सारी अटकलें खारिज, योगी की अगुवाई में ही भाजपा यूपी में लड़ेगी चुनाव

लखनऊ। यूपी में अगले साल की शुरुआत में यानि 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं और राज्य का सियासी पारा अभी से चढऩे लगा है हालांकि पिछले कुछ दिनों से अफवाहें चल रही थीं, सीएम योगी को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन इस सब पर विराम लगाते हुए पीएम मोदी ने आखिरकार उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पर भरोसा जताया। यानी 2022 में भी योगी और मोदी की जोड़ी बनी रहेगी।
हालांकि पूर्व में चर्चा आम थी कि 2022 में बीजेपी किसी और चेहरे पर दांव लगाएगी, योगी आदित्यनाथ पर नहीं, पहले कैबिनेट विस्तार की खबरें आईं और फिर योगी पर मोदी का भरोसा डगमगा गया, लेकिन हाईमैन ने साफ कर दिया कि 2022 में सीएम योगी वह चेहरा होंगे, जिसे आगे रखते हुए बीजेपी मिशन 2022 में जीत दर्ज करेगी। इतना ही नहीं उम्मीदवारों के चयन में सीएम योगी की भूमिका भी काफी अहम होगी। संदेश साफ है कि न तो विधानसभा चुनाव से पहले कैबिनेट में कोई बदलाव होगा और न ही योगी की जगह कोई और चेहरा बनाया जाएगा, ऐसा नहीं किया जा सकता, क्योंकि योगी ही मोदी के रथ के असली सारथी हैं।
उनकी छवि भाजपा के तेजतर्रार प्रचारक और हिंदुत्व के प्रतीक के रूप में भी है। सीएम रहते हुए उन्होंने लव जिहाद और गोहत्या विरोधी समेत तमाम ऐसे कानून बनाए, जिससे उनकी हिंदूवादी छवि को बढ़ावा मिला।
मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता पिछले चार वर्षों में तेजी से बढ़ी है, अन्य सभी नेता चार वर्षों में उनसे पीछे हैं। इतना ही नहीं, वह यूपी में 5 साल का कार्यकाल पूरा करने वाले बीजेपी के पहले मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। इससे पहले कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह जैसे वरिष्ठ नेता भाजपा से राज्य के सीएम बने लेकिन कार्यकाल पूरा करने से चूक गए।
तमाम विरोध के बावजूद वे संघ की पहली पसंद बने हुए हैं जबकि वह खुद आरएसएस बैकग्राउंड से नहीं आते हैं। कहा जाता है कि 2017 में आरएसएस के समर्थन से वह सीएम के पद पर आसीन हुए थे, जबकि खुद अमित शाह और पीएम मोदी योगी को लेकर आश्वस्त नहीं थे।
योगी आदित्यनाथ खुद कोरोना काल में संक्रमित हो गए थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने महत्वपूर्ण बैठकें करना जारी रखा, पहले स्पेशल 11 और फिर स्पेशल 9 का गठन किया और लगातार बैठकों के माध्यम से कोरोना की स्थिति पर नजर रखी। ठीक होने के तुरंत बाद सीएम योगी ने यूपी के सभी जिलों का दौरा किया।
यूपी में सत्ता संभालने के बाद से लोगों के बीच सीएम योगी की छवि में लगातार सुधार हो रहा है, अपराध दर में गिरावट इसका सबसे बड़ा कारण है। इसके अलावा कोरोना में उनके काम की काफी तारीफ भी हुई थी, इसलिए उत्तर प्रदेश की जनता को उन पर भरोसा है।
मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे बाहुबली नेताओं के खिलाफ सीएम योगी की सरकार में कार्रवाईयां हुईं। मुख्तार को पंजाब से वापस लाने में सीएम योगी सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी, योगी सरकार का बुलडोजर भी उन बाहुबलीयों की संपत्तियों पर चला कभी जिनके नाम का सिक्का यूपी में चलता था।

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