हाथरस में सवा सौ से ज्यादा मौतों का जिम्मेदार कौन!
- जानलेवा सत्संग: भगदड़ में 125 से ज्यादा की मौत
- संसद से सड़क तक दोषियों को सजा देने की मांग
- विपक्ष के निशाने पर योगी सरकार
- राज्य सरकार ने दिए जांच के आदेश
- गहन जांच रोक सकती है घटना की पुनरावृत्ति : सपा प्रमुख
- सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त जजों की निगरानी में जांच की मांग
- राज्यसभा में हादसे के मृतकों को दी गई श्रद्धांजलि
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली। यूपी के हाथरस में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां फुलराई गांव में साकार हरि बाबा का सत्संग चल रहा था।। सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। कार्यक्रम में शामिल होने आए 124 से अधिक लोगों की इस हादसे में मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना के बाद संसद, कोर्ट से लेकर सड़क तक दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। उधर इस घटना को लेकर विपक्ष के निशाने पर योगी सरकार भी आ गई है। विपक्ष का कहना है सरकारी लापरवाही की वजह से यह घटना घटी। वहीं राज्य के सीएम योगी आदित्य नाथ ने जांच के आदेश दे दिये हैं। उन्होंने कहा है कि दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा। हालांकि इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। सत्संग का आयोजक बाबा साकाल हरि उर्फ भोले अभी पकड़ में नही आया है पुलिस उसकी तलाश कर रही है। उधर राज्यसभा की कार्यवाही शुरू हो गई है। सभापति जगदीप धनखड़ ने हाथरस हादसे में मारे गए लोगों के प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं। पूरे सदन ने मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। धनखड़ ने कहा- ऐसे आयोजनों के लिए नियमावली बननी चाहिए। सांसदों से उन्होंने अपनी राय देने के लिए कहा। वहीं नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा- कई बाबा जेल में है। ऐसा कानून बनना चाहिए। जो नकली लोग हैं, वे आश्रम बनाकर लोगों को लूट रहे हैं। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्टपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया। मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में 2 घंटे15 मिनट की स्पीच दी थी।
यह सरकार की लापरवाही है : अखिलेश
हाथरस हादसे पर समाजवादी पार्टी सांसद अखिलेश यादव ने कहा, यह बहुत दर्दनाक है। जिन परिवारों के सदस्यों की जान गई है उन्हें दुख सहने की शक्ति मिले। जो हादसा हुआ है यह सरकार की लापरवाही है। ऐसा नहीं है कि सरकार को इस कार्यक्रम की जानकारी न हो। जब कभी भी इस प्रकार के कार्यक्रम होते हैं तो बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल होते हैं। इस लापरवाही से जो जानें गईं है उसकी ज़िम्मेदार सरकार है। कोई अगर अस्पताल पहुंच भी गया तो उन्हें पर्याप्त इलाज नहीं मिल पाया। ना ऑक्सीजन, ना दवाई, ना इलाज मिल पाया। इसकी ज़िम्मेदार भाजपा है जो बड़े-बड़े दावे करती है कि हम विश्वगुरु बन गए हैं। क्या अर्थव्यवस्था का मतलब यह है कि किसी आपातकाल स्थिति में आप लोगों का इलाज न कर पाएं? सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि इस तरह के आयोजन में हुई मानवीय भूलों का आकलन करने की आवश्यकता है और भविष्य के लिए सबक लेने की भी। एक गहन जांच और उसके आधार पर की गई कार्रवाई भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति को रोक सकती है। अखिलेश ने घायलों को तत्काल अच्छी से अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की मांग भी सरकार से की। उन्होंने बाबा के साथ बीजेपी द्वारा अपनी फोटो दिखाने पर कहा भाजपा इसी तरह की धटिया काम करती हैं।
सीएम योगी घटना स्थल पर पहुंचे
हाथरस के सिकंदराराऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घटना स्थल पर पहुंचे हैं। वहां से अलीगढ़ आकर सीएम अफसरों के साथ बैठक करेंगे। मुख्यमंत्री ने हाथरस के सरकारी अस्पताल में भगदड़ की घटना में घायल हुए लोगों से मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
आयोजकों के साथ ही सत्संग करने वाले बाबा पर हो कार्रवाई : प्रियंका चतुर्वेदी
हाथरस की घटना पर शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, यह दुखद है जिस तरीके से यह घटना घटी है। मैं उम्मीद करती हूं कि राज्य सरकार कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी। आयोजकों के साथ ही जो सत्संग करने वाले बाबा हैं उनपर भी कार्रवाई होनी चाहिए। आज कल हम देख रहे हैं कि लोगों की जान का कोई मोल नहीं है।
नकली बाबा आश्रम बनाकर लोगों को लूट रहे, कानून बने : खरगे
राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा- हाथरस जैसा हादसा दुखद है। ऐसे आयोजनों को कराने के लिए कानून बनाना चाहिए। किस तरह से आयोजन हो, वहां क्या-क्या व्यवस्था हो, जिससे आयोजन हो सके। कई बाबा जेल में है। ऐसा कानून बनना चाहिए, जिससे अंध श्रद्धा पर रोक लगे। जो असली लोग है, उन्हें आने दो। जो नकली लोग हैं, वे आश्रम बनाकर लोगों को लूट रहे हैं।
सांसद जयंत चौधरी ने जताया दुख
केंद्रीय राज्य मंत्री और रालोद सांसद जयंत चौधरी ने कहा, यह दुखद घटना है। एक बड़ा आयोजन हुआ और बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। मुख्यमंत्री से बात हुई है, प्रशासन लगातार मॉनिटर कर रहे हैं। मैं सभी से सहयोग की अपील करता हूं। सभी परिवारों के साथ हमारी संवेदना है और हम उनके साथ हैं। हाथरस घटना पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, घटना दु:खद है।
लखनऊ में सरेराह छात्रा पर एसिड फेंका
- बचाने में भाई भी आया चपेट में, दोनों झुलसे ट्रामा में भर्ती
- काली टीशर्ट पहने था एसिड फेंकने वाला आरोपी
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी के चौक इलाके में बुधवार सुबह एक छात्रा पर एक युवक ने एसिड फेंक दिया। उसको बचाने के फेर में उसका मौसेरा भाई भी चपेट में आ गया। दोनों झुलस गए। दोनों को ट्रामा में भर्ती कराया गया है। व्यापार मंडल के एक पदाधिकारी की 22 वर्षीय बेटी बुधवार सुबह आठ बजे लोहिया पार्क के पास मौसेरे भाई के साथ खड़ी थी। इसी बीच एक युवक उसके पास पहुंचा और कुछ बातचीत की। युवक वहां से चला गया और चंद मिनटों बाद वापस लौटकर उस पर एसिड फेंक दिया। जैसे ही एसिड फेंका उसका भाई आगे आ गया जिससे उस पर भी एसिड पड़ गया। हमलावर युवक काली टीशर्ट पहने हुए था। बताया जा रहा है कि आरोपी युवक जब छात्रा के पास पहुंचा और बातचीत करने का प्रयास किया तो उसने उसे भगा दिया। इसके बाद आरोपी ने छात्रा पर एसिड फेंक दिया।
पुलिस जांच में जुटी
डीसीपी पश्चिम दुर्गेश कुमार ने बताया कि दोनों काफी दहशत में हैं। इलाज जारी है। स्थिति सामान्य होने पर उनसे बातचीत कर जानकारी ली जाएगी। दूसरी तरफ सीसीटीवी फुटेज की मदद से तफ्तीश शुरू की है। जल्द हमलावर पकड़े जाएंगे।