अपनी नाकामी छिपाने के लिए विपक्ष पर आरोप मढ़ रही भाजपा सरकार: अखिलेश

नेताओं, अफसरों और माफियाओं से गठजोड़ से बिगड़ रहे प्रदेश के हालात
दमन के रास्ते पर चल रही सरकार, जनता देगी करारा जवाब

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार और संवेदनहीनता आम बात है। ध्वस्त कानून व्यवस्था के मोर्चे पर भाजपा सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए विपक्ष पर आरोप मढ़ देती है। नृशंस अपराधी अपनी गतिविधियां बेखौफ चलाते रहते हैं, सरकार और उसका पूरा प्रशासनिक तंत्र क्यों सोता रहा? सरकार को यह तो स्पष्ट करना चाहिए कि कानपुर का अपराधी किसके सम्पर्क में रहा है और कौन सत्ताधीश उससे मिलने आते थे?
उन्होंने कहा कि अपराधियों को संरक्षण, हर अपराध में आरक्षण और जनता के लिए संघर्षशील समाजवादियों पर झूठे मुकदमे लगाना ही भाजपा का रामराज्य है। मुरादाबाद में सपा सांसद डॉ. एसटी हसन, 4 विधायकों, एक पूर्व विधायक समेत 50 सपा कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमों का क्या औचित्य है? भाजपा दमन के रास्ते पर चल रही है, जनता इसका स्वयं करारा जवाब देगी। समाजवादी कार्यकर्ता बाहर से आए श्रमिकों को भोजन बांट रहे थे तो उन पर भी मुकदमे लगा दिए गए। सरकार बदले की भावना से काम करती है। भाजपा सरकार कोरोना संकट की आड़ में अपनी लापरवाहियों पर पर्दा डालती रही है। किसी की जिन्दगी से खिलवाड़ किया जाना शर्मनाक है। मेरठ में 2500 रूपए लेकर कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट देने का गोरखधंधा चल रहा है। रामपुर में एक क्वारंटाइन सेंटर में युवक ने छत से कूद कर जान दे दी। परिजनों ने सेंटर पर अव्यवस्था और उत्पीडऩ का आरोप लगाया है। सफाई कर्मियों को कोरोना योद्धा घोषित कर उन्हें मालाएं पहनाने वालों को शर्म आनी चाहिए कि उन्नाव में उन्हें कई माह से वेतन नहीं दिया गया है और उनके परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौर में सरकार की लापरवाही की शिकायतें राजधानी लखनऊ में भी मिल रही है। मुख्यमंत्री की टीम-इलेवन हो या नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी अब सभी अपने दायित्वों के निर्वहन में टालमटोल करने लगे हैं। एक दूसरे को जिम्मेदार ठहरा कर अपनी गलतियां छुपा रहे हैं। इसके नतीजे कितने खतरनाक हो सकते हैं, इसका अंदाजा होते हुए भी सब आंखे मूंदे हुए हंै। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार न तो कानून व्यवस्था सम्हाल पा रही है और नहीं स्वास्थ्य व्यवस्था। नेताओं, अफसरों और माफियाओं के गठजोड़ से स्थिति बिगड़ती जा रही है। सरकारी तंत्र का दुरूपयोग विपक्ष की आवाज दबाने के काम में हो रहा हैं। इससे समाज का हर वर्ग परेशान है। प्रदेश में अराजकता, अव्यवस्था और अत्याचार की बाढ़ आई हुई है। जनता के लिए यह स्थिति असहनीय है।

क्वारंटाइन सेंटर की छत से कूदे युवक की मौत के मामले में जांच शुरू

4PM न्यूज़ नेटवर्क
रामपुर। जौहर यूनिवर्सिटी के क्वारंटाइन सेंटर की छत से कूदे युवक की मौत के मामले में मजिस्ट्रेटी जांच शुरू हो गई है। डीएम के आदेश पर मजिस्ट्रेटी जांच कर रहे नगर मजिस्ट्रेट सर्वश कुमार गुप्ता ने रविवार को क्वारंटाइन सेंटर पहुंचकर वहां चिकित्सकोंं, स्टाफ व अन्य लोगों के बयान दर्ज किए। मृतक आगापुर गांव का विनीत गौतम था। उसकी मां के कोरोना संक्रमित होने पर विनीत और उसके भाई अमित को पहली जुलाई को क्वारंटाइन किया गया था। शुक्रवार रात वह क्वारंटाइन सेंटर की छत से कूद गया था। उसे घायल हालत में जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई थी।
स्वजनों ने क्वारंटाइन सेंटर के चिकित्सकों, कर्मचारियों, सुरक्षा कर्मियों और जिला अस्पताल के चिकित्सकों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था। पुलिस को तहरीर भी दी थी। हालांकि अभी तक तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं हो सका है। इस घटना के बाद जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए थे और कहा कि यदि कोई व्यक्ति इसके संबंध में कुछ बताना चाहता है तो वह 13 जुलाई को सुबह 10 से शाम पांच बजे तक कार्यालय में आकर बयान दर्ज करा सकता है।

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