यूपी में सोशल मीडिया पर राजनीतिक पार्टियों के बीच शुरू हो गई चुनावी जंग
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में राजनीतिक दलों के बीच पोस्टर वार जारी है। बीजेपी ने ट्वीट के जरिए विपक्षी दलों पर निशाना साधा है उत्तर प्रदेश बीजेपी ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो जारी कर अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। बीजेपी के इस ट्वीट ने उत्तर प्रदेश की सियासत में भूचाल ला दिया है। उत्तर प्रदेश बीजेपी ने सपा सरकार में हुए दंगों का जिक्र करते हुए ट्वीट कर अखिलेश यादव पर सीधा हमला बोला है। बीजेपी ने इस ट्वीट के जरिए यह दिखाने की कोशिश की है कि उत्तर प्रदेश में जब से उसकी सरकार बनी है, तब से कोई दंगा नहीं हुआ है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश बीजेपी द्वारा जारी वीडियो में मुजफ्फरनगर दंगों की एक झलक भी दिखाई गई है। 2014 के लोकसभा चुनाव से कुछ महीने पहले अगस्त और सितंबर 2013 में मुजफ्फरनगर में हुए सांप्रदायिक दंगों में 62 लोग मारे गए थे और 50,000 से अधिक विस्थापित हुए थे। आपको बता दें कि 7 सितंबर 2013 को मुजफ्फरनगर जिले के लिसाध गांव में हुए दंगों के दौरान भीड़ ने कई घरों में आग लगा दी थी और वहां लूट की घटनाओं को अंजाम दिया था। गांव निवासी मोहम्मद सुलेमान ने 16 सितंबर को फुगाना थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. उसने गांव के ही नरेंद्र उर्फ लाला, धर्मेंद्र उर्फ काला, बिजेंद्र, राजेंद्र, अनुज, अमित, ब्रह्म, सुरेंद्र, कृष्णा, नीशु, शोकेंद्र, बिट्टू उर्फ अरुण के खिलाफ आगजनी और लूट की शिकायत दी थी।
इस मामले में कोर्ट ने 12 आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया था। मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से पेश किए गए तीन गवाह मुकर गए। जिसके बाद अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश संजीव कुमार तिवारी ने आरोपी को भारतीय दंड संहिता की धारा 395 (डकैती) और 436 (आगजनी) के आरोपों से बरी कर दिया।