सभी एक सुर में बोले- हम एक हैं

  • सर्वदलीय बैठक में सरकार के साथ पूरा विपक्ष एकजुट
  • कांग्रेस, राजद, बीजद समेत सभी दल रहे शामिल
  • ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी पाक को मुंहतोड़ जवाब देंगे

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाई इसमें उसने सभी राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों को पाक के खिलाफ किए गए कार्रवाइयों की जानकारी दी। उधर बैठक के बाद सभी दलों ने सरकार के साथ खड़े होने की बात दोहराई। बैठक में प्रमुख दलों के नेताओं ने भाग लिया और इसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जिसके दौरान कांग्रेस ने कहा कि उन्होंने सरकार को पूर्ण समर्थन दिया है। सूत्र बता रहे हैं कि सरकार की ओर से कहा गया है कि ऑपरेशन सिंदूर में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं। वहीं केंद्र ने पड़ोसी देश के साथ चल रहे संघर्ष के बारे में राजनीतिक दलों को जानकारी देने के लिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के दौरान कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है, जबकि सीमा पर स्थिति तेजी से बदल रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और मंत्री जेपी नड्डा और निर्मला सीतारमण ने भाग लिया।

सरकार का खुलासा- ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए 100 आतंकी

सर्वदलीय बैठक में एक बड़ा खुलासा हुआ है। सरकार ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में 100 आतंकवादियों का खात्मा हुआ है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, ऑपरेशन सिंदूर अभी चल रहा है। इस वजह से इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी को साझा नहीं किया जा सकता।

सभी नेताओं ने अपने सुझाव दिए

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जिन्होंने सभी को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में जानकारी दी और सभी नेताओं ने अपने सुझाव दिए। सभी नेताओं ने ऐसे समय में परिपक्वता दिखाई है जब हम सब मिलकर काम कर रहे हैं। सभी ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए सशस्त्र बलों की सराहना की और उन्हें बधाई दी, और कहा कि हम सरकार और सशस्त्र बलों का समर्थन करेंगे। हमें कुछ सुझाव भी मिले हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि हम सिर्फ़ शासन करने के लिए सरकार नहीं बनाते।

हमारा पूरा समर्थन : राहुल

सर्वदलीय बैठक के बाद कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि हमने सरकार को अपना पूरा समर्थन दिया है। जैसा कि मल्लिकार्जुन खरगे जी ने कहा, उन्होंने (सरकार ने) कहा कि कुछ चीजें हैं जिन पर हम चर्चा नहीं करना चाहते हैं।

हमने सरकार की बातें सुनीं सब सरकार के साथ : खरगे

कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरग़े ने कहा कि बैठक में हमने सुना कि उन्हें (केंद्र को) क्या कहना था। उन्होंने यह भी कहा कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे के कारण कुछ गोपनीय जानकारी साझा नहीं कर सकते। हमने उनसे कहा कि हम सब सरकार के साथ हैं।

राजनीतिक दल जनता की आवाज : रिजिजू

किरेन रिजिजू ने कहा कि राजनीतिक दल जनता की आवाज़ होते हैं और नेताओं का एक स्वर में बोलना। मुझे लगता है कि यह भी हमारी सफलताओं में से एक है। ऑपरेशन सिंदूर की पहली स्ट्राइक के बाद जो चल रहा है, उसके बारे में बताना ठीक नहीं है, और इसीलिए अधिकारियों को मीटिंग में नहीं बुलाया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और मंत्री जेपी नड्डा और निर्मला सीतारमण ने भाग लिया।

भारत सरकार और सेना जवाब देने में सक्षम : संजय सिंह

आप सांसद संजय सिंह ने कहा ने पहले कहा कि बैठक में भारतीय सेना द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में हमें जानकारी दी जाएगी। कल जिस तरह से उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के तहत नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया, जिसके बाद मसूद अजहर चिल्लाता हुआ और यह कहता हुआ नजर आया कि वह धमकी भरा प्रेस रिलीज जारी करेगा, उससे पता चलता है कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदर पोषित और पोषित आतंकी संगठनों को बड़ा सबक सिखाया है.।

भारत अलर्ट, पाकिस्तान में धमाकों की गूंज

  • सीरियल ब्लॉस्ट से सहमा लाहौर
  • ईरान के विदेश मंत्री पहुंचे भारत

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। भारत के पाकिस्तान पर हमले के बाद पाकिस्तान में दहशत का माहौल है। ताजा खबर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लाहौर के गोपाल नगर और नसीराबाद इलाके में वाल्टन रोड पर वाल्टन एयरपोर्ट के पास हुए सीरियल बम धमाकों से लाहौर दहल गया है। पाकिस्तान के सुरक्षा अधिकारियों ने इसे आतंकी हमला बताया है।
बम धमकों को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान और बलूच अलगाववादी संगठनों से जोड़ कर देखा जा रहा है। भारत की एयरस्ट्राइक के बाद हुए इन धमकों कि गिरफ्त में पूरा पाकिस्तान है। एक दिन पहले ही भारत ने पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। इसके मद्देनजर जंग की आशंकाएं बढ़ गई है। इस बीच भारत ने भी अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है। भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर सफलतापूर्वक लांच किये जाने के बाद करीब 430 नागरिक उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। यह देश की कुल शेड्यूल उड़ानों का करीब 3 प्रतिशत है। इसके साथ ही 27 एयरपोट्र्स 10 मई तक बंद रखने का एलान किया गया है। फ्लाइटराडर24 प्लेटफॉर्म के फ्लाइट ट्रैकिंग डेटा के मुताबिक, पाकिस्तान और भारत के पश्चिमी गलियारे का एयरस्पेस का ज्यादातर हिस्सा नागरिक विमानों से फ्री था।

इन एयरपोर्ट को बंद किया गया

जिन एयरपोट्र्स को बंद रखा गया है, उनमें श्रीनगर, जम्मू, लेह, चंडीगढ़, अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, बठिंडा, हलवारा, पठानकोट, भुंतर, शिमला, गग्गल, धर्मशाला, किशनगढ़, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, मुंद्रा, जामनगर, राजकोट, पोरबंदर, कांडला, केशोद, भुज, ग्वालियर और हिंडन शामिल हैं। एयरलाइन ने कहा, हमारे सभी प्रतिनिधि सक्रिय रूप से ग्राहकों की सहायता कर रहे हैं, कुछ मामलों में संपर्क होने में अपेक्षा से अधिक समय लग सकता है। कृपया निश्चिंत रहें, हम आपकी सहायता के लिए यहां हैं।

अमेरिका ने मदद की पेशकश की

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चिंता जताई है और कहा है कि वह इस मामले में मदद के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता हुआ यह झगड़ा जल्द से जल्द रुक जाए। भारत- पाकिस्तान मिलकर आपस में मामला सुलझाएं। ट्रंप ने कहा है कि इस विषय पर अगर मैं कुछ मदद कर सकता हूं तो मैं तैयार हूं। यह बहुत दुखद है। मेरी स्थिति यह है कि मैं दोनों के साथ मिलकर काम करता हूं।

महत्वपूर्ण है ईरानी विदेश मंत्री की यह यात्रा

ईरान के विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची की भारत यात्रा अतिमहत्वपूर्ण है। वह ऐसे समय में भारत पहुंचे हैं जब पाक—भारत तनाव चरम पर है। उनका ये दौरा भारत और ईरान के बीच राणनीतिक संबंधों को और मजबूत करेगा। भारत के दौरे पर आने से कुछ दिन पहले अराघची पाकिस्तान के दौरे पर पहुंचे थे। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी अराघची का जोरदार स्वागत किया और उनके दौरे के महत्व पर जोर दिया। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भी अराघची की जोरदार स्वागत किया और उनके दौरे के महत्व पर जोर दिया। अराघची यात्रा के दौरान 20वीं भारत-ईरान संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे और हैदराबाद हाउस में विदेश मंत्री जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। दोनों विदेश मंत्रियों के बीच वार्ता में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर भी चर्चा होने की उम्मीद है। विदेश मंत्री से वार्ता के बाद अराघची राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे।

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