मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी अभी दो दिन और बरसेंगे जमकर बदरा
नई दिल्ली। इस समय उत्तर भारत पर मॉनसून दयालु बना हुआ है। दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है। भारी बारिश से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में स्थिति चिंताजनक हो गई है पिछले 24 घंटों में राज्य के कई जिलों में 100 मिमी से अधिक बारिश हुई है. अगले कुछ घंटों तक इसी तरह के हालात बने रहने की संभावना है। वहीं, दिल्ली में गुरुवार दोपहर तक 1159.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो 1964 के बाद से सबसे ज्यादा और अब तक की तीसरी सबसे ज्यादा बारिश है।
मौसम विभाग ने राज्य के पूर्वी क्षेत्रों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश में गुरुवार और शुक्रवार को भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड में 16 सितंबर को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही एडवाइजरी जारी कर लोगों को खराब मौसम के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
मौसम विभाग ने लखनऊ, गाजियाबाद, बाराबंकी, सुल्तानपुर, मथुरा, सीतापुर, अयोध्या, मुरादाबाद, शामली, वाराणसी, संभल, बुलंदशहर, बिजनौर, अमरोहा, गोरखपुर, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और प्रयागराज सहित यूपी के 30 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है अगले 48 घंटे में।
वहीं, राष्ट्रीय राजधानी की बात करें तो सितंबर में दिल्ली में हुई बारिश ने 400 मिमी का आंकड़ा पार कर लिया है. सितंबर 1944 में 417.3 मिमी बारिश के बाद से गुरुवार दोपहर तक 403 मिमी बारिश इस महीने में सबसे अधिक है।
उत्तर प्रदेश में बारिश से अब तक सात लोगों की मौत हो चुकी है। बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति भी बाधित रही। रायबरेली में 24 घंटे में 186 मिमी बारिश होने के बाद स्कूलों में दो दिन का अवकाश घोषित किया गया है। कई इलाकों में रेल पटरियां जलमग्न हो गई हैं और सडक़ों पर पानी भर जाने के बाद अंडरपास को भी बंद कर दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के जौनपुर के सुजानपुरा में भारी बारिश के कारण दीवार गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई है। वहीं, बाराबंकी के रामसनेही घाट इलाके में भी इसी तरह की घटना में दो लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा कौशांबी, अयोध्या और सीतापुर में बारिश से जुड़ी घटनाओं में लोगों के मरने की खबरें आई हैं, हालांकि इसकी संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है।
सामान्य तौर पर, दिल्ली में मानसून के मौसम में 653.6 मिमी बारिश होती है। पिछले साल राजधानी में 648.9 मिली बारिश हुई थी। शहर में 15 सितंबर के बीच सामान्य वर्षा 614.3 मिमी होती है, जब मानसून 1 जून से शुरू होता है। मानसून 25 सितंबर तक दिल्ली से लौटता है।
आईएमडी के अनुसार, शहर के लिए आधिकारिक मानी जाने वाली सफदरजंग वेधशाला का कहना है कि शहर में गुरुवार दोपहर तक 1159.4 मिमी बारिश हुई है। 1975 में 1,155.6 मिमी और 1964 में 1190.9 मिमी बारिश हुई थी। 1933 में अब तक दर्ज की गई सबसे अधिक वर्षा का रिकॉर्ड 1,420.3 मिमी है। इससे पहले सुबह मौसम विभाग ने दिल्ली में दिन में मध्यम बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया था। शुक्रवार को हल्की बारिश की संभावना है। पिछले दो दशकों में यह केवल तीसरी बार है जब दिल्ली की मानसूनी बारिश ने 1000 मिमी का आंकड़ा पार किया है।