हरियाली तीज पर हरे रंग का क्या है महत्व? जानिए क्यों है खास
हिन्दू धर्म की मान्यता अनुसार हरियाली तीज का पर्व बहुत खास होता है। हरियाली तीज पर सुहागिन महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति और पति की दीर्घायु की कामना के लिए रखती हैं...
4PM न्यूज़ नेटवर्क: हिन्दू धर्म की मान्यता अनुसार हरियाली तीज का पर्व बहुत खास होता है। हरियाली तीज पर सुहागिन महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति और पति की दीर्घायु की कामना के लिए रखती हैं। इसके साथ ही मनचाहे वर की इच्छा के लिए कुंवारी कन्याएं भी हरियाली तीज का व्रत रखती हैं। आपको बता दें कि महिलाएं अक्सर हरियाली तीज के मौके पर सिर्फ हरे रंग की ही साड़ी पहनती हैं। ऐसा इसलिये क्योंकि हरियाली तीज के मौके पर हरे रंग की साड़ी पहनना शुभ माना जाता है।
हिन्दू पंचांग के अनुसार हरियाली तीज का व्रत सावन महीने की कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है। इस वर्ष हरियाली तीज का व्रत बुधवार 07 अगस्त 2024 को रखा जाएगा। इस दिन स्त्रियां व्रत रखती हैं और 16 श्रृंगार कर दुल्हन की तरह सजती-संवरती हैं। लेकिन श्रृंगार करते समय हरे रंग को अधिक विशेषता दी जाती है।
सनातन धर्म में हरा रंग सुख, शांति, हरियाली, तरक्की और अच्छी सेहत का प्रतीक माना जाता है। इसलिए हरियाली तीज पर हरे रंग के कपड़े पहनने की परंपरा है, जोकि लंबे समय से चली आ रही है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- ज्योतिष शास्त्र में हर रंग का संबंध किसी न किसी ग्रह से बताया गया है
- हरे रंग का संबंध बुध ग्रह से होता है. हरा रंग पहनने से कुंडली में बुध ग्रह प्रबल होते हैं और जीवन में खुशहाली आती है।
- वहीं इस वर्ष हरियाली तीज का व्रत भी बुधवार के दिन ही पड़ रहा है, जोकि बुध देव का वार है।