एसआईआर में लगे यादव और मुस्लिम कर्मियों को बर्खास्त न किया जाए : सपा
पार्टी ने चुनाव आयोग से की अपील-जाति के आधार पर न करें भेदभाव

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ । सपा ने निर्वाचन आयोग पर भेदभाव का आरोप लगाया है। सपा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को शिकायती ज्ञापन देकर मांग की है कि उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा क्षेत्रों में एसआईआर प्रक्रिया से जुड़े और मतदाता पंजीकरण केंद्र (वीआरसी) में कई वर्षों से कार्यरत यादव और मुस्लिम कर्मचारियों को जाति के आधार पर सेवा से बर्खास्त न किया जाए।
बर्खास्त कर्मचारियों को बहाल कर के एसआईआर प्रक्रिया में उनकी सेवाएं ली जाएं, ताकि निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहे। साथ ही कहा है कि प्रयागराज में प्रतापपुर, सोरांव, हंडिया, फाफामऊ व फूलपुर विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं को थर्ड ऑप्शन में सब्मिट किए जाने की जांच करवाकर मानक के अनुसार मतदाताओं के गणना प्रपत्र को फस्र्ट या सेकेंड ऑप्शन में सबमिट कराया जाए, जिससे वैध मतदाताओं को अनावश्यक रूप से दस्तावेज जमा करने के लिए नोटिस न भेजी जाए। रायबरेली, गोंडा व जौनपुर आदि की शिकायतों को संज्ञान में लेकर तत्काल कार्यवाही की जाए। ज्ञापन में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में एसआईआर प्रक्रिया से जुड़े 403 विधान सभा क्षेत्रों में स्थापित मतदाता पंजीकरण केंद्र पर कई वर्षों से कार्यरत यादव और मुस्लिम कम्प्यूटर ऑपरेटरों को भाजपा सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक व नेताओं के दबाव में जाति के आधार पर निकाला जा रहा है। फर्रूखाबाद में मतदाता पंजीकरण केंद्र (वीआरसी) पर कार्य कर रही टीनम यादव को बर्खास्त कर दिया है। ऐसा कई कर्मियों के साथ किया गया है। ज्ञापन देने वालों में सपा के प्रदेश सचिव केके श्रीवास्तव और राधेश्याम सिंह शामिल थे।

वोट का अधिकार छीनने केबाद खत्म हो जाएगा आरक्षण : अखिलेश यादव
सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि एसआईआर भाजपा सरकार अपनी विफलता छुपाने के लिए करा रही है। हमारी अपील है कि सब अपना वोट बनवाएं, कटने से बचाएं, वरना भाजपा बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के संविधान के अधिकार को छीनने की तैयारी में है। वोट का अधिकार छिना तो आरक्षण भी खत्म होगा। जनता के तमाम दूसरे अधिकार जो संविधान से मिल रहे हैं, वे भी छिन जाएंगे। अखिलेश यादव ने जारी बयान में कहा कि चुनाव आयोग का काम है कि सभी मतदाताओं का मतदान का अधिकार बना रहे और किसी का वोट कटे नहीं। लेकिन यहां तो उल्टा हो रहा है। भाजपा सरकार के दबाव में चुनाव आयोग वोट काटने का काम ज्यादा कर रहा है।
बिहार में एसआईआर में लाखों लोग मतदान से वंचित हो गए। उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में चुनाव इस वर्ष होने नहीं जा रहे हैं, फिर इतनी जल्दबाजी क्यों दिखाई जा रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार का काम जनता को रोटी-रोजगार देना नहीं, लोगों को झूठे मुकदमों में फंसाकर परेशान करना है। कई लोगों को वर्षों से न्याय नहीं मिल रहा है। मो.आजम खां, गायत्री प्रजापति और रमाकांत यादव जेल में हैं। ऐसे बहुत सारे समाजवादी व पीडीए परिवार के लोग है, जिनके ऊपर अन्याय हो रहा है। झूठे मुकदमे लगाए जा रहे हैं।
तेजस्वी केसदन में न आने पर घमासान
जदयू और राजद में वार-पलटवार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
पटना। नेता प्रतिपक्ष विधान मंडल नहीं पहुंचे, जिसको लेकर जदयू के मुख्य प्रवक्ता ने उनपर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि जिनके परिवार की सुरक्षा के लिए 160 पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं, वे स्वयं सदन में दिखाई नहीं दे रहे। आखिर कहां गायब हो गए तेजस्वी यादव इस खबर के प्रकाशित होने के बाद देर शाम राजद ने भी पलटवार करते हुए अपनी प्रतिक्रिया दी।
जवाब में बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि जिस तरह की राजनीति जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार जी आप करते हैं, ऐसा लगता है कि आपके राजनीति का एकमात्र आधार और सोच तेजस्वी प्रसाद यादव ही हैं। आप वास्कोडिगामा की तरह तेजस्वी यादव की खोज में मत लगिए, बिहार की जनता के हित में उनको बुलडोजर नीति से बचाइए। हालांकि आज भी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सदन में आने का इंतजार जरुर किया जायेगा।
मतगणना स्थगित होने से भाजपा सरकार को ईवीएम से छेड़छाड़ करने का मिलेगा मौका : पृथ्वीराज चव्हाण
निकाय चुनाव को लेकर कर्नाटक से लेकर महाराष्ट्र तकरार
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। निकाय चुनाव को लेकर कर्नाटक से लेकर महाराष्ट्र तक रार मची है। कहीं मतगणना टालने को लेकर भाजपा पर हमला हो रहा है तो कहीं मतदान वाले दिन छुट्टी देने को लेकर बवाल मचा हुआ। दोनों राज्यों में कांग्रेस ने सवाल उछाला है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव की मतगणना स्थगित होने से सरकार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) से छेड़छाड़ करने का पर्याप्त समय मिल जाएगा। महाराष्ट्र में 263 नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों के लिए पहले चरण में मंगलवार को 67.63 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि धुले जिले में एक स्थानीय निकाय के अध्यक्ष और पार्षद निर्विरोध चुने गए।
मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर पीठ ने महाराष्ट्रराज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) को सभी स्थानीय निकाय चुनावों की मतगणना तीन दिसंबर के बजाय 21 दिसंबर को कराने का मंगलवार को निर्देश दिया। चव्हाण ने इस संबंध में कहा, (ईवीएम वाले) बक्से 16-17 दिनों तक कुछ गोदामों में रखे रहेंगे और सरकार को उनके साथ छेड़छाड़ करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि लोगों का चुनावी प्रक्रिया से विश्वास उठ रहा है।
स्थानीय निकाय चुनावों में मतदान के लिए केरल के कर्मचारियों को छुट्टी मिले : डीके शिवकु मार
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने राज्य भर के नियोक्ताओं से अनुरोध किया कि वे केरल के कर्मचारियों को सवेतन अवकाश प्रदान करें, ताकि वे अपने गृह राज्य में आगामी स्थानीय निकाय चुनाव में मतदान के लिए जा सकें। केरल में स्थानीय निकाय चुनावों के लिए नौ और 11 दिसंबर को मतदान होना है। केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष शिवकुमार ने कहा कि बड़ी संख्या में केरल निवासी बेंगलुरु और कर्नाटक के अन्य हिस्सों में रहते व काम करते हैं। उन्होंने सभी कंपनियों, शैक्षणिक संस्थानों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों, होटलों, ठेकेदारों, बिल्डरों, दुकान मालिकों और अन्य व्यवसाय संचालकों से आग्रह किया कि वे पात्र मतदाताओं को न्यूनतम तीन दिन का सवेतन अवकाश प्रदान करें।
सुरक्षा व्यवस्था की वजह से बसपा की रैली रद्द
6 दिसंबर को नोएडा में होनी थी मायावती की जनसभा
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती आगामी 6 दिसंबर को संविधान के रचयिता डॉ. भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर नोएडा में प्रस्तावित रैली को संबोधित नहीं करेंगी। वह अपने आवास पर ही डॉ. आंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगी।
बसपा सुप्रीमो का कहना है कि ऐसे आयोजनों में उनकी सुरक्षा व्यवस्था की वजह से कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों को होने वाली असुविधा की वजह से यह फैसला लिया है। बसपा सुप्रीमो ने जारी अपने बयान में कहा कि महापुरुषों की जयंती व पुण्यतिथि के मौकों पर बहुजन समाज के संतों, गुरुओं व महापुरुषों स्मारक स्थलों पर भीड़ उमड़ती है। इस दौरान मेरा अनुभव रहा है कि मेरे जाने पर मेरी सुरक्षा प्रबंध के नाम पर जो सरकारी व्यवस्था की जाती है, जो जरूरी भी है, उससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर की पुण्यतिथि पर पार्टी के लोग व उनके अनुयायी लखनऊ के डॉ. भीमराव आंबेडकर सामाजिक परिवर्तन स्थल पर तथा पश्चिमी यूपी, दिल्ली व उत्तराखंड के लोग नोएडा में स्थित राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर अपने परिवार सहित पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे।
किसानों के नुकसान पर ध्यान नहीं दे रही सरकार: झंडेवाले
मप्र में सत्र शुरू होते ही कांग्रेस विधायकों ने किया वॉकआउट
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
भोपाल। विधानसभा के प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक बाबू झंडेवाले ने आरोप लगाया कि शिवपुरी जिले के किसानों को वादा किए गए 16 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजे का भुगतान अभी तक नहीं हुआ। इस पर राजस्व मंत्री ने जवाब दिया कि 200 करोड़ रुपये किसानों को दिए जा चुके हैं। मंत्री के उत्तर से असंतुष्ट नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नुकसान का कुल आकलन 5 हजार करोड़ है, लेकिन सरकार ने सिर्फ 200 करोड़ रुपये दिए हैं।
इस पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बोलते हुए कहा कि धान नुकसान का रिकॉर्ड सरकारी प्रणाली में उपलब्ध है और राशि का भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सरकार की तुलना में वर्तमान सरकार किसानों को प्रति हेक्टेयर अधिक मुआवजा दे रही है। कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार ने कहा कि ग्वालियर चंबल संभाग में अतिवृष्टि से फसल नुकसान पर झूठे जवाब दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ तीन किसानों की फसल को नुकसान होने की जानकारी दी जा रही है। संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने झूठे जवाब देने की बात पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि यह आसंदी का अपमान है। यह बात सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह कही जा रही है। यह ठीक नहीं है।
विधायक बोले- बंदर की तरह उस्तरा चला रही सरकार
विधानसभा सत्र के तीसरे दिन की शुरुआत होते ही कांग्रेस का प्रदर्शन हो गया। इस बार विधायक बंदर का रूप लेकर पहुंचे। बोले सरकार जनता पर बंदर की तरह उस्तरा चला रही। युवाओं में बेरोजगारी है, किसान परेशान हैं और लड़कियां सुरक्षित नहीं। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में विधानसभा सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा परिसर में सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में किया जोरदार प्रदर्शन। कांग्रेस विधायकदल ने बंदर के हाथ में उस्तरा वाली कहावत का सांकेतिक प्रदर्शन किया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बंदर रूपी भाजपा सरकार के हाथ में उस्तरा आ गया है, जिससे वह युवाओं के रोजगार, प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था, कानून व्यवस्था और किसानों के अधिकारों पर उस्तरा चला रही है।



