डेटा के प्रयोग को लेकर फेसबुक के खिलाफ जांच

नई दिल्ली। यूरोपीय संघ (ईयू) और यूके में नियामकों ने वर्गीकृत विज्ञापन बाजार में प्रतिस्पर्धा नियमों के कथित उल्लंघन को लेकर सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक के खिलाफ एक जांच शुरू की है। जांच में यह पता लगाया जाएगा कि क्या कंपनी ने प्रतिस्पर्धी सेवाओं से प्राप्त आंकड़ों का इस्तेमाल प्रतिस्पर्धा को बिगाडऩे के लिए किया है।
यूरोपीय संघ के कार्यकारी आयोग ने शुक्रवार को कहा कि वह इस बात की भी जांच करेगा कि फेसबुक ने अपने स्वयं के वर्गीकृत विज्ञापन सेवा बाज़ार को सोशल नेटवर्क से कैसे जोड़ा, क्या यह ग्राहकों तक पहुँचने के लिए लाभान्वित हो रहा था और क्या यह यूरोपीय संघ के लिए फायदेमंद होगा। प्रतियोगिता के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। यूरोपीय संघ के नियामकों की इस जांच को बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों के प्रभुत्व पर लगाम लगाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
इधर, फेसबुक राजनेताओं को कंटेंट मॉडरेशन नियमों से बचाते हुए अपनी नीति में बदलाव करने की योजना बना रहा है यह बदलाव अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपनी साइट से प्रतिबंधित करने के फेसबुक के फैसले से जुड़ा है। फेसबुक दो साल से भी कम समय पहले पेश की गई नीति से हट रहा है, जब कंपनी ने कहा कि राजनेताओं के भाषण को पॉलिश नहीं किया जाना चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक, बदलाव के तहत राजनेताओं के पदों को न्यूजवर्थी नहीं माना जाएगा। राजनेता फेसबुक के सामग्री दिशानिर्देशों के अधीन होंगे जो उत्पीडऩ, भेदभाव या अन्य हानिकारक भाषण पर प्रतिबंध लगाते हैं।
अगर फ़ेसबुक तय करता है कि राजनेताओं का भाषण समाचार योग्य है, तो उसे पुल-डाउन से छूट दी गई है। इसे कंपनी 2016 से एक मानक के तहत इस्तेमाल कर रही है। जल्द ही फेसबुक अपनी नई पॉलिसी का खुलासा करेगा। फेसबुक के प्रवक्ता एंडी स्टोन ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की। इससे पहले द वर्ज ने फेसबुक के बदलाव की जानकारी दी थी।

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