ब्लैक फंगस के बाद अब एस्परगिलस फंगस ने दी दस्तक
देहरादून। अस्पतालों में काले फंगस के बाद कोरोना से ठीक हुए मरीजों में एस्परगिलस के मामले सामने आने से हडक़ंप मच गया। लोग डरे हुए हैं। जब इस फंगस के बारे में मेडिकल एक्सपर्ट्स से बात की तो पता चला कि एस्परगिलस फंगस एक आम फंगस की तरह है। इस फंगस का न तो कोरोना से कोई संबंध है और न ही यह फंगस नया है। इस बीमारी के 20 मरीज दून के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं, जिसके बाद लोग इसे नया वेरिएंट मान रहे हैं, जबकि चिकित्सा के क्षेत्र में यह कोई नई बात नहीं है। दरअसल, अस्थमा के मरीजों में इस फंगस की संभावना ज्यादा होती है। विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि अगर शरीर में अस्थमा का हल्का सा भी संक्रमण हो जाए तो फंगस जल्दी पकड़ लेता है। विशेषज्ञों का मानना है कि अस्थमा की शिकायत करने वाले कोविड मरीजों के साथ ऐसा हो सकता है. बाकी यह फंगस बिल्कुल भी नया नहीं है। इसको लेकर किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है। कवक के 64 से अधिक प्रकार बताए गए हैं। ऐसे में डॉक्टरों द्वारा हर फंगस को कोरोना वायरस से जोडऩा सही नहीं माना जा रहा है. इसलिए वह साफ-साफ कहते हैं कि डरने की बजाय आप अपने खान-पान पर उचित ध्यान दें।