औषधीय गुणों से भरपूर है करौंदा
रौंदा पहाड़ी क्षेत्र में ज्यादा पाया जाता है क्योंकि यह एक झाड़ीनुमा पौधा होता है। करौंदे के फल गोल तथा अंडाकार होते है जो कि शुरू में हरे और बाद में लाल और काले रंग में बदल जाते है। करौंदे का स्वाद खाने में खट्टा होता है। करौंदे का पेड़ 7 फीट लम्बा होता है। करौंदे के पेड़ में 2 साल की उम्र में फल लगने शुरू हो जाते हैं। भारत के राजस्थान, गुजरात, हिमाचल और उत्तर प्रदेश में करौंदे के ज्यादा पेड़ देखने को मिलते है। भारत के साथ नेपाल और अफगानिस्तान में भी करौंदे के पेड़ पाए जाते है। करौंदे की प्रकृति गरम होती है। करौंदे को फल के रूप में तो खाते ही है साथ ही इसकी सब्जी तथा आचार भी बहुत स्वादिष्ट लगता है। करौंदे की लकड़ी को जलाने में उपयोग किया जाता है। करौंदा एक ऐसा पेड़ है जिसके फल के साथ लकडिय़ां भी बहुत उपयोगी हैं। आइये हम आपको करौंदे के फायदे तथा नुकसान के बारे में बताते हैं।