तीरथ सिंह रावत की दिल्ली परिक्रमा पर तूफान
देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के अचानक दिल्ली जाने के बाद उत्तराखंड की राजनीति में फिर से राजनीतिक अस्थिरता की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। हालांकि इन बातों में कितनी सच्चाई है यह कह पाना मुश्किल है। लेकिन विपक्षी दलों ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं। आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने कहा कि बीजेपी सरकार ने पिछले साढ़े 4 साल में जनता के हित में कोई काम नहीं किया, लेकिन सीएम बदलने के खेल शुरू से ही खेलती रही है।
दिनेश मोहनिया ने कहा कि अभी हाल ही में भाजपा सरकार ने अपना सीएम का चेहरा बदला था, लेकिन अब फिर सीएम बदलने की खबरें चलने लगी हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा शुरू से सीएम बदलती जा रही है, इससे साफ कहा जा सकता है कि बीजेपी को प्रदेश की जनता से कुछ लेना देना नहीं है सिर्फ सीएम के चेहरे बदल कर जनता को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है।
वहीं भाजपा सरकार में मंत्री गणेश जोशी का कहना है कि मुख्यमंत्री का दिल्ली जाना कोई नई बात नहीं है क्योंकि केंद्र में बीजेपी की सरकार है और वह बड़े नेताओं से मिलने दिल्ली जाते रहते हैं। जोशी ने कहा कि प्रदेश में कोई राजनीतिक अस्थिरता नहीं है और ना ही सरकार पर कोई संवैधानिक संकट है। मुख्यमंत्री जल्द ही खुद चुनाव लड़ेंगे।