया जा रहा है। पार्टी ने निर्वाचन आयोग से मामले का संज्ञान लेते हुए भयमुक्त और निष्पक्ष मतदान कराने की मांग की है। सपा के आरोपों पर निर्वाचन आयोग ने संज्ञान लिया है।
ईवीएम में खराबी पर सपा प्रमुख अखिलेश ने उठाए सवाल, कहा
- निष्पक्ष मतदान कराना आयोग की जिम्मेदारी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ईवीएम में खराबी को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से अपील है और साथ ही अपेक्षा है कि जहां भी ईवीएम खराब होने या जानबूझकर मतदान धीमे कराए जाने के आरोप लग रहे हैं, उन मतदान केंद्रों पर वो तत्काल यथोचित कार्रवाई करे। ‘सुचारू और निष्पक्ष मतदान’ चुनाव आयोग की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
यूपी को विकास की ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए भाजपा सरकार जरूरी: मोदी
- अपराधियों को भेजा जा रहा जेल, कानून व्यवस्था को किया गया मजबूत
- गरीबों, किसानों और महिलाओं के हित में काम किया है प्रदेश सरकार ने
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
सहारनपुर। जनपद के रिमाउंट डिपो मैदान में पीएम नरेन्द्र मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र के लोगों ने ठान लिया है कि जो यूपी को विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाएगा उसको ही वोट देंगे। जो यूपी को दंगा मुक्त रखेगा, उसे वोट देंगे। दंगों के खेल फिर से नहीं आने देना है। जो हमारी बहन बेटियों को भय मुक्तरखेगा, उसे ही वोट देंगे। जो अपराधियों को जेल भेजेगा, उसे ही वोट देंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने यूपी चुनाव के लिए जो घोषणा पत्र जारी किया है, वह लोक कल्याण का संकल्प पत्र है। डबल इंजन की सरकार जो काम कर रही है, उसके लिए भाजपा सरकार जरूरी है। गरीबों को पीएम आवास योजना के घर मिलते रहें, अच्छे अस्पतालों में पांच लाख तक की मुफ्त चिकित्सा सुविधा मिलती रहे, छोटे किसानों के बैैंक खाते में पीएम किसान सम्मान निधि योजना का पैसा सीधे पहुंचता रहे, गरीबों को महामारी के समय मुफ्त राशन मिलता रहे, इसके लिए भी यूपी में भाजपा सरकार जरूरी है।
उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि गरीबों को कोरोना काल खंड में वैक्सीन मुफ्त लगने में दिक्कत न हो, इसके लिए यूपी में भाजपा सरकार जरूरी है क्योंकि घोर परिवारवादी लोग सरकार में होते तो वैक्सीन रास्ते में ही बिक जाती और जनता कोरोना के भय से आशंकित होकर जीवन-मृत्यु की लड़ाई लडऩे को मजबूर हो जाती। योगी की सरकार यूपी के अलग अलग जिलों को अच्छी सडक़ों से जोड़ रहे हैं। यूपी की कनेक्टिविटी बढ़ा रहे हैं। गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे, दिल्ली यमुनोत्री हाइवे, दिल्ली सहारनपुर फोरलेन, सहारनपुर एयरपोर्ट, यूपी में इतने बड़े-बड़े काम पहले कभी नहीं हुए।