भाजपा ने तैयार किया किसानों की नाराजगी दूर करने का मेगा प्लान, इस तारीख से होगा शुरू
लखनऊ। विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए बीजेपी का फोकस किसानों पर है। इसके लिए भाजपा 16 अगस्त से एक बड़ा अभियान शुरू करने जा रही है। भाजपा किसान मोर्चा के अध्यक्ष कामेश्वर सिंह को इस अभियान की जिम्मेदारी मिली है। अभियान के दौरान एक तरफ किसानों को उनके लिए केंद्र और राज्य सरकार के कामों के बारे में बताया जाएगा तो दूसरी तरफ कृषि विधेयक से होने वाले लाभ के बारे में बताया जाएगा। किसानों की समस्याएं सुनकर समाधान का रास्ता भी निकाला जाएगा। इतना ही नहीं किसान मोर्चा कोरोना काल को देखते हुए किसानों को ट्यूबवेल बिलों में राहत देते हुए जल्द ही गन्ने के दाम बढ़ाने का प्रस्ताव भी तैयार कर रहा है।
किसान मोर्चा के अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने कहा कि कुछ विदेशी एजेंसियां और विरोधी अफवाहें फैला रहे हैं कि किसान नाराज हैं। किसान आंदोलन को किसानों का कोई समर्थन नहीं है। मु_ी भर लोग हैं जो किसानों को भ्रमित कर रहे हैं। कामेश्वर सिंह ने कहा कि अभियान किसानों के साथ संपर्क, संवाद और संबंधों पर केंद्रित होगा। कृषि विधेयक को लेकर किसानों के मन में भ्रम फैला था, उसे दूर किया जाएगा। उनकी उचित समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करने का प्रयास करेंगे। अभियान के तहत 16 से 22 अगस्त तक 104 गन्ना किसानों की सभा में संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
इसके लिए 40 टीमों का गठन किया गया है। इनमें भाजपा के किसान नेता, कृषि मंत्री, ग्रामीण विकास मंत्री, गन्ना मंत्री शामिल हैं। वे बताएंगे किसानों को कृषि विधेयक के फायदे। इसके बाद 24 से 26 अगस्त के बीच 200 किसान नेताओं को लखनऊ बुलाया जाएगा। यहां उनसे बात कर समस्याओं पर भी चर्चा की जाएगी। इसके बाद इन किसान नेताओं को मुख्यमंत्री से मिलाने का प्रयास किया जाएगा। अंतिम चरण में 15 सितंबर से पहले एक बड़ी किसान पंचायत या चौपाल का आयोजन किया जाएगा। यह पंचायत या चौपाल मेरठ या पश्चिमी यूपी में कहीं होगी। उस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, संगठन महासचिव सुनील बंसल समेत अन्य लोग शामिल होंगे। कामेश्वर सिंह ने कहा कि गन्ने के दाम बढ़ाने और बिजली बिल में राहत के लिए भी प्रयास किये जायेंगे। हालांकि, बहुत कुछ सरकार की वित्तीय स्थिति पर निर्भर करेगा जिसे समझना होगा।