हिस्ट्रीशीटर को बनाया भाजपा ने पदाधिकारी, मचा हंगामा
- नवनियुक्त भाजयुमो का प्रदेश मंत्री अरविंद राज त्रिपाठी काकादेव थाने का है हिस्ट्रीशीटर
- हत्या के एक मामले में कोर्ट सुना चुकी है सजा पुलिसकर्मी से अभद्रता का भी है मामला दर्ज
- विपक्ष ने साधा निशाना पूछा, अब कहां गयी अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति
- राजनीति में अपराधीकरण को बढ़ावा देने का भी भाजपा पर लगाया आरोप
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। साफ-सुथरी राजनीति करने और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का दावा करने वाली भाजपा का दोहरा चरित्र एक बार फिर उजागर हो गया है। भाजपा ने कानपुर के काकादेव थाने के हिस्ट्रीशीटर और हत्या के मामले में सजा पाने वाले अरविंद राज त्रिपाठी को भाजयुमो का प्रदेश मंत्री नियुक्त कर दिया है। इस खुलासे के बाद सियासी हलके में हलचल तेज हो गयी है। विपक्ष ने भाजपा पर निशाना साधते हुए पूछा है कि अब अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति कहां गयी। साथ ही विपक्ष ने भाजपा पर राजनीति में अपराधीकरण को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया है। भाजपा ने सोमवार को भाजयुमो (भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा)के 26 पदाधिकारियों की सूची जारी की थी। इस लिस्ट में हिस्ट्रीशीटर अरविंद राज त्रिपाठी का नाम भी है। अरविंद राज त्रिपाठी को भाजयुमो का प्रदेश मंत्री बनाया गया है। इसे लेकर न केवल विपक्ष ने भाजपा को घेरा है बल्कि भाजपा के अंदर भी सुगबुगाहट तेज हो गयी है। काकादेव थाने के रिकॉर्ड के मुताबिक अरविंद हिस्ट्रीशीटर है और उस पर छात्रनेता सनी गिल समेत हत्या के दो केस दर्ज हैं। हत्या के एक मामले में कोर्ट से सजा भी सुनाई जा चुकी है। उस पर हत्या के प्रयास के दो केस हैं। यही नहीं इस पर पुलिसकर्मियों से मारपीट करने और वर्दी फाड़ने का भी आरोप है। इस मामले में काकादेव थाने में तैनात हेड कांस्टेबल गिरिराज सिंह ने एफआईआर दर्ज कराई थी। इसमें महेंद्र नायक नाम के शख्स समेत चार-पांच अज्ञात आरोपी थे। आरोप था कि चेकिंग के दौरान नशे में धुत आरोपियों ने पुलिसकर्मियों से अभद्रता कर मारपीट की थी और वर्दी फाड़ दी थी। काकादेव इंस्पेक्टर कुंज बिहारी मिश्रा ने बताया कि इस केस में अरविंद भी वांछित है। ऐसे में अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने की बात कहने वाली भाजपा विपक्ष के निशाने पर आ गयी है। सवाल यह है कि क्या भाजपा का अपराधियों को लेकर अपने और दूसरों के लिए अलग-अलग पैमाना है। इस नियुक्ति से पार्टी में भी हंगामा मचा हुआ है और पदाधिकारी भी दबी जुबान इसका विरोध कर रहे हैं। वहीं विपक्ष भी इस मामले में भाजपा पर निशाना साध रही है।
2009 में हुई थी गैंगस्टर की कार्रवाई
अरविंद पर पहला केस 2002 में दर्ज हुआ था। 2009 में उस पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई। पुलिस चार बार अरविंद पर गुंडा एक्ट की कार्रवाई कर चुकी है। रंगदारी, मारपीट के अलावा दो केस सेवन सीएलए के भी दर्ज हैं। शहर के काकादेव थाने में उसके खिलाफ करीब 16 मुकदमें दर्ज हैं। उस पर हत्या के प्रयास और वसूली के कई केस हैं।
भाजपा की नीयत और इरादे नेक नहीं है। भाजपा में जो भी शामिल हो जाता है वह स्वच्छ हो जाता है। ये सिर्फ बातों के सौदागर हैं। भाजपा कोर्ट की भी गरिमा का ख्याल नहीं रखती है। यही वजह है कि हिस्ट्रीशीटर व हत्यारोपी को भाजयुमो का प्रदेश मंत्री बना दिया। इससे साफ है कि भाजपा अपराधियों को संरक्षण दे रही है।
अम्ब्रीश सिंह पुष्कर, विधायक, सपा
भाजपा हमेशा से अपराधियों को संरक्षण देती रही है। यही भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा है। वह सियासत में अपराधीकरण को बढ़ावा दे रही है। यही कारण है कि प्रदेश में अपराध चरम पर पहुंच चुके हैं। कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। आने वाले चुनाव में भाजपा का जाना तय है।
अजय कुमार लल्लू, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
गैंगस्टर अरविंद राज त्रिपाठी एक उदाहरण नहीं इससे पहले भाजपा ने उन्नाव रेप व अपहरण कांड में सजा काट रहे कुलदीप सिंह सेंगर के करीबी अरूण सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष का टिकट दिया था, जिसमें भाजपा का चेहरा बेनकाब हुआ था। भाजपा ने साबित कर दिया है कि वह राजनीति में अपराधीकरण को बढ़ावा दे रही है।
सतीश श्रीवास्तव, प्रदेश महासचिव, पूर्वांचल विंग, आप
जब से भाजपा सत्ता में आई है तब से माफिया, हिस्ट्रीशीटर व अपराधियों का यूपी में बोलबाला है। इस सरकार में अपराध बढ़ा है। भाजपा ने एक और हिस्ट्रीशीटर को अपने कुनबे में शामिल किया है। भाजपा यूपी का चुनाव हथियारों के बल पर जीतना चाहती है मगर जनता उसे सबक सिखाएगी।
अनिल दुबे, राष्टï्रीय सचिव, आरएलडी
भाजपा अपराधियों को संरक्षण नहीं देती। यदि ऐसा कोई व्यक्ति शामिल हो गया है तो पार्टी नेतृत्व इसकी पड़ताल करेगा। मामला सही पाए जाने पर पार्टी उस पर एक्ïशन लेगी। भाजपा सबका साथ, सबका विकास और स्वच्छ राजनीति पर चलने वाली पार्टी है।
हरीशचंद्र श्रीवास्तव, प्रवक्ता, भाजपा