आखिर प्रियंका गांधी के रडार से क्यों दूर हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया
नई दिल्ली। बीते शुक्रवार को प्रियंका गांधी ग्वालियर में थी। ये पहली बार था जब सिंधिया के गढ़ में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सभा की थी। सभी को उम्मीद थी की प्रियंका गांधी ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर कुछ न कुछ बोलेंगी, मगर सिर्फ एक लाइन के आलावा प्रियंका ने कुछ नहीं कहा। सिर्फ इतना कहा की सिंधिया जी की तो रातों रात विचारधारा ही बदल गई, उनके बारे में मैं क्या कहूं । अब हर किसी के मन में सवाल है की आखिर प्रियंका गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के बारे में उनके गढ़ में क्यों नहीं कुछ बोला ।
ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रियंका गांधी की दोस्ती बहुत पुरानी है। ये बात सभी जानते है। जब सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी तब राहुल गांधी ने कहा था की सिर्फ सिंधिया ही थे जिन्हें मेरे घर आने के लिए कभी अपॉइंटमेंट की ज़रूरत नहीं थी। एक बार का किस्सा है। प्रियंका गांधी विदेश में एक मॉल में शॉपिंग के लिए गई थी। इस दौरान उन्हें एक जैकेट पसंद आयी। उन्होंने वो जैकेट अपने भाई राहुल गांधी के लिए तो ली ही, साथ ही साथ अपने दोस्त ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए भी खरीदी। राहुल और ज्योतिरादित्य सिंधिया को आपने एक जैसी जैकेट पहने देखा होगा। वो वही जैकेट थी जो प्रियंका लेकर आईं थी ।
सूत्रों के अनुसार जब 2018 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आएतब प्रियंका गांधी ही एकमात्र वो शख्स थीं जिन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर समर्थन किया था। यही नहीं, उत्तर प्रदेश में चुनाव में भी प्रियंका और ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक जैसी ही जि़म्मेदारी दी गई थी ।
दोस्ती के आलावा राजनीतिक रूप से देखा जाए तो प्रियंका गांधी एक परिपक्व नेता के रूप में भी नजऱ आईं। दरअसल प्रियंका ये बात बखूबी जानती थी की ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर उन्होंने भाषण केंद्रित रखा तो इससे सिंधिया को ही फायदा होगा। बीजेपी में उनका कद बढ़ेगा । यही बात कांग्रेस नेता नहीं चाहते थे। इसलिए उन्होंने अपने भाषण में सिंधिया को इग्नोर किया। इस तरह से कांग्रेस के साथ-साथ बीजेपी के भी ग्वालियर चम्बल के नेता खुश हो गए ।
राजनीति में कुछ भी नहीं कहा जा सकता। कब क्या हो जाए। किसने सोचा था की 15 वर्षों के बाद, सत्ता में आने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़ बीजेपी में चले जायेंगे। हो सकता है कभी उनकी घर वापसी भी हो जाए। यही कारण है की प्रियंका गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर आज तक ऐसा नहीं कहा जिससे की उन्हें बाद में पछतावा हो। कभी ज्योतिरादित्य सिंधिया अगर कांग्रेस में वापिस आना चाहें तो उनके लिए दरवाज़े खुले हो। ये कारण भी हो सकता है, क्यों आज तक गांधी परिवार और ज्योतिरादित्य सिंधिया एक दूसरे के बारे में ज़्यादा कुछ नहीं बोलते।