किसानों को इफको का तोहफा, उपलब्ध कराया दुनिया का पहला नैनो यूरिया
4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (इफको) ऑनलाइन-ऑफलाइन मोड में हुई अपनी 50वीं वार्षिक आम बैठक में पूरी दुनिया के किसानों के लिए विश्व का पहला नैनो यूरिया तरल पेश किया। इसे स्वदेशी और प्रोपाइटरी तकनीक के माध्यम से नैनो जैवप्रौद्योगिकी अनुसंधान केन्द्र में तैयार किया गया है। इसके प्रयोग से फसलों की पैदावार बढ़ती है तथा पोषक तत्वों की गुणवत्ता में सुधार होता है। नैनो यूरिया भूमिगत जल की गुणवत्ता सुधारने तथा जलवायु परिवर्तन व टिकाऊ उत्पादन पर सकारात्मक प्रभाव डालते हुए ग्लोबल वार्मिंग को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा। इफको के वैज्ञानिकों ने बताया कि नैनो यूरिया तरल के प्रयोग से पौधों को संतुलित मात्रा में पोषक तत्व प्राप्त होंगे और मिट्टी में यूरिया के अधिक प्रयोग में कमी आएगी। यूरिया के अधिक प्रयोग से पर्यावरण प्रदूषित होता है। मृदा स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचता है। पौधों में बीमारी और कीट का खतरा अधिक बढ़ जाता है। फसल देर से पकती है और उत्पादन कम होता है। साथ ही फसल की गुणवत्ता में भी कमी आती है। इफको नैनो यूरिया किसानों के लिए सस्ता है और यह किसानों की आय बढ़ाने में प्रभावकारी होगा। राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रणाली (एनएआरएस) के तहत 20 आईसीएआर संस्थानों, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों और कृषि विज्ञान केन्द्रों में 43 फसलों पर किये गये बहु-स्थानीय और बहु-फसली परीक्षणों के आधार पर इफको नैनो यूरिया तरल को उर्वरक नियंत्रण आदेश(एफसीओ, 1985) में शामिल कर लिया गया है। 500 मि.ली. नैनो यूरिया की कीमत काफी कम है।