उपराष्ट्रपति के अरुणाचल दौरे पर चीन का सवाल, भारत ने दिया यह जवाब

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू की अरुणाचल यात्रा पर चीन ने उठाया सवाल, भारत ने भी दिया करारा जवाब विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने चीनी विदेश मंत्रालय की टिप्पणी को स्पष्ट रूप से खारिज करते हुए कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग है और भारतीय राजनेता रोजाना इस तरह के दौरे करते रहते हैं। अरुणाचल की यात्रा भारत के अन्य राज्यों की तरह ही है। जवाब में भारत ने चीन को आईना दिखाते हुए एलएसी और लद्दाख का मुद्दा भी उठाया।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि चीन ने एकतरफा कार्रवाई कर एलएसी को बदलने की कोशिश की और यह दोनों देशों के बीच हुए समझौते का सीधा उल्लंघन है. भारत ने यह भी कहा कि चीन को एलएसी पर समझौते को लागू करना चाहिए, ताकि पूर्वी लद्दाख में चल रहे तनाव को कम किया जाए और अन्य मुद्दों को हवा देकर विषय को मोडऩे की कोशिश न की जाए।
आपको बता दें कि इससे पहले रविवार को भारत और चीन के बीच 13वीं कोर कमांडर स्तर की वार्ता बेनतीजा रही थी। चीन की जिद और पुरानी स्थिति को बहाल न करने की जिद ने दोनों देशों के बीच बातचीत को पटरी से उतार दिया है। चीन की तरफ मोल्दो में एलएसी पर यह बैठक रविवार शाम सात बजे तक चली. इस बैठक में भारत ने मौजूदा हालात के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया।
इस बैठक में भारत ने अपनी स्थिति स्पष्ट की और चीन के सामने विघटन की योजना रखी, लेकिन चीन इसके लिए राजी नहीं हुआ। वहीं चीन ने अपनी तरफ से कोई ऐसी योजना पेश नहीं की जिससे एलएसी पर मौजूद सेना पीछे हट जाए. चीन के इस रुख के चलते बैठक बिना किसी नतीजे के खत्म करनी पड़ी।

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