अमेरिकी राष्टï्रपति को टिकैत का ट्वीट- भारत में किसान कर रहे प्रदर्शन, पीएम मोदी से करें चर्चा
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन में अमेरिकी राष्टï्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की। इसी बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने जो बाइडेन को ट्विटर के जरिए एक संदेश दिया है और कहा पीएम मोदी के साथ हमारे मसलों पर भी चर्चा करें। किसान नेता राकेश टिकैत ने अमेरिकी राष्टï्रपति को टैग करते हुए ट्वीट किया कि भारतीय किसान पीएम मोदी की सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। 11 महीने में 700 से अधिक किसान इस बीच मर चुके हैं। इन काले कानूनों का वापस होना जरूरी है। पीएम मोदी के साथ अपनी मीटिंग में हमारे मुद्ïदों पर भी ध्यान दें। बता दें कि बीते एक साल से किसानों का हल्ला बोल जारी है। किसानों की मांग है कि तीनों कानूनों को वापस लिया जाए और एमएसपी की गारंटी दी जाए। किसान संगठनों और सरकार के बीच कई दौर की चर्चा हो चुकी है, लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई है। सरकार ने तीनों कानून को वापस लेने से इनकार किया है। इधर संयुक्त किसान मोर्चा के प्रमुख नेताओं की लखनऊ बैठक में आगामी 27 सितंबर की भारत बंद की समीक्षा हुई। किसान नेताओं ने विभिन्न जिलों में अपने दौरे एवं किसान चौपाल एवं किसान पंचायत की समीक्षा की। बैठक में किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष ललित त्यागी, भारतीय किसान यूनियन (धर्मेंद्र) अध्यक्ष धर्मेंन्द्र सिंह, भारतीय किसान यूनियन (असली) प्रवक्ता प्रबल प्रताप सिंह, नवभारत किसान संगठन अध्यक्ष निर्मल शुक्ला, भारतीय किसान यूनियन जनशक्ति अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह सहित 25 किसान संगठनों के नेताओं ने तैयारी की रिपोर्ट दी।
शांतिपूर्ण रहेगा भारत बंद
संयुक्त किसान मोर्चा की संयुक्त बैठक के बाद किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष ललित त्यागी ने बताया कि वाराणसी, गाजीपुर, भदोही में जिला एवं तहसील स्तर पर किसान, टे्रड यूनियन, छात्र, नौजवान, महिला खेत मजदूर, व्यापारिक संगठनों की बैठक में 27 सितंबर को भारत बंद में व्यापक रूप में शामिल होने का निर्णय लिया गया। आगे कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की यह घोषित नीति है कि भारत बंद शांतिपूर्ण रहेगा। किसी प्रकार की असामाजिक तत्वों की रणनीति को विफल कर दिया जाएगा। आने वाले दो-तीन दिनों में जिम्मेदारियों बांटकर किसान नेता अवध क्षेत्र के विभिन्न जिलों में निकल पड़ेंगे। किसान नेताओं ने राज्य सरकार को चेतावनी दी है कि किसी प्रकार की धरपकड़ भय और आतंक की कार्रवाई न करें नहीं तो आने वाले चुनाव में अंजाम भुगतना पड़ेगा।