ऐसा रेप केस जिससे पुलिस भी आई सकते में
नई दिल्ली। अंधविश्वास के आपने बहुत से किस्से सुने होंगे लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि कोई किसी के सपने में आकर उसका रेप कर सकता है। उस पर भी तुर्रा यह कि मामला पुलिस तक जा पहुंचा हो और पुलिस को मामले की जांच भी करनी पड़ी हो। जी हां ऐसा ही एक मामला बिहार पुलिस के सामने आया है जिसने बिहार पुलिस को भाी सकते में डाल दिया है।
अंधविश्वास ऐसा जहर है जो लोगों की सोच को कुंद कर देता है। बिहार और झारखंड जैसे राज्यों के ग्रामीण इलाकों में आज भी ज्यादातर लोग इसके जाल में फंसे हुए हैं। इस चक्कर में कई बार लोग सब कुछ दांव पर लगा लेते हैं। हालांकि कई बार इसकी आड़ में अकारण आरोप भी लगाए जाते हैं, जबकि मामला कुछ और ही निकल जाता है। ऐसा ही एक मामला बिहार के औरंगाबाद से प्रकाश में आया है, जिसमें एक महिला ने स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया है कि एक तांत्रिक ने सपने में उसके साथ बार-बार दुष्कर्म किया। थाने में शिकायत मिली है और मामले की जांच की जा रही है।
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि कुड़वा थाना क्षेत्र के गांधी मैदान इलाके निवासी एक महिला ने इसी साल जनवरी में तांत्रिक प्रशांत चतुर्वेदी से संपर्क किया था, क्योंकि उसका बेटा गंभीर रूप से बीमार था। मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक महिला ने तांत्रिक के कहने पर अपने बेटे की रिकवरी के लिए तंत्र-मंत्र की रस्म प्रक्रिया को अंजाम दिया था, लेकिन 15 दिन बाद उसके बेटे की मौत हो गई।
कुडवा थाने के थानेदार अंजनी कुमार ने बताया कि इस मामले में बेटे की मौत के बाद महिला काली बाड़ी मंदिर गई, जहां चतुर्वेदी रहता है और उससे पूछा कि वह बताए कि उसके बेटे की मौत कैसे हुई। महिला ने आरोप लगाया कि चतुर्वेदी ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया, लेकिन उसके बेटे ने उसे बचा लिया। उसने आगे आरोप लगाया कि चतुर्वेदी तब से उसके सपनों में आ रहा है और बार-बार उसके साथ बलात्कार करता रहा।
एसएचओ ने बताया कि महिला ने उस समय पुलिस से शिकायत नहीं की थी। एसएचओ ने बताया, चूंकि हमें चतुर्वेदी के खिलाफ लिखित शिकायत मिली थी, इसलिए हमने उनसे पूछताछ की। चतुर्वेदी ने शिकायतकर्ता को जानने से इनकार करते हुए कहा कि वह उनसे कभी नहीं मिले थे। चूंकि चतुर्वेदी के खिलाफ हमारे पास कोई सबूत नहीं है, इसलिए हमने बॉन्ड फाइल करने के बाद उन्हें रिहा कर दिया।