उत्तराखंड में कांग्रेस-भाजपा का यात्रा प्रेम

  •  एक ही दिन निकलेगी कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा और बीजेपी की जनआशीर्वाद यात्रा

देहरादून। उत्तराखंड में कांग्रेस और बीजेपी में तू डाल-डाल, मैं पात-पात को खेल शुरू हो गया है। कांग्रेस जहां तीन सितंबर से परिवर्तन यात्रा निकालने जा रही है, तो इसके तोड़ में बीजेपी ने भी इसी दिन से जनआशीर्वाद यात्रा निकालने का बी प्लान बनाया है। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की विधानसभा क्षेत्र खटीमा से 3 सितंबर से बीजेपी सरकार के खिलाफ परिवर्तन यात्रा निकालने का ऐलान किया है, जिसका पहला चरण 6 सितंबर को हल्द्वानी में संपन्न होगा। वहीं बीजेपी कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के बरक्स जनआशीर्वाद यात्रा निकालने जा रही है और वो भी 3 सितंबर से ही। बीजेपी की जनआशीर्वाद यात्रा की शुरुआत श्रीनगर विधानसभा सीट से होगी। इस सीट से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल चुनाव की दावेदारी कर रहे हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है कि जो लोग साढ़े चार साल तक कहीं नजर नहीं आए, वो चुनाव को देख अब जनता के बीच जा रहे हैं। कौशिक ने कहा कि बीजेपी 2022 के लिए एक बार फिर जनता से आशीर्वाद मांगेगी। दूसरी ओर कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी कोई भी तोड़ खोज ले, उसकी दाल अब गलने वाली नहीं है। जनता परिवर्तन का मन बना चुकी है। कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दशौनी का कहना है कि बीजेपी को आशीर्वाद नहीं पश्चाताप यात्रा निकालनी चाहिए। उसकी जनविरोधी नीतियों के कारण लोगों ने बड़े कष्ट सहे हैं। प्रचंड बहुमत के बावजूद लोगों को 5 साल में 3-3 सीएम देखने पड़े हैं।

यात्राओं का एक ही मकसद है 2022 का चुनाव

राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा हो या बीजेपी की जनआशीर्वाद यात्रा। इनका एक ही मकसद है 2022 का विधानसभा चुनाव। यह अलग बात है कि अंतत: फैसला तो जनता को ही करना है। वो किसे फर्श पर ला दे और किसे अर्श पर बैठा दे ये तो भविष्य के गर्भ में छिपा हुआ है।

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