यह कैसा अमृतकाल, बेटा बेचने को पिता मजबूर: अखिलेश यादव
- बोले- कोई तो सरकार को जगाए
- सपा प्रमुख से मिलीं कृष्णा पटेल
- पांच राज्यों के चुनाव परिणाम के बाद होगा सीटों का फैसला
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश ने एक परिवार की फोटो प्रदर्शित करते हुए एक्स के जरिये कहा है कि ये भाजपा का अमृतकाल जब एक पिता अपने पुत्र को बेचने के लिए गले में तख्ती लटकाकर बिलखने को मजबूर है। इससे पहले कि ये तस्वीर दुनिया भर में फैल जाए और प्रदेश के साथ-साथ देश की छिप संपूर्ण विश्व में धूमिल करे, कोई तो सरकार को जगाए। इससे पहले अपना दल (कमेरावादी) की प्रमुख कृष्णा पटेल और उनकी पुत्री व सपा विधायक पल्लवी पटेल ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की। इसकी जानकारी एक्स के जरिये देते हुए अखिलेश ने इसे खास मुलाकात बताया।
राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक, तीनों नेताओं के बीच लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई। कृष्णा पटेल प्रतापगढ़ से लोकसभा चुनाव लडऩे की इच्छुक बताई जाती हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी। इंडिया में सीटों की साझेदारी पर अब आगे की बात पांच राज्यों के चुनाव के बाद होगी। यूपी में मुख्य घटक दल समाजवादी पार्टी पश्चिमी बंगाल और बिहार के सीटों के बंटवारे के फॉर्मूले को राज्य में अपनाने पर जोर दे रही है। वहीं, कांग्रेस वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव को आधार बनाते हुए सीटें चाहती है। यह मसला अब इंडिया की अगली बैठकों में ही सुलटने की उम्मीद है। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे की बात न बनने पर कांग्रेस और सपा के बीच रिश्तों में आई खटास जगजाहिर है। कांग्रेस हाईकमान के दखल के बाद भी यह कम या अधिक मात्रा में गाहे-बगाहे किसी न किसी रूप में सामने आ ही जा रही है। माना जा रहा है कि कांग्रेस और सपा के बीच सीटों का बंटवारा अब आसान न होगा। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नवरात्र में कुछ लोकसभा टिकट घोषित किए जाने का एलान किया था, लेकिन पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक सूची जारी नहीं की गई। राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि इंडिया गठबंधन के कांग्रेस समेत कई घटक दल फिलहाल पांच राज्यों के चुनाव पर ध्यान केंद्रित किए हुए हैं। इसलिए तय हुआ है कि इंडिया की अगली बैठक इन राज्यों के चुनाव के बाद ही की जाएगी। यहां तक कि संयुक्त रैली का कार्यक्रम भी फिलहाल टाल दिया गया है, क्योंकि राज्यों के चुनाव में कई घटक दल एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष के साथ अखिलेश को भी आजम से मिलने जाना चाहिए : आलम
सपा और कांग्रेस के बीच बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने आजम खान के खिलाफ नफरती ट्वीट किया, उसे पार्टी का प्रवक्ता बनाकर अखिलेश यादव क्या संदेश देना चाहते हैं, यह स्पष्ट करें। जारी बयान में शाहनवाज आलम ने कहा कि अच्छा होता कि आज़म खान से मिलने जा रहे कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के साथ सपा प्रदेश अध्यक्ष भी होते। इंडिया गठबंधन सैद्धांतिक आधार पर बना है। इसका बुनियादी उसूल हर तरह के अन्याय के खिलाफ़ खड़े होना है। आज़म खान के साथ कांग्रेस इसी बुनियादी उसूल के साथ खड़ी है। समाजवादी पार्टी को भी चाहिए कि वो इस उसूल का सम्मान करे। उन्होंने कहा कि सपा के कुछ लोगों ने कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के आज़म खान से जेल में मिलने जाने को लेकर असहजता दिखाई है जो अनुचित है। सपा को तो खुश होना चाहिए कि दूसरे दलों के लोग भी उनके नेताओं के साथ हो रही नाइंसाफी के खिलाफ़ बोल रहे हैं। लेकिन भाजपा में रहते हुए आज़म खान को सबक सिखाने के लिए उनकी पत्नी और बेटी से गैंग रेप की बात करने वाले आईपी सिंह को सपा में प्रवक्ता बना दिया जाना राजनीतिक शुचिता के खिलाफ़ है।
भारत में फंसे ईरानी मेहमान की पूर्व सीएम ने की मदद
समाजवादी पार्टी के राष्टï्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इजरायल और हमास के बीच युद्ध के चलते भारत पहुंचे ईरानी मेहमानों की मदद की है। बताया जा रहा है कि ईरानी समीरा फाजली और सैयद मोहम्मद रेजा विश्वशांति के लिए साइकिल से भारत भ्रमण पर निकले थे। इसी दौरान इजरायल और हमास का युद्ध शुरू हो गया। इस युद्ध की वजह से उनकी वापसी की टिकट रद्द हो गई और वे दोनों भारत में ही फंस गए। वहीं, अखिलेश यादव ने उनकी वापसी की टिकट कराई है। दोनों की साइकिल यात्रा जारी थी और रुपये खत्म हो चुके थे, तभी एक व्यक्ति की मदद से दोनों सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मिले। अखिलेश यादव ने दोनों की मदद की। अखिलेश यादव एक्स पर लिखा कि इंसानियत से बड़ा कोई धर्म और मदद से बड़ी कोई इबादत और कुछ नहीं, कुछ और नहीं। जंग के हालातों की वजह से ईरान से आकर हमारे देश में फंसे इन मेहमानों की देश वापसी में हम कुछ कर पा रहे हैं, ये हमारी खुशकिस्मती है। देश की छवि दुनिया में सिर्फ कहने से नहीं, कुछ अच्छा करने से बनती है। भारत में फंसी ईरानी समीरा फाजली और सैयद मोहम्मद रेजा ईरान की राजधानी तेहरान के पास स्थित सावेह शहर के रहने वाले हैं। समीरा एक कंपनी में एचआर हैं और मोहम्मद आर्टिस्ट हैं।