इरा अस्पताल से सीखिए किस तरह रखा जाता हैं संक्रमितों का ख्याल
- कोविड काल में बेहतर काम कर रहा राजधानी का इरा अस्पताल
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमितों की तेजी से बढ़ती संख्या के आगे केजीएमयू, पीजीआई, सिविल व लोहिया जैसे अस्पतालों का सिस्टम जहां लाचार है। वहीं दूसरी ओर राजधानी का इरा अस्पताल कोविड काल में संक्रमितों को बेहतर सुविधाएं दे रहा हैं। कोविड सेंटर में डॉक्टर मरीजों का इस तरह ख्याल रखते है, जैसे घर का माहौल हो। इरा में भर्ती होने आए एक पेशेंट राजीव शुक्ला बताते हैं कि लखनऊ में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार की स्थिति बनी हुई है। मरीजों को अस्पतालों में आसानी से पलंग नहीं मिल पा रहे हैं। दवा, इंजेक्शन का भारी टोटा है। हर ओर बेबसी और दहशत का माहौल है। ऐसे में इरा अस्पताल प्रशासन ने इस मुश्किल समय में बेहतर काम करके दिखा दिया है कि आपदा के समय धैर्य और शांति बनाए रखने से मरीजों को ठीक किया जा सकता है। महामारी में मरीज से सकारात्मक समन्वय बनाए रखे। उसे आशा भरी नजरों से देखे तो मरीज का हौसला बढ़ता है। साथ ही वह जल्दी ठीक भी हो जाता है।
इरा अस्पताल नहीं, परिवार है
इरा अस्पताल के मालिक मीसम अली खान ने बताया कि वर्तमान में संकट का दौर है। ऐसे समय में संक्रमितों के जेहन में यही सवाल आता है कि काश अस्पताल प्रशासन की बेहतर सुविधाएं मिले तो ही जल्दी स्वस्थ होकर घर लौट आएंगे। मीसम बताते हैं कि कोई भी मरीज जब इस अस्पताल में दाखिल होता है तो उससे इस तरह से पेश आया जाता है कि उसे लगे यह अस्पताल नहीं बल्कि एक तरह का अपना परिवार है। एरा का पूरा स्टाफ संक्रमित व्यक्ति व उसके परिवार से सादगी से पेश आता है। हर मरीज को घर जैसे माहौल मिले। इसके लिए पूरा स्टॉफ सहयोग भी करता है।
90 वर्षीय बुजुर्ग ने हौसले से जीती कोरोना से जंग
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार से जहां लोग खौफजदा हैं। वहीं दूसरी ओर राजधानी लखनऊ के 90 वर्षीय बुजुर्ग ने हौसले से कोरोना से जंग जीत ली है। कोरोना से पीड़ित भगवती प्रसाद पाण्डेय बताते हैं कि 20 अप्रैल को बुखार आने पर जांच कराई, तो 22 अप्रैल को मैं कोरोना पॉजिटिव निकला। इसके बाद तुरंत मैं घर में ही आईसोलेट हो गया। भगवती प्रसाद ने न केवल कोरोना को मात दी, बल्कि वह अब पूरी तरह स्वस्थ है। राजाजीपुरम निवासी भगवती प्रसाद का कहना है कि गरम पानी और काढ़े के सेवन के साथ दवाइयां नियमित रूप से खाईं और परिवारवालों ने भी पूरा ध्यान रखा। इसी वजह से आज हम स्वस्थ है। भगवती के स्वस्थ होने की खबर यहां के लोगों के लिए प्रेरणाश्रोत बन गई है। सेंट्रल बार एसोसिएशन के महामंत्री व भगवती के बेटे संजीव कुमार पाण्डेय का कहना है जब 90 वर्षीय पिता जी हमारे कोरोना को हरा सकते हैं तो कोई भी हरा सकता है।
भदोही में शादी में जहरखुरानी की शिकार हुई महिलाएं, जेवर लूटे
4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। भदोही जिले में एक वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान देर रात 7 महिलाएं और 2 बच्चे जहरखुरानी का शिकार हो गए। महिलाएं जो सोने के जेवरात पहनी थी उसको लेकर बदमाश फरार हो गए हैं। बेहोशी की हालत में सभी महिलाओं और बच्चों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। जानकारी के मुताबिक, गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के उत्सव मैरिज लॉन में तिवारीपुर बैदा गांव निवासी राजेन्द्र मिश्रा की भतीजी की शादी थी। उसमें शामिल होने के लिए घर की महिलाएं और कुछ रिश्तेदार पहुंचे हुए थे। देर रात जब शादी समारोह संपन्न हो रहा था उसी दौरान आशंका जताई जा रही है कि मैरिज लॉन के कमरे में बैठी महिलाओं को किसी ने चाय में कुछ नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया जिससे महिलाएं बेहोश हो गई। उसके बाद जेवरात लेकर बदमाश फरार हो गए हैं। मामले में क्राइम ब्रांच समेत गोपीगंज कोतवाली पुलिस जांच पड़ताल में जुटी हुई है। मैरिज लॉन में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है. साथ ही कैटरिंग में लगे कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है। कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
उन्नाव में प्रधान पति ने किशोर को मारी गोली, मौत
4पीएम न्यूज नेटवर्क. उन्नाव। उन्नाव में प्रधान के पति ने विपक्षी के घर पर हमला बोलकर एक किशोर को गोली मार दी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है। उन्नाव के अटवा गांव निवासी मनोज कुमार पुत्र छोटेलाल ने बताया कि गांव निवासी अनुराधा ग्राम प्रधान हैं। कल देर रात उनके पति रणधीर सिंह ने अपने साथियों अनूप मनोज पुत्र कैलाश सिंह, सूरज व नीरज पुत्र रणधीर सिंह के अलावा अनुराधा पत्नी रणधीर सिंह व अभिषेक पुत्र रज्जन सिंह के साथ मिलकर उसके घर में घुसकर हमला किया और जमकर मारपीट की। इसका विरोध करने पर उन लोगों ने फायरिंग कर दी, जिसमें एक गोली उसके छोटे भाई दीपक को लगी। गोली लगते ही वह गिर गया। इसके बाद हमलावर वहां से भाग खड़े हुए। तत्काल दीपक को पीएचसी ले जाया गया। वहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में उसकी मौत हो गई। सूचना पर सीओ सफीपुर बीनू सिंह व फतेहपुर चौरासी एसओ भावनाथ चौधरी भी मौके पर पहुंचे और जांच की। एसओ भावनाथ चौधरी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।