अयोध्या: भूमि पूजन में पीएम मोदी के साथ अंबानी व अडानी भी मौजूद रहेंगे
200 गणमान्य लोग होंगे भूमि पूजन में शामिल
मंदिर आंदोलन से जुड़े अग्रणी नेता रहेंगे सूची में खास
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। अयोध्या में श्रीराम मंदिर के भूमि पूजन की तारीख पांच अगस्त के निकट आते ही लोगों में खुशी का माहौल है। हालांकि कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस महानुष्ठान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित दो सौ चुनिंदा लोगों के ही शामिल होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के लोग इस सूची को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। दो सौ लोगों की सूची चार श्रेणियों में विभाजित है। इन्हीं चार में से एक श्रेणी देश की विभूतियों की है। इसमें कला, साहित्य, संस्कृति और औद्योगिक क्षेत्र से जुड़े शीर्ष लोग शामिल हैं। भूमि पूजन में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी और अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी शामिल हैं। विहिप एवं संघ के पदाधिकारियों तथा मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे अग्रणी नेता, स्थानीय संत-महंत, समाजसेवी विशेष रूप से शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री रखेंगे आधारशिला
काशी के प्रख्यात विद्वान पं. गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने विद्वानों से मंत्रणा के बाद भूमिपूजन का मुहूर्त पांच अगस्त को मध्याह्न 12 बजकर 15 मिनट और 15 सेकेंड से अगले 32 सेकेंड के लिए सुनिश्चित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र इसी 32 सेकेंड की अवधि में राम मंदिर की आधारशिला रखेंगे। आधारशिला स्थापन में भी शास्त्रीयता का पूरा ध्यान रखा गया है। रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येंद्रदास के अनुसार नंदा, जया, भद्रा, रिक्ता एवं पूर्णा के रूप में पांच शिलाओं का पूजन किया जाएगा और उन्हें मंदिर की नींव में स्थापित किया जाएगा।
भूमाफियाओं के चंगुल से जमीनें मुक्त करार्ई जाए
गोमतीनगर विस्तार जनसमिति की अपील
कहा- अगर एलडीए प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की तो बैठेंगे अनशन पर
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। गोमतीनगर विस्तार सहित आसपास इलाकों की सरकारी जमीनों पर रसूखदारों का कब्जा है। गोमतीनगर विस्तार जनसमिति के महासचिव के.के.सिंह का आरोप है कि इन जमीनों पर कब्जा भूमाफियाओं एवं एलडीए के अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है। इस संबंध में महासचिव ने एलडीए के उच्चाधिकारियों सहित मुख्य सचिव को शिकायती पत्र भेजा है। पत्र में उन्होंने बताया कि गोमतीनगर विस्तार की सरकारी जमीनों को भूमाफियाओं के चंगुल से मुक्त कराया जाए। साथ ही अवैध झुग्गियों को भी हटाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर 8 अगस्त तक एलडीए प्रशासन कार्रवाई नहीं करता है तो हम लखनऊ विकास प्राधिकरण के समक्ष 10 अगस्त से अनशन पर बैठेंगे। यह अनशन तब तक जारी रहेगा जब तक एलडीए की जमीनें भूमाफियाओं के चंगुल से मुक्त नहीं हो जाती। महासचिव ने कहा कि भूमाफियाओं ने एलडीए तथा सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा कर रखा है। खाली प्लाटों पर अवैध झुग्गियां बनवाकर भी अतिक्रमण कर रखा है। सरकार को इन भूमाफियाओं पर तुरंत एक्ïशन लेना चाहिए।