नाक कटी यूपी पुलिस की, उज्जैन में आराम से सरेंडर हुआ विकास दुबे

  • सीमाएं सील, दजनों टीमें और एसटीएफ की कहानीयां धरी रह गयी और आराम से कर्ई राज्यों में टहलता हुआ उज्जैन पहुंच गया विकास दुवे
  • दूसरे राज्यों ने पकड़ कर दिया विकास दुबे के साथियों को तो उसे एनकाउंटर कर के वाहवाही लूटने में जूटी यूपी की एसटीएफ
  • विपक्ष ने उठाया सावाल एमपी के गृह मंत्री विधान सभा चुनाव में थे कानपुर के प्रभारी तो क्या यही कनेक् शन काम आया सरेंडर में

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। कानपुर के चौबेपुर में दो व तीन जुलाई की रात दबिश में गई पुलिस टीम पर हमलाकर सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी और पांच लाख का इनामी विकास दुबे मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार हो गया है। मध्य प्रदेश पुलिस ने महाकाल मंदिर में जांच की। दर्शन करने से पहले दुबे ने अपना बैग फैसिलिटी सेंटर स्थित लॉकर रूम में रखा था। पुलिस ने इसे जब्त कर लिया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विकास दुबे की उज्जैन से गिरफ्तारी के मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फोन पर चर्चा की है। एमपी पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। यूपी एसटीएफ की टीम उज्जैन रवाना हो गई है। दूसरी ओर विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर सियासत तेज हो गई है। विपक्षी कांग्रेस और सपा ने इस गिरफ्तारी को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं।
उज्जैन के जिला कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि विकास दुबे महाकाल का दर्शन करने मंदिर में जा रहा था। उसी समय सुरक्षाकर्मियों ने उसको पहचाना और कंट्रोल रूम को सूचना दी। इसके बाद विकास दुबे वहां पर चिल्ला-चिल्लाकर कहने लगा कि मैं ही विकास दुबे हूं। इसके बाद पुलिस की टीम ने उसको पकड़ा और कंट्रोल रूम में लेकर गई। विकास दुबे ने महाकाल मंदिर की 250 रुपये की पर्ची भी कटाई और जैसे आम लोग दर्शन करते है वेसे ही दर्शन करने लाइन में लगा था। उसे एनकाउंटर का डर भी था। नियमानुसार इस रसीद के लिए आईडी देना अनिवार्य है। पुलिस यह जानकारी निकाल रही है कि दुबे ने रसीद कटवाते वक्त अपनी आइडी दी अथवा नहीं। सवाल यह है कि विकास दुबे इतनी सख्ती के बाद मध्य प्रदेश में कैसे प्रवेश कर गया और उज्जैन तक कैसे पहुंचा। एसपी मनोज सिंह तुरंत महाकाल चौकी पर पहुंचे और इस मामले में आगे पुछताछ की जा रही है बाद में उसे महाकाल थाने के बाद किसी सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है, जहां उससे पुछताछ की जा रही है। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। कानपुर में वारदात के बाद से ही मध्य प्रदेश पुलिस अलर्ट मोड पर थी। मध्य प्रदेश पुलिस को इंटेलिजेंस से कुख्यात अपराधी विकास दुबे के उज्जैन आने की सूचना मिली थी। इसी आधार पर महाकाल थाना पुलिस ने विकास की गिरफ्तारी की है। अपराधी चाहे कितना ही बड़ा हो, हमारी पुलिस किसी को भी छोड़ती नहीं है। विकास दुबे हमारी कस्टडी में है। महाकाल मंदिर प्रांगण के बाहर लखनऊ के रस्जिट्रेशन नंबर की गाड़ी मिलने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि विकास दुबे काफी तैयारी के साथ आया था। गाड़ी की नम्बर प्लेट पर हाई कोर्ट लिखा हुआ है, गाड़ी मनोज यादव के नाम पर रजिस्टर्ड है। वहीं उज्जैन के एक शराब कारोबारी से विकास दुबे के तार जुड़े मिले हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उज्जैन के नागझिरी क्षेत्र से शराब कारोबारी को पकड़ा गया। कारोबारी मूल रूप चित्रकूट का रहने वाला है। पुलिस को शक है कि इसी कारोबारी ने दुबे को योजनाबद्ध तरीके से उज्जैन बुलाया। पुलिस ने हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की शुरू कर दी है।

मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला

उज्जैन। विकास दुबे के उज्जैन के महाकाल मंदिर में होने की सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसे पकडक़र गाड़ी तक लाई। इस दौरान पुलिस ने उसे गर्दन के पिछले हिस्से, एक पुलिसवाले ने उसे कमर की ओर से और एक ने उसका हाथ पकड़ा ताकि वह भाग न निकले। पकड़े जाने के बाद भी विकास दुबे के चेहरे पर कोई डर या शिकन नजर नहीं आई। वह उसी हेकड़ी से तनकर गाड़ी तक पहुंचा। गाड़ी के पास आकर जब पुलिस ने उसे पकडक़र अंदर बैठाने का प्रयास किया तो उसने पुलिस को धकमी दी कि वह कानपुर वाला विकास दुबे हैं। विकास दुबे जोर से चिल्लाया, मैं विकास दुबे हूं कानपुर वाला। उसके इतना बोलते ही हेकड़ी कम करने के लिए पीछे खड़े एक पुलिसवाले ने उसे एक थप्पड़ मारा।

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