भाजपा ध्यान भटकाने के लिए अपना रही नए-नए हथकंडे : अखिलेश यादव
- सपा अध्यक्ष ने भाजपा को घेरा, कहा- आपदा में अवसर तलाशने वालों ने खुली लूट की
लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि आपदा में अवसर तलाशने वालों ने खुली लूट की है। सत्ता संरक्षित अपराधियों की चांदी रही है। ध्यान भटकाने के लिए नए-नए प्रोपेगेंडा और हथकंडे ही भाजपा का शासन है। मुख्यमंत्री योगी चाहे जितने दावे करें, बढ़ते संगठित अपराध और सत्ता संरक्षित अपराधियों के आगे पूरा सिस्टम पस्त है। अखिलेश ने कहा कि खुद मुख्यमंत्री के गृह जनपद में बेखौफ अपराधी लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। गोरखनाथ मंदिर के निकट रहने वाले 11 घरों को खाली कराने के लिए सत्ता का दबाव काम कर रहा है। गोरखपुर के गली मोहल्लों में अवैध असलहों की भरमार है। प्रदेश में नृशंस अपराधों से क्षत-विक्षत बेटियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं विचलित कर देने वाली हैं। खीरी में दो सगी बहनों समेत तीन युवतियों से सामूहिक दुष्कर्म किया गया। आजमगढ़ में किशोरी को अगवा कर गैंगरेप किया गया। फतेहपुर में अपहरण के बाद फिरौती न देने पर चार दिन से लापता बच्चे की निर्मम हत्या हो गई। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा राज में कारोबारी भी निशाने पर हैं। मुरादाबाद में स्पेयर पार्ट्स के दुकानदार की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। उन्होंने कहा, राजधानी लखनऊ में लोग सुरक्षित नहीं हैं। यहां कई कारोबारी दिन दहाड़े मारे गए। पुलिस पिटाई से क्षुब्ध गाजियाबाद की संजय कालोनी के एक युवक ने आग लगा ली। सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री को प्रदेश की जनता को बिगड़ते हालात का जवाब देना होगा।
भाजपा को हटाने का मन बना लिया जनता ने
अखिलेश यादव ने कहा भाजपा की डबल इंजन सरकार यार्ड में खड़े-खड़े जंग खाने से स्टार्ट होने की दशा में नहीं रह गयी है। इसलिए उसे रेलवे की सिकलाइन में पहुंचा दिया गया है। दिल्ली से आए पर्यवेक्षकों ने भी मान लिया है कि जब इस सरकार को जाना ही है तो ज्यादा माथापच्ची क्यों की जाए? प्रदेश कोरोना महामारी के समय भाजपा सरकार पूरी तरह असहाय मुद्रा में रही। इलाज और दवाओं के अभाव में मरीज तड़प-तड़प कर मरते रहे। उत्तर प्रदेश में जनता ने भाजपा को हटाने का मन बना लिया है। जनता को लुभावने जुमलों और झूठ की आड़ में भाजपा सरकार ने चार साल काट लिए अब उसके जाने के दिन ही गिने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री जी को प्रदेश की जनता को बिगड़ते हालात की जवाबदेही देनी पड़ेगी।
भाजपा राज में कारोबारी भी निशाने पर
मुख्यमंत्री चाहे जितने दावे करे, बढ़ते संगठित अपराध और सत्ता संरक्षित अपराधियों के आगे पूरा सिस्टम पस्त है। खुद मुख्यमंत्री के गृह जनपद में बेखौफ अपराधी लगातार वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। गोरखनाथ मंदिर के निकट रहने वाले 11 घरों को खाली कराने के लिए सत्ता का दबाव काम कर रहा है। गोरखपुर के गली मोहल्लों में अवैध असलहों की भरमार है। जनपद के 11 जिलों में 4132 अवैध असलहे मिले। किसी बेचने वाले पर कार्यवाही नहीं हुई। जो मुख्यमंत्री अपना जनपद नहीं संभाल सकते है, वह प्रदेश क्या संभालेंगे? भाजपा राज में कारोबारी भी निशाने पर हैं। अखिलेश ने कहा चार वर्ष से जहरीली शराब का धंधा भी चल रहा है जिसमें हजारो मौतें हो चुकी है। आश्चर्य यह है कि इन तमाम धंधों में भाजपा के नेता शामिल पाए गए हैं।