कविता-कहानी लिखने से पहले खूब पढ़ना जरूरी : ब्रजेश पाठक

  • काव्य संग्रह विद लव मी का विमोचन

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क, लखनऊ। हृदय की संवेदनशीलता और उससे अभिव्यक्त करने का कौशल किसी को भी साहित्यकार बना सकता है। लिखने से पहले खूब पढ़ना चाहिए। सिर्फ किताब ही नहीं, आसपास की जिंदगी और परिवेश को भी पढ़ना चाहिए। किसी किताब से पढ़ा गया कौन सा वाक्य या जिंदगी में देखा गया कौन सा दृश्य आपकी भावनाओं को जगा दे, कहा नहीं जा सकता है। भावनाएं जागृत होंगी तो रचनाकार बनने का रास्ता खुद-ब-खुद खुलने लगेगा। ये बातें लामार्टिनियर कॉलेज की छात्रा मीनल खुराना द्वारा लिखी गई काव्य संग्रह विद लव मी के विमोचन पर विधि एवं कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने कही। उन्होंने कहा आज की युवा पीढ़ियों को छात्रा मीनल से प्रेरणा लेनी चाहिए। ब्रजेश पाठक ने कहा कि जिस उम्र में बच्चे मौज मस्ती का जीवन जी रहे होते हैं उस उम्र में मीनल ने पोएट्री की किताब लिख दी। किताब यह बताती हैं कि छात्रा मीनल के आदर्शवादी विचार है। बेहतर सोच का नतीजा है। उन्होंने कहा मीनल की कविताएं युवा पाठकों को पसंद आएगी। काव्य संग्रह विद लव मी को दिव्यांश पब्लिकेशन्स द्वारा प्रकाशित और फाल्कटेल्स द्वारा प्रसारित किया गया है। आयोजक राज स्मृति और मनुज शर्मा ने कहा कि वो अपने संस्थान फाल्कटेल्स के माध्यम से युवा लेखकों को प्रोत्साहित करते रहेंगे। दिव्यांश पब्लिकेशंस के प्रबंध निदेशक नीरज अरोड़ा ने कहा कि हमारे प्रकाशन से अनेक लेखकों की किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं और मीनल उनमें सबसे कम उम्र की हैं। इस मौके पर लामार्टिनियर कॉलेज की प्रिंसिपल आश्रिता दास, लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन के राजीव प्रधान, फ्रेंड्ïस पब्लिकेशंस के विनीत साहनी, यूनिवर्सल बुक सेलर के गौरव प्रकाश तथा कैप्टन सुजीत सिंह ने पुस्तक परिचर्चा में विचार रखे।

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