विपक्ष की मजबूती से हिले मोदी-शाह! कैबिनेट फेरबदल पर लगी मुहर, इन मंत्रियों की कुर्सी पर संकट
विपक्ष की बढ़ती ताकत ने मोदी-शाह को किया बैकफुट पर मजबूर! कैबिनेट फेरबदल पर लग चुकी है मुहर? आखिर कितने मंत्रियों की कुर्सी हिलने वाली है...

4पीएम न्यूज नेटवर्कः गुजरात कभी भारतीय जनता पार्टी का मजबूत गढ़ माना जाता था…… लेकिन अब राजनीतिक उथल-पुथल का केंद्र बन रहा है….. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के हालिया गुजरात दौरे के बाद से राज्य में बड़े बदलाव की अफवाहें जोर पकड़ रही हैं…… चर्चा है कि बीजेपी जल्द ही राज्य स्तर पर बड़े फैसले ले सकती है….. जिसमें नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति….. और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मंत्रिमंडल में फेरबदल शामिल है…… सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री पद पर कोई बदलाव नहीं होगा…… लेकिन मौजूदा मंत्रिमंडल से कई मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है….. कुछ मंत्रियों को संगठन में काम करने के लिए भेजा जा सकता है…… जबकि कुछ युवा चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है…… यह सब विपक्ष की बढ़ती ताकत से जुड़ा माना जा रहा है…… जहां कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल गुजरात में अपनी जड़ें मजबूत कर रहे हैं…… आज हम इस खबर में बात करेंगे कि क्या मोदी-शाह विपक्ष की इस मजबूती से डर गए हैं……
दोस्तों गुजरात बीजेपी के लिए हमेशा से एक सुरक्षित राज्य रहा है…… नरेंद्र मोदी खुद गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं….. और अमित शाह भी यहां से राजनीति की शुरुआत कर चुके हैं….. 2022 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने भारी बहुमत से जीत हासिल की थी…… लेकिन हाल के वर्षों में विपक्ष की चुनौतियां बढ़ गई हैं….. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अन्य स्थानीय दल राज्य में अपनी मौजूदगी बढ़ा रहे हैं…… वहीं हाल के उपचुनावों में बीजेपी को कुछ सीटों पर हार का सामना करना पड़ा….. जो राज्य में जनता के असंतोष को दिखाता है…… एक रिपोर्ट के अनुसार गुजरात में विपक्ष ने हाल के चुनावों में बीजेपी की 4 में से 5 सीटें छीन लीं…… जो बीजेपी के लिए खतरे की घंटी है……
विपक्ष की मजबूती का एक बड़ा कारण है राहुल गांधी का गुजरात पर फोकस है….. राहुल गांधी ने संसद में कहा था कि हम गुजरात में आपको हराएंगे, इसे लिखकर ले लीजिए….. यह बयान मोदी-शाह के कानों में गूंज रहा है……. राहुल गांधी ने हाल ही में गुजरात का दो दिवसीय दौरा किया…… और संगठन को मजबूत करने का काम शुरू किया……. इसके बाद से बीजेपी में हलचल मची हुई है…… विपक्ष की यह मजबूती बीजेपी को डराने वाली है….. क्योंकि गुजरात मोदी-शाह की राजनीतिक जड़ है…… अगर यहां कमजोरी आई, तो राष्ट्रीय स्तर पर इसका असर पड़ेगा……
इसके अलावा, गुजरात में आंतरिक असंतोष भी बढ़ रहा है…… बीजेपी के कुछ नेता जैसे नितिन गडकरी पर आरोप लग रहे हैं कि वे मोदी-शाह से अलग रास्ता अपनाने की कोशिश कर रहे हैं……. कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि गडकरी की महत्वाकांक्षा और ऑटो इंडस्ट्री में उनके हितों के कारण उन्हें कैबिनेट से हटाया जा सकता है….. यह सब मिलकर बीजेपी को मजबूत विपक्ष के सामने कमजोर कर रहा है…… आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 और 26 अगस्त 2025 को गुजरात का दौरा किया…… इस दौरान उन्होंने आवास योजना के घरों का उद्घाटन किया…… और मारुति सुजुकी की फैक्ट्री का दौरा किया…… लेकिन राजनीतिक हलकों में इस दौरे को सिर्फ विकास कार्यों से जोड़कर नहीं देखा जा रहा है…… मोदी ने अहमदाबाद में एक जनसभा को संबोधित किया…… जहां उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधा और बीजेपी की एकजुटता पर जोर दिया……
इसके ठीक बाद 31 अगस्त 2025 को अमित शाह ने गुजरात का दौरा किया…… शाह ने राज्य में संगठनात्मक बदलावों पर चर्चा की….. और स्थानीय नेताओं से मुलाकात की…… यह दौरा ऐसे समय में हुआ जब कैबिनेट विस्तार की अफवाहें जोरों पर हैं…… शाह का दौरा आगामी चुनावों को देखते हुए राजनीतिक हलचल पैदा कर रहा है….. वहीं एक के बाद एक दोनों नेताओं के दौरे के बाद से फेरबदल की चर्चा तेज हो गई है…… एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मोदी के दौरे के दौरान कैबिनेट मीटिंग बुलाई गई……. जो फेरबदल की अटकलों को हवा दे रही है….. सूत्र बताते हैं कि मोदी-शाह विपक्ष की बढ़ती ताकत से चिंतित हैं….. और राज्य में नई ऊर्जा लाना चाहते हैं……
आपको बता दें कि भूपेंद्र पटेल 2022 में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने थे……. और तब से मंत्रिमंडल में कोई बदलाव नहीं हुआ…… वर्तमान में मंत्रिमंडल में 16 मंत्री हैं…… 8 कैबिनेट मंत्री, 2 स्वतंत्र प्रभार वाले और 6 राज्य मंत्री…… लेकिन अब फेरबदल की अफवाहें हैं…… जो श्राद्ध खत्म होने के बाद हो सकता है…… जानकारी के अनुसार कई मंत्रियों की कुर्सी खतरे में है…… कुछ को संगठन में भेजा जा सकता है…… जबकि युवा चेहरों को मौका मिल सकता है……. रिपोर्ट्स बताती हैं कि कम से कम 4-5 मंत्रियों को हटाया जा सकता है…… जिनमें कुछ पुराने नेता शामिल हैं…… जो विपक्ष के हमलों का सामना नहीं कर पा रहे है……
महाराष्ट्र में भी इसी तरह का फेरबदल हुआ….. जहां शिवसेना के कुछ मंत्रियों को हटाया गया…… गुजरात में भी इसी पैटर्न की उम्मीद है…… बीजेपी हाई कमांड राज्य पार्टी अध्यक्ष को फाइनल कर रहा है…… और उसके बाद कैबिनेट ओवरहॉल होगा…… मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हाल ही में मोदी और जेपी नड्डा से मुलाकात की…… जो फेरबदल की अटकलों को बढ़ा रही है……
वहीं गुजरात में विपक्ष की मजबूती गुजरात में साफ दिख रही है…… कांग्रेस ने हाल के उपचुनावों में बीजेपी को झटका दिया है…… जनता का झुकाव बीजेपी के खिलाफ है…… और गुजरात में भी हार हुई…… AAP भी राज्य में अपनी पकड़ बना रही है…… मोदी के सरप्राइज विजिट को BJP की आंतरिक कमजोरियों का संकेत माना जा रहा है……. शाह ने बॉर्डर एरिया में डेमोग्राफिक चेंजेस पर चिंता जताई……. जो विपक्ष के हमलों को न्योता दे रहा है…… राहुल गांधी का गुजरात दौरा और ED की सक्रियता से लगता है कि बीजेपी डिफेंसिव मोड में है……. यह सब मिलकर मोदी-शाह को फेरबदल के लिए मजबूर कर रहा है……
बता दें कि फेरबदल में नए राज्य अध्यक्ष की नियुक्ति हो सकती है…… जो युवा और ऊर्जावान हो…… कैबिनेट में महिलाओं और युवाओं को जगह मिल सकती है…… लेकिन अगर विपक्ष की मजबूती जारी रही…… तो बीजेपी को बड़े नुकसान का सामना करना पड़ सकता है…… गुजरात में बीजेपी की रणनीति अब विपक्ष को कमजोर करने पर फोकस है….. लेकिन आंतरिक कलह जैसे गडकरी विवाद इसे मुश्किल बना रहे हैं…… मोदी-शाह का दौरा और फेरबदल की मुहर लगना विपक्ष की ताकत का प्रमाण है…..



