सेंगर के करीबी अरुण सिंह को टिकट देकर घिरी भाजपा, रेप पीड़िता ने कहा- मेरे परिवार को बर्बाद करने वालों का साथ दे रही सरकार

  • भाजपा ने अरुण सिंह को बनाया है जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी
  • पहले भी सेंगर की पत्नी को जिला पंचायत सदस्य का टिकट देकर फजीहत करा चुकी है भाजपा
  • विपक्ष बोला, खोखला है अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का दावा, आरोपियों के साथ खड़ी है बीजेपी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क

उन्नाव। अब भाजपा ने माखी कांड में बलात्कार और पीड़िता के पिता की हत्या में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कुलदीप सेंगर के करीबी अरुण सिंह को उन्नाव में जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी बनाया है। भाजपा के इस फैसले पर माखी गैंगरेप पीड़िता ने पार्टी और अरुण सिंह दोनों को कठघरे में खड़ा किया है। गैंगरेप पीड़िता ने सवाल पूछा है कि सरकार मेरे साथ है या कुलदीप सिंह सेंगर के साथ है। साथ ही पीड़िता ने अरुण सिंह का टिकट रद्द करने की मांग की है। उन्नाव में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं। इस बीच भाजपा एक बार विवादों में फंस गई है। यह विवाद तब शुरू हुआ जब भाजपा ने चुनाव में सेंगर के करीबी अरुण सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित किया। माखी गैंगरेप की पीड़िता ने वीडियो जारी कर पूछा है कि भाजपा सरकार मेरे साथ है या दोषी कुलदीप सेंगर के साथ? भाजपा दोषियों को टिकट दे रही है। मेरे पिता की हत्या में अरुण सिंह नामजद हैं जिससे मेरी जान को खतरा बना हुआ है, ऐसे लोगों को भाजपा टिकट दे रही है। पीड़िता ने मांग की है कि मेरे दोषियों से भाजपा टिकट वापस ले, टिकट न दे। पीड़िता ने कहा कि मेरे साथ हुई घटना और पापा की हत्या में अरुण सिंह शामिल हैं। इन लोगों ने मेरा पूरा परिवार बर्बाद कर दिया है। अभी भी सरकार दोषियों का साथ दे रही है। एक तरफ सरकार कहती है कि दोषियों को जेल भेजा जाए, वहीं दूसरी तरफ सरकार दोषियों को टिकट दे रही है। सरकार मेरे साथ अच्छा करने के साथ दोषियों के साथ भी दे रही है। बता दें भाजपा बुधवार की देर रात अरुण सिंह को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी बनाया है। भाजपा ने इसके पहले कुलदीप सिंह सेंगर की पत्नी संगीता सेंगर को पंचायत सदस्य के पद का प्रत्याशी बनाया था। इस पर जब जमकर पार्टी की आलोचना हुई तो संगीता का टिकट काट दिया गया था। संगीता को उन्नाव में वार्ड नम्बर 22 फतेहपुर चौरासी से टिकट दिया गया था।

राष्टï्रपति और पीएम को भी लिखा पत्र

गैंगरेप पीड़िता ने इस मामले में राष्टï्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख कर अरुण सिंह को टिकट दिए जाने पर विरोध जताया है और इसे निरस्त करने की मांग की है।

उन्नाव हो या हाथरस भाजपा ने बेटियों व पीड़िताओं के दोषियों का साथ दिया है। भाजपा हमेशा से ही उन लोगों के साथ है जो पूरी तरह से अपराधों में लिप्त हैं। गुंडा-माफिया व दुष्कर्म के आरोपियों का साथ देने वाले को ही भाजपा टिकट दे रही है। यह प्रदेश के लिए बहुत शर्मनाक है ।

सुनील सिंह साजन, एमएलसी, सपा

भाजपा ने पहले सेंगर की पत्नी को टिकट दिया था और अब वह रेप पीड़िता के एक्सीडेंट मामले में नामजद आरोपी अरूण सिंह को टिकट दिया है। इससे साफ है कि भाजपा महिलाओं, पीड़िताओं और बेटियों का सम्मान करना नहीं जानती।

– रफत फातिमा, प्रवक्ता कांग्रेस

भाजपा और अपराधियों के रिश्ते शुरू से रहे हैं। यूपी में अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं। ऐसे में अब एक नामजद आरोपी अरुण सिंह को भाजपा ने अपना जिला पंचायत अध्यक्ष का उम्मीदवार बनाया है। आने वाले चुनाव में भाजपा को मुंह की खानी पड़ेगी।

सतीश श्रीवास्तव, प्रदेश महासचिव, पूर्वांचल विंग, आप

अपराध, भ्रष्टाचार हटाने के मुद्दे पर भाजपा सरकार में आई थी, लेकिन इसकी करनी और कथनी में फर्क है। भाजपा के पास न जाने ऐसा कौन सा डिटर्जेंट है जिससे तमाम अपराधी इनकी पार्टी में शामिल होते ही पाक-साफ हो जाते हैं। ऐसे में चुनावों में यह किस मुंह से जनता के सामने वोट मांगने जाएंगे।

-इंद्रजीत सिंह टीटू, राष्ट्रीय प्रवक्ता, आरएलडी

पीएम संग मंथन, चढ़ा सियासी पारा

  • महबूबा के पाक वाले बयान से फारूक ने बनायी दूरी, बोले मुझे अपने वतन से मतलब
  • बैठक से पहले पीएम मोदी के साथ अमित शाह और एनएसए अजीत डोभाल ने की मीटिंग
  • जम्मू-कश्मीर के भविष्य को लेकर आ सकता है कोई बड़ा फैसला

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क. नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के भविष्य को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी संग विभिन्न दलों की बैठक को लेकर देश का सियासी पारा चढ़ गया है। बैठक के पहले गृह मंत्री अमित शाह और एनएसए अजीत डोभाल ने पीएम संग मीटिंग की वहीं गुपकार गठबंधन की नेता महबूबा मुफ्ती के पाक वाले बयान से फारूक अब्दुल्ला ने दूरी बना ली है। उन्होंने कहा है कि वह महबूबा की निजी एजेंडा है, मुझे तो केवल अपने वतन से मतलब है। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर के भविष्य को लेकर कोई अहम फैसला लिया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बैठक जारी है। बैठक से पहले फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि मेरा कोई एजेंडा नहीं है, हम अपनी बात रखेंगे और पीएम-गृह मंत्री से बात करेंगे ताकि रियासत में शांति आए। महबूबा द्वारा दिए गए पाकिस्तान से बातचीत के बयान पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वह उनका एजेंडा है, हम अलग-अलग पार्टी हैं ऐसे में ये उनकी बात है। मैं अपने वतन की बात करता हूं, पाकिस्तान वगैरह की बात नहीं करता।

कश्मीरी पंडितों ने किया प्रदर्शन

कश्मीरी पंडित प्रधानमंत्री की बैठक के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। कश्मीरी पंडितों के संगठन ऑल इंडिया यूथ कश्मीरी समाज के कार्यकर्ताओं ने जम्मू में इस बैठक के खिलाफ प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की। कश्मीरी पंडितों का आरोप है कि पिछले तीन दशकों से जम्मू कश्मीर के विभिन्न राजनीतिक दलों ने उनका तिरस्कार किया है और उन्हें सियासी मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया है। 

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