नगर निगम में शामिल नए गांवों का होगा कायाकल्प
आठ माह में पूरा होगा काम, खर्च होंगे एक अरब रुपये
पेयजल और सीवरेज सिस्टम से लैस होंगे 88 गांव
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। राजधानी के नगर निगम सीमा में शामिल किए गए 88 गांवों का जल्द कायाकल्प होगा। इसके लिए पूरी योजना का खाका तैयार किया गया है। इन गांवों को पेयजल और सीवर से जोड़ा जाएगा। इस काम को पूरा करने में कम से कम आठ माह का वक्त और करीब एक अरब का खर्च आएगा। इन क्षेत्रों में विकास कराने को लेकर तैयार की जा रही योजनाओं को लेकर जल निगम ने यह रिपोर्ट तैयार की है। नगर निगम ने जलकल विभाग से सीवरेज और पेयजल योजना तैयार करने को कहा था।
नगर निगम ने 88 गांवों में सरकारी जमीनों को चिंहित करने, वहां विकास कराने और भवन कर वसूलने के लिए एक कमेटी बनाई थी। अपर नगर आयुक्त अमित कुमार की अध्यक्षता में बनी कमेटी में दोनों तहसीलदारों के अलावा मुख्य अभियंता, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी समेत अन्य अधिकारियों को शामिल किया गया था। पिछले साल दिसंबर में नगर निगम सीमा में इन 88 गांवों को शामिल किया गया था। अभी तक इस गांवों के विकास का जिम्मा ग्राम सभाओं का था लेकिन अब नगर निगम को यहां का विकास कराना होगा। शामिल किए गए गांवों की आबादी 2,69,464 आंकी गई है। इन गांवों की आबादी 588 से लेकर 15658 तक है। नगर निगम ने सर्वे के आधार पर आबादी का आंकलन किया गया था। सीतापुर रोड के 15 गांव, कुर्सी रोड के दस गांव, फैजाबाद रोड के बीस गांव, सुलतानपुर रोड के 14 गांव, रायबरेली रोड के सात गांव, कानपुर रोड के आठ गांव, मोहान रोड के दो और हरदोई रोड के छह गांव शामिल किए गए हैं। इन गांवों के कायाकल्प के लिए जलकल के महाप्रबंधक एसके वर्मा ने जल निगमों को लिखकर कार्ययोजना तैयार करने को कहा था। अब जल निगम की लखनऊ गोमती नदी प्रदूषण नियंत्रण इकाई के महाप्रबंधक आर के अग्रवाल ने इस पर अपनी रिपोर्ट दे दी है। रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि सीवरेज व पेयजल योजना पर करीब एक अरब का खर्च आएगा और काम पूरा होने में आठ माह का समय लग सकता है। ..
ये गांव शामिल किए गए
गांव जेहटा, सैथा, अलीनगर, नरहरपुर, घैला, अल्लूनगर डिगुरिया, ककौली, मुतक्कीपुर, रायपुर, भिठौली खुर्द, मोहिउद्दीनपुर, खरगपुर जागीर, तिवारीपुर, मिर्जापुर, सैदपुर जागीर, रसूलपुर कायस्थ, अजनहर कलां, मिश्रपुर, गुडम्बा, बरखुरदारपुर, आधार खेड़ा, बसहा, दसौली, रसूलपुर सादात, मोहम्मदपुर मजरा, नौबस्ता कलां, गोयला, धावा, उत्तर धौना, गणेशपुर रहमानपुर, सेमरा, शाहपुर, सराय शेख, टेराखास, लौलाई, निजामपुर मल्हौर, हासेमऊ, भरवारा, लोनापुर, चंदियामऊ, भैसोरा, खरगापुर, हुसेडिय़ा, मकदूमपुर, मलेसेमऊ, बाघामऊ, मस्तेमऊ, अरदौना मऊ, सरसवां, अहमामऊ, चककंजेहरा, माढरमऊ खुर्द, माढरमऊ कलां, हसनपुर खेवली, यूसुफनगर, हरिहरपुर, मलाक, घुसवलकलां, देवामऊ, मुजफ्फरनगर, घुसवल, निजामपुर मझिगवां, सोनई कजेहरा, बरौना, सेवई तथा बरौली खलीलाबाद, बिरूरा, हरिकंश गढ़ी, पुरसेनी, कल्ली पश्चिम, अलीनगर खुर्द, अशरफ नगर, रसूलपुर इठुरिया, बिजनौर, नटकुर, मीरानपुर पिनवट, अमौसी तथा अनौरा, कलिया खेड़ा, अलीनगर सुनहरा, सदरौना, सरोसा भरोसा, नरौना, सलेमपुर पतौरा, सिकरोरी, लालनगर, महिपतमऊ, सरायप्रेमराज तथा मौरा शामिल हैं।
पहले भी बढ़ाया जा चुका है दायरा
इससे पहले 1959 में 42 और 1987 में 82 गांवों को शामिल किया गया था। अभी तक 310 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र वाले नगर निगम का दायरा बढक़र 568 वर्ग किलोमीटर हो गया है।