4पीएम फिर बना देश में नंबर वन
- 15 करोड़ व्यूज के साथ दिग्गजों को पछाड़ा
- 11 प्रतिशत व्यूज शेयर के साथ जमाई धाक
- लोकप्रियता में भी नए आयाम गढ़े
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। लगातार हर रोज नए आयाम जोडऩे के क्रम में जन-जन के प्रिय यूट्यूब चैनल 4पीएम ने एक और आसमान को लांघ लिया है। चैनल ने फरवरी के महीने में लगभग 15 करोड़ (149.9 मिलियन) व्यूज व 11 प्रतिशत भागीदारी के साथ सभी दिग्गजों को पछाड़ दिया है। इसी के साथ चैनल के सब्सक्राइबरों की संख्या में भी जबर्दस्त उछाल आया है अब उनकी संख्या 36 लाख से ज्यादा पहुंच गयी है। सत्ता पर तीखे प्रहार करने की आदत और सच को सामने लाने की अपनी जिद के बलबूते 4पीएम का यूट्यूब चैनल आए दिन सफलता के नए कीर्तिमान गढ़ रहा है। लोगों के प्यार और सत्ता से सवाल करने की ताकत का ही नतीजा है कि 4पीएम देशभर में नंबर वन यूट्यूब चैनल बना हुआ है। वर्तमान समय में 4पीएम 36 लाख से भी ज्यादा सब्सक्राइबर्स और 15 करोड़ से भी ज्यादा व्यूज के साथ नंबर वन बना हुआ है। इन सब उपलब्धियों के पीछे चैनल के प्रमुख व संपादक संजय शर्मा का दूरदर्शी सोच है। अपने बेबाक व विजनरी विचारों के माध्यम से अपनी पूरी टीम को उत्साह से भरकर वह इस चैनल को एक सही दिशा दिखा रहे हैं। तभी तो अब देश के लीडिंग टीवी न्यूज चैनल भी 4पीएम और उसके संपादक संजय शर्मा का लोहा मान रहे हैं।
कई मंचों पर बढ़ रहा 4पीएम का सम्मान
गौरतलब हो कि इसी क्रम में कुछ दिन पहले देश में पहले स्थान पर आने पर 4पीएम के संपादक संजय शर्मा को एनडीटीवी के शो ‘हम लोगÓ में बतौर मेहमान बुलाया गया। जहां उन्होंने 4पीएम के सफर व यूट्यूब की दुनिया के बारे में लोगों से जानकारी साझा की। इस दौरान संजय शर्मा ने यूट्यूब की कई बारीकियों से लोगों को अवगत कराया। साथ ही 4पीएम की ताकत और सत्ता से सवाल करने की जिद के बारे में भी बताया। इस दौरान 4पीएम के संपादक संजय शर्मा ने बताया कि किस तरह से उनके अखबार पर सरकार के द्वारा हमले कराए गए, उन्हें डराने व धमकाने का प्रयास किया गया। लेकिन वो सत्ता के दबाव में नहीं आए और अपनी आवाज को अधिक मुखर करने के लिए प्रिंट के साथ-साथ यूट्यूब की दुनिया में भी आ गए। यूट्यूब पर भी संजय शर्मा ने इसी निडरता के साथ सत्ता से सवाल किए और सच को दिखाना जारी रखा। संजय शर्मा ने उन पर दबाव बनाने वाले व उन्हें धमकाने वाले अधिकारियों का शुक्रिया अदा किया कि अगर वो ऐसा न करते तो शायद उनके अंदर इतनी हिम्मत न आती और 4पीएम देश में नंबर एक पर न पहुंच पाता।
वटवृक्ष बनने की ओर अग्रसर चैनल
4पीएम धीरे-धीरे लोकप्रिय होता चला जा रहा है। पहले जहां एक चैनल सिर्फ यूपी में था अब उसकी कई शाखाएं अन्य राज्यों में फैल रही हैं। यहीं नहीं जिन राज्यों में यह चैनल नहीं है वहा भी इसकी मांग बढ़ रही है। यूट्यूब चैनल की पूरी टीम की मेहनत से 4 पीएम एक वटवृक्ष बनने की ओर अग्रसर है। आज 4पीएम नेशनल के अलावा 9 राज्यों के क्षेत्रीय चैनल भी हैं। जिनमें 4पीएम यूपी, बिहार, महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, 4पीएम गुजरात और इसके अलावा 4पीएम बॉलीवुड का भी चैनल शामिल है।
क्वालिटी ऑफ कंटेंट से कोई समझौता नहीं
सपांदक संजय शर्मा ने बताया कि यूट्यूब के लिए कमिटमेंट कितना जरूरी है। वो पिछले चार साल से एक भी दिन ब्रेक लिए बगैर सुबह 6 बजे अपना शो लेकर आते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि यूट्यूब के लिए कंटेंट जुटाना काफी कठिन काम है, क्वालिटी ऑफ कंटेंट ही यूट्यूब का किंग है। इसके लिए उनकी टीम काफी मेहनत करती है। उन्होंने बताया कि कैसे 4पीएम लोगों के बीच जाता है, लोगों की बात करता है और लोगों के दर्द को बांटता है, तभी वो देश में नंबर वन बना हुआ है।
सरकार की छुपी बात को बाहर निकालना ही खबर
सरकार जो बताती है वो विज्ञापन है, लेकिन सरकार जो छुपाती है वो खबर है। हमें वो ही खबर दिखानी है। क्योंकि सरकार की अच्छाइयां बताने के लिए तो उसके विभाग हैं। लेकिन उसकी कमियां दिखाना और उससे सवाल करना ही पत्रकारिता है। हम 2014 से पहले भी ये ही काम कर रहे थे और आज भी सरकार से ही सवाल जारी हैं। यही वजह है कि 4पीएम को भारत के साथ-साथ विदेशों में भी काफी देखा जा रहा है। फिर वो चाहें लंदन हो, अमेरिका हो, ऑस्ट्रेलिया हो या फिर खाड़ी देश हों, 4पीएम अपनी पहुंच बनाए हुए है।