योगी की सेना अब अखिलेश की हो गई!
- सुनील सिंह, सौरभ और चंदन कर रहे अब सपा का गुणगान
लखनऊ। भाजपा के लिए यह खबर अच्छी नहीं है क्योंकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सेना अब अखिलेश की हो गई है। एक तरीके से योगी की सेना ने अपने ही मुख्यमंत्री का हाथ छोड़ दिया है। हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील सिंह अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ देखे जा रहे हैं। वह खुलकर कह रहे हैं कि अब सपा में हैं। उनके जैसे न जाने कितने लोगों ने हिंदू युवा वाहिनी से अलग सपा का साथ पकड़ लिया है। पूर्व सदस्य बताते हैं कि अब हिंदू युवा वाहिनी खत्म हो गई है। संगठन के खत्म होने के कारण कई हैं।
सूत्रों का ये भी कहना है कि राष्टï्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से 2017 में साफ तौर पर निर्देश दिए गए थे कि हिंदू युवा वाहिनी का विस्तार न हो, इसे खत्म किया जाए। सुनील सिंह, सौरभ विश्वकर्मा, चंदन विश्वकर्मा ने 15 साल तक हिंदुत्व का झंडा उठाया। अब यह तीनों ही अखिलेश यादव के साथ हैं। 2017 में विधानसभा चुनाव में टिकट के बंटवारे के मुद्दे को लेकर इन तीनों का योगी आदित्यनाथ से मतभेद हो गया था, जिसके बाद योगी आदित्य नाथ ने उन्हें संगठन से बाहर निकाल दिया। बताया कि उन पर रासुका लगाई। अलग-अलग मामलों में जेल भी भेजा।
योगी ने हमें नजरंदाज किया : सुनील सिंह
हिंदू युवा वाहिनी के बनने के बाद ही सुनील सिंह संगठन से जुड़ गए। वह प्रदेश अध्यक्ष रहे। वे कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ ने 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्हें व अन्य सदस्यों को नजरअंदाज किया। प्रदेश नेतृत्व का दबाव बढ़ने के बाद धीरे-धीरे जिला इकाइयां भंग होने लगीं। सदस्य अलग होकर सपा से जुड़ने लगे। आज ज्यादातर कार्यकर्ता सपा के साथ हैं।