कांग्रेस के सामने अहम सवाल राहुल नहीं तो कौन?

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी कई बार पार्टी अध्यक्ष का पद संभालने से इनकार कर चुके हैं। राहुल गांधी के अध्यक्ष पद से इनकार करने और पार्टी का अध्यक्ष पद का चुनाव स्थगित होने के बाद शीर्ष नेतृत्व को लेकर एक शून्य पैदा हो गया है। ऐसी स्थिति में पार्टी इस शून्य को भरने के लिए नए फार्मूले पर विचार कर रही है। इस हिसाब से पार्टी में दो उपाध्यक्ष नियुक्त किए जा सकते हैं। हालांकि इस फार्मूले पर चर्चा पिछले एक साल से चल रही है, लेकिन हाल ही में कोरोना महामारी के बीच पार्टी अध्यक्ष पद के लिए चुनाव स्थगित होने के कारण एक बार फिर चर्चा तेज हो गई है।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है। ऐसी स्थिति में यह देखना होगा कि वह आगामी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के फेरबदल में काम करेगी या नहीं। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस बात पर चर्चा है कि नियमित अध्यक्ष की अनुपस्थिति में उपाध्यक्ष की नियुक्ति की जाए या फिर कार्यकारी अध्यक्ष की नियुक्ति की जाए। इसका मतलब पूर्णकालिक अध्यक्ष की अनुपस्थिति में पार्टी के प्रभारी नेता को रखना है ।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पहले ही जानकारी दी जा चुकी है कि प्रस्ताव में क्षेत्रीय जिम्मेदारियों के साथ उपाध्यक्षों की नियुक्ति की बात कही गई है। ऐसी भी अटकलें हैं कि यूपी की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। राज्य में 2022 की शुरुआत में चुनाव होने हैं।
कांग्रेस ने कोरोना महामारी की गंभीर स्थिति को देखते हुए 23 जून को प्रस्तावित पार्टी के राष्ट्रपति चुनाव को अस्थायी तौर पर स्थगित कर दिया था। इस तरह से एक साल में तीसरी बार कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए होने वाला चुनाव स्थगित कर दिया गया है। यह फैसला सर्वसम्मति से पार्टी की शीर्ष नीति बनाने वाली संस्था कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) ने लिया। सीडब्ल्यूसी की ओर से कहा गया कि कुछ समय तक सोनिया गांधी पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालती रहेंगी।

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