अनशन पर अन्नदाता, सपा का प्रदर्शन

19वें दिन भी जारी रहा किसानों का आंदोलन, राज्यों के जिला मुख्यालयों पर दिया धरना
नए कृषि कानूनों को वापस लेने पर अड़े किसान
अयोध्या में सपा के कई नेता नजरबंद, लखनऊ में पुलिस से झड़प

4पीएम न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर किसानों ने अपना आंदोलन और तेज कर दिया है। आंदोलन के 19वें दिन किसान एक दिन की भूख हड़ताल पर हैं। किसानों का यह अनशन शाम पांच बजे तक चलेगा। इस दौरान राज्यों के जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन भी किया गया। किसानों के समर्थन में सपा ने राजधानी लखनऊ समेत कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया। सपा के कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। किसान आंदोलन आज अपने 19वें दिन में प्रवेश कर चुका है। किसानों ने देशभर के जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है। आंदोलन को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर के कई रास्ते बंद हैं। भारतीय किसान यूनियन(पंजाब) के जनरल सेक्रेटरी हरिंदर सिंह लखोवाल ने कहा है कि हम सरकार को नींद से जगाना चाहते हैं। आज हमारे संयुक्त मोर्चा के 40 किसान नेता दिल्ली की सभी सीमाओं पर शाम पांच बजे तक भूख हड़ताल पर हैं। इनमें से 25 सिंघु बॉर्डर पर, 10 टिकरी बॉर्डर पर और पांच यूपी बॉर्डर पर बैठे हैं। वहीं भारतीय किसान यूनियन एकता (उग्रहान) के महासचिव सुखदेव सिंह ने पंजाब के 32 किसान यूनियन के एक दिन के अनशन के फैसले से खुद को अलग करते हुए कहा कि वह भूख हड़ताल नहीं करेंगे। ऑल इंडिया किसान सभा के कार्यकारी अध्यक्ष बाल करण सिंह ने कहा कि सरकार हमारी मांगों को लेकर जिद पर अड़ी है। यह उन्हें जगाने का एक प्रयास है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर सरकार बातचीत का एक और प्रस्ताव रखती है तो हमारी कमेटी उस पर विचार करेगी। हम सभी से प्रदर्शन के दौरान शांति बरकरार रखने की अपील करते हैं। वहीं लखनऊ में सपा कार्यकर्ताओं ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया। कैसरबाग में सपा कार्यकर्ताओं ने बेरिकेडिंग तोड़ दी। इस दौरान पुलिस से उनकी झड़प भी हुई। अयोध्या में सपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री अवधेश प्रसाद, आनंद सेन यादव, पवन पांडे, छात्र सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल सिंह आदि को नजरबंद कर दिया गया।
कोर्ट में 16 को होगी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट 16 दिसंबर को प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली की सीमाओं से हटाने के लिए अधिकारियों को निर्देश देने की मांग पर सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट के अनुसार मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे, न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी. रामसुब्रमण्यम की खंडपीठ, लॉ स्टूडेंट ऋषभ शर्मा द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करेगी। याचिका में कहा गया है कि यात्रियों को प्रदर्शन के कारण कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते कोरोना के मामलों में भी इजाफा हो सकता है। कई बॉर्डर बंद है।
बातचीत की अपील
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा, मैं किसानों से कृषि कानूनों से संबंधित मुद्दों को हल करने के लिए सरकार के साथ बातचीत के लिए अपील करता हूं। यदि किसान इन बिलों में कुछ जोड़ना चाहते हैं तो यह संभव है, लेकिन पूरी तरह से हां या ना, नहीं हो सकता है। बातचीत से समाधान निकल सकता है।
हल के बल को हल्के में न ले सरकार: अखिलेश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को हल्के में न ले। उन्होंने ट्वीट किया, रख देता पलटकर सिर के बल, हल्का न समझो हल का बल। नहीं चाहिए भाजपा।
केजरीवाल भी उपवास पर
किसान आंदोलन के समर्थन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री सत्येंद्र जैन, गोपाल राय और आम आदमी पार्टी के अन्य नेता भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। केजरीवाल ने ट्वीट कर लोगों से उपवास करने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट किया, उपवास पवित्र होता है। आप जहां हैं, वहीं हमारे किसान भाइयों के लिए उपवास कीजिए। प्रभु से उनके संघर्ष की सफलता की प्रार्थना कीजिए। अंत में किसानों की अवश्य जीत होगी।
केजरीवाल कर रहे पाखंड : जावड़ेकर
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट किया , केजरीवाल जी, ये आपका पाखंड है। आपने पंजाब विधान सभा चुनावों में वादा किया था कि जीतने पर एपीएमसी कानून में संशोधन किया जाएगा। नवंबर 2020 में आपने दिल्ली में कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया और आज आप उपवास का ढोंग कर रहे हैं। यह कुछ और नहीं बल्कि पाखंड ही है।
अमित शाह के घर पहुंचे कृषि मंत्री तोमर
किसानों आंदोलन को तेज होता देखकर सरकार ने कृषि मामलों की जीओएम की बैठक बुलाई है। इस बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी शामिल होंगे। बैठक के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर, अमित शाह के घर पहुंच चुके हैं।

देश को आत्मनिर्भर बनाएगी नयी शिक्षा नीति: योगी

दिव्यांगों के कल्याण के लिए सरकार प्रतिबद्ध
सीएम ने डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्टï्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में छात्रों को दी शुभकामनाएं

4पीएम न्यूज नेटवर्क, लखनऊ। डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्टï्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था की सदी है। इसमें परंपरागत ज्ञान, इनोवेशन और शोध अहम हैं। देश में जारी नयी राष्टï्रीय शिक्षा नीति देश को आत्मनिर्भर बनाएगी। सरकार दिव्यांग जनों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। सीएम योगी ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कोरोना काल की विषम परिस्थितियों के बाद भी विश्वविद्यालय ने दीक्षांत समारोह का आयोजन कर सकारात्मकता का उदाहरण पेश किया है। हम सब पीएम मोदी के आभारी हैं जिन्होंने विकलांग शब्द को दिव्यांग शब्द में परिवर्तित कर ऐसे व्यक्तियों को हमेशा बढ़ावा दिया। कोरोना काल में भी दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए सरकार ने कई काम किए। उन्हें पेंशन दी गई। नयी शिक्षा नीति में ऐसे छात्रों को बढ़ावा देने का कार्य किया जा रहा है। यह विश्वविद्यालय भारत की परंपरागत शिक्षा को आगे बढ़ाने का भी काम करेगा।

Related Articles

Back to top button