तो जनता के पैसे से पीएम के कार्यक्रम में जुटायी जा रही भीड़!
प्रदेश सरकार ने अधिकारियों को आयोजन में लगाया
सर्वे से घबरायी है भाजपा, 4पीएम की परिचर्चा में उठे कई सवाल
4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के उद्घाटन से पहले घमासान जारी है। सपा गाजीपुर में अपना सम्मेलन करने जा रही थी लेकिन पीएम की सुरक्षा का हवाला देते हुए गाजीपुर प्रशासन ने इस पर रोक लगा दी। लोग हैरान है कि उद्घाटन स्थल से डेढ़ सौ किमी पर सपा का कार्यक्रम है, इससे पीएम को क्या खतरा होगा। वहीं योगी सरकार के अफसर विघ्न डालने में पीछे नहीं है। कहीं अफसर पीएम की सभा में भीड़ जुटाने के लिए बस तो कहीं सरकारी विभाग से पैसों के इंतजाम का लेटर जारी कर रहे हैं। सवाल यह है कि क्या जनता के पैसे से भीड़ जुटाया जाना उचित है? ऐसे कई सवाल उठे वरिष्ठï पत्रकार श्रवण गर्ग, शीतल पी सिंह, रंजीव, श्वेता आर रश्मि, अजय शुक्ला और 4पीएम के संपादक संजय शर्मा के बीच चली लंबी परिचर्चा में।
रंजीव ने कहा, यह अफरातफरी हालिया सर्वे के कारण दिखायी पड़ रही है, जिसमें कहा गया है कि सपा की सीटें बढ़ रही हैं और भाजपा की सीटें कम हो रही हैं। यह मनोवैज्ञानिक दवाब का परिणाम है लेकिन टैक्स प्रेयर के पैसे से भीड़ जुटाने की व्यवस्था नहीं की जानी चाहिए। यह पीएम के प्रति असम्मान है। श्वेता आर रश्मि ने कहा, जनता के पैसे से भीड़ जुटायी जा रही है। अधिकारियों को इसके लिए लगा दिया गया है। सरकार टैक्स पे्रयर के पैसे की बर्बादी कर रही है। शीतल पी सिंह ने कहा, पिछले तीन साल से सीएम हवाई यात्रा कर रहे हैं। सभाओं का संबोधन करते हैं और उसके लिए पार्टी और अधिकारी व्यवस्था करते हैं। यह स्थिति तब है जब प्रदेश की आर्थिक हालत खराब हो चुकी है।
श्रवण गर्ग ने कहा, पीएम की सभा में अगर भीड़ नहीं आयी तो आयोजकों की गर्दन नप जाएगी। अगर पीएम के कार्यक्रम में भीड़ नहीं होगी तो इसका संदेश गलत जाएगा। भाजपा डरी हुई है इसलिए ऐसा कर रही है। अजय शुक्ला ने कहा, हर चुनाव में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में पूरा सरकारी अमला और संसाधन का प्रयोग किया जाता है। इसमें आपदा राहत कोष का पैसा खर्च हो रहा है। यह जनता के मदद के लिए होता है।