यूपी फतह के लिए दिल्ली में बीजेपी सांसदों संग मंथन : 2022 का फॉर्मूला खोजेगी भाजपा

  • विधानसभा चुनाव को लेकर एक खास रोडमैप तैयार करने में जुटा केन्द्रीय नेतृत्व
  • सीएम योगी, सुनील बंसल, स्वतंत्र देव सिंह भी दिल्ली तलब

4पीएम न्यूज नेटवर्क. लखनऊ। यूपी में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा परेशान है। इसी वजह से केन्द्रीय नेतृत्व यूपी के बीजेपी सांसदों संग दिल्ली में बैठक कर यह पता लगाएगा कि आखिर यूपी की जनता के मन में क्या है। किस तरह जातीय समीकरण को संतुलित कर चुनाव मैदान में उतरा जाए। सूत्रों की माने तो बैठक में 2022 की जीत का फॉर्मूला खोजा जाएगा। इसके लिए जेपी नड्ïडा व केंद्रीय नेतृत्व सांसदों संग मंथन करेगा कि यूपी सरकार के प्रति लोगों में उपजी नाराजगी को कैसे दूर किया जाए। भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व ने बैठक में भाग लेने के लिए सीएम योगी को भी दिल्ली तलब किया है ताकि चुनाव से पहले सांसदों संग एक-दूसरे के मतभेद को दूर किया जा सके। बताया जा रहा है कि आज होने वाली इस बैठक में प्रतिदिन यूपी के तीन-तीन क्षेत्रों के सांसद हिस्सा लेंगे। बैठक के आखिरी दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव, प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल और प्रभारी राधामोहन सिंह भी बैठक में हिस्सा लेंगे। बैठक 28 और 29 जुलाई तक आयोजित होगी। इस बैठक के पहले दिन यूपी के बृज, पश्चिम और कानपुर क्षेत्र के सांसदों को शामिल किया जाएगा। वहीं, बैठक के अंतिम दिन 29 जुलाई को उत्तर प्रदेश के अवध, काशी और गोरखपुर क्षेत्र के सांसदों को शामिल किया जाएगा। बताया यह भी जा रहा है कि इस बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश के खास मुद्दों पर चर्चा करते हुए 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर एक खास रोडमैप तैयार किया जाएगा।

गुजरात फॉर्मूला को अपनाने की जुगत में भाजपा

बीजेपी का फोकस राज्य में दोबारा सरकार बनाने की है और इसके लिए पार्टी गुजरात फॉर्मूले को अपनाने की जुगत में है। बीजेपी जिस तरह से गुजरात में हर बार एंटी इनकमबेंसी की काट के लिए पुराने विधायकों का टिकट काटकर नए चेहरे पर दांव लगाती आ रही है। चर्चा है कि यूपी में भी बीजेपी उसी फार्मूले के तहत अपने 100 से ज्यादा मौजूदा विधायकों का टिकट काटकर नए चेहरे पर दांव लगा सकती है। इस दांव से बीजेपी लंबे समय से गुजरात में काबिज है।

पता चलता है दिल्ली और लखनऊ में दूरी कितनी है : अखिलेश

लखनऊ। सपा प्रमुख और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बीजेपी पर हमला तेज कर दिया है। दरअसल, बीजेपी सांसदों की बैठक में यूपी में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा होगी। अखिलेश यादव ने बीजेपी सांसदों की इसी बैठक को लेकर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, भाजपा आज अपने उप्र के सांसदों से यूपी की दुर्दशा व दुर्गति का हाल दिल्ली बुलाकर पूछ रही है, इससे पता चलता है कि दिल्ली तथा लखनऊ में कितनी दूरी है। भाजपा चाहे कितनी भी बैठकें कर ले पर अब जनता इन्हें उठाकर और हटाकर ही दम लेगी। आंकलन बाद में और (झूठी) तारीफ पहले। वाह रे भाजपा।

सांसदों संग मुख्यमंत्री के आपसी तालमेल को ठीक करने के लिए इन लोगों को दिल्ली बुलाया है। दिल्ली हाईकमान को पता है अगर यूपी में अभी चुनाव हो जाए तो भाजपा 100 सीटें भी नहीं जीतेगी। सत्ता में किस तरह वापसी की जाए, भाजपा इसके लिए बेताब है पर यूपी की जनता अगली बार भाजपा को सत्ता से उखाड़ फेकेंगी।

रफत फातिमा, कांग्रेस नेता

जनता के साथ अगर योगी सरकार लगातार बैठकें करती तो बार-बार दिल्ली न भागना पड़ता। सांसदों व विधायकों की अपनी ही सरकार में सुनी नहीं जा रही है। दिल्ली में यूपी की सुलह का कई बार समाधान खोजा गया, लेकिन नतीजा शून्य निकला। भाजपा को 2022 में जनता जवाब देगी।

रोहित श्रीवास्तव, प्रदेश उपाध्यक्ष आप

पेगासस मुद्ïदे पर संसद में घिरी सरकार, विपक्ष का जोरदार हंगामा

4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। संसद सत्र आज भी बाधित रहा। पेगासस मुद्ïदे पर हंगामे के बाद संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही को बार-बार स्थगित करना पड़ा। फिलहाल लोकसभा व राज्यसभा को 3 बजे तक स्थगित कर दिया गया है। विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी भी की। पेगासस जासूसी प्रकरण की जांच कराए जाने की मांग को लेकर विपक्ष ने अब तक सदन कार्यवाही नहीं चलने दी है। इसके अलावा विपक्ष तीन कृषि कानूनों और महंगाई के मुद्दों पर भी आंदोलित है। 19 जुलाई से शुरू हुए मानसून सत्र में अब तक एक भी दिन संसद की कार्यवाही ठीक से नहीं चल पाई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा हम सिर्फ एक सवाल पूछना चाहते हैं। क्या भारत सरकार ने पेगासस को खरीदा है? हां या नहीं। इसका जवाब चाहिए हमें।

स्थितियां सामान्य होने पर जम्मू कश्मीर को मिलेगा राज्य का दर्जा

  • संसद में गृह मंत्रालय ने दी जानकारी, आतंकवाद पर भी पेश की अपनी रिपोर्ट

4पीएम न्यूज नेटवर्क. नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने संसद में जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिए जाने को लेकर अहम बयान दिया है। गृह मंत्रालय की ओर से संसद में बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर में स्थितियां सामान्य होने पर केंद्र शासित प्रदेश को राज्य का दर्जा दे दिया जाएगा। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में कहा सही समय आने पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी की ओर से पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में यह बात कही। उन्होंने कहा कि एक बार हालात सामान्य हो जाएं, फिर जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा सांसद सस्मित पात्रा की ओर से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को लेकर पूछे गए सवाल को लेकर भी गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने जवाब दिया। 

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