सुप्रीम कोर्ट के सख्त रुख के बाद जासूसी कांड की जांच को तैयार सरकार

  • सुप्रीम कोर्ट के सख्त रुख के बाद जासूसी कांड की जांच को तैयार सरकार
  • केंद्र ने कमेटी बनाने का किया ऐलान, हलफनामा दायर कर दी जानकारी
  • पेगासस जासूसी मामले को लेकर विपक्ष का सरकार पर जारी है हमला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

नई दिल्ली। पेगासस जासूसी मामले में सुप्रीम कोर्ट के सख्त रुख के बाद अब सरकार जांच को तैयार हो गयी है। केंद्र सरकार ने आज कोर्ट को बताया कि जासूसी मामले की जांच एक कमेटी द्वारा की जाएगी। कमेटी बनाने के ऐलान के साथ सुप्रीम कोर्ट में केंद्र ने पेगासस से जासूसी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। वहीं इस मामले में विपक्ष संसद से लेकर सडक़ तक सरकार पर लगातार हमले कर रही है। सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से आज दो पेज का एफिडेविट दाखिल किया है। हलफनामे के मुताबिक सरकार विशेषज्ञों की एक कमेटी बनाएगी जो इस पेगासस विवाद की जांच करेगी। पेगासस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने उस पर लगे सभी आरोपों को नकार दिया। केंद्र ने आज पेगासस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट भी दायर किया। केंद्र ने कहा कि उसकी ओर से कोई जासूसी या अवैध निगरानी नहीं की गई। पत्रकार एन राम और अन्य याचिकाकर्ताओं के लगाए सारे आरोप को सरकार ने सिरे से नकार दिया। उनकी याचिका में आरोप थे कि सैनिक प्रयोग के इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल सरकार ने पत्रकारों, राजनेताओं, एक्टिविस्ट, नौकरशाहों और न्यायपालिका से जुड़े लोगों की जासूसी के लिए किया। गौरतलब है कि इससे पहले दस अगस्त को मसले पर सुनवाई हुई थी तब सुप्रीम कोर्ट ने स्वतंत्र जांच का अनुरोध करने वाले कुछ याचिकाकर्ताओं द्वारा सोशल मीडिया पर समानांतर कार्यवाही और बहस पर आपत्ति जताई थी और कहा था कि अनुशासन और न्याय प्रणाली में विश्वास होना चाहिए। इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि यदि जासूसी की गई है तो यह गंभीर मामला है।

 

सडक़ से संसद तक उठा था मामला

पेगासस जासूसी मामले को लेकर संसद से लेकर सडक़ तक बवाल मचा था जिसके बाद ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा। करीब नौ याचिकाएं दाखिल की गई हैं, जिनमें इस मामले की जांच की अपील की गई है। विपक्ष द्वारा इस मसले पर संसद के मॉनसून सत्र पर लगातार हंगामा किया गया। हालांकि, सरकार ने संसद में कहा है कि उनकी ओर से ऐसी कोई जासूसी नहीं की गई है।


क्या है मामला

आरोप है कि सरकार द्वारा इजरायली स्पाइवेयर पेगासस का इस्तेमाल कर देश में कई हस्तियों की जासूसी की गई, इनमें कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत अन्य कई नेता शामिल हैं।

अफगानिस्तान में हालात बेकाबू, तालिबानियों की दहशत से देश छोड़ रहे अफगान

  • काबुल एयरपोर्ट पर गोलीबारी में कई लोगों की मौत, सभी उड़ाने बंद
  • बिना हिजाब पहने महिलाओं पर तालिबानियों ने की फायरिंग

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं। तालिबानियों की दहशत से लोग देश छोड़ रहे हैं। काबुल एयरपोर्ट पर भारी भीड़ जमा हो गई है। इसी दौरान तालिबानी लड़ाकों ने एयरपोर्ट पर बिना हिजाब पहनी महिलाओं पर फायरिंग की। फायरिंग में कई लोगों की मौत की खबर है। दूसरी ओर सभी उड़ाने बंद कर दी गई है। काबुल छोडऩे के लिए एयरपोर्ट पर हजारों की तादाद में ऐसे लोग पहुंच गए हैं जिनके पास न वीजा है और न टिकट। एयरपोर्ट पर विमानों के संचालन पर रोक लगा दी गई है। इसके कारण हजारों लोग फंस गए हैं।

एयर इंडिया का ऑपरेशन ठप

काबुल। अफगानिस्तान द्वारा एयरस्पेस बंद करने के फैसले के बाद एयर इंडिया ने स्पष्ट किया है कि काबुल के लिए उसका ऑपरेशन ठप रहेगा। ऐसे में दिल्ली से एयर इंडिया की काबुल जाने वाली फ्लाइट जो पहले रात 8:30 बजे के बजाय 12:30 बजे उड़ान भरने वाली थी वह अब ऑपरेट नहीं होगी। सरकारी सूत्रों ने कहा कि भारत सरकार ने एयर इंडिया से कहा है कि वह काबुल से आपातकालीन निकासी के लिए दो विमानों को स्टैंडबाय में रखे। एयर इंडिया ने काबुल से नई दिल्ली के लिए आपातकालीन संचालन के लिए एक दल तैयार किया है।

एयरपोर्ट पर 6 हजार सैनिक तैनात करेगा अमेरिका

अमेरिका ने कहा है कि वह एयरपोर्ट पर अपने 6 हजार सैनिक तैनात करेगा ताकि नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। अभी काबुल एयरपोर्ट पर भगदड़ जैसे हालात हैं। देश छोडऩे के लिए लोग हजारों की तादाद में वहां जमा हो गए हैं। कई ऐसे भी हैं जो बिना कोई सामान लिए एयरपोर्ट पर पहुंच गए हैं।

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