भाजपा का अयोध्या से भावनाओं का नहीं, मुनाफे का लगाव: अखिलेश

बोले- हार के सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं मुख्यमंत्री

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ। सपा प्रमुख व पूर्व यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। अयोध्या में भाजपा ने सस्ते में अपनों को जमीनें खरीदवाईं और जब बेचकर निकलने का समय आया तो सरकार ने सर्किल रेट बढ़ाने का प्रबंध कर दिया।
अयोध्या की भूमि भाजपाई सौदेबाजी और मुनाफाखोरी की शिकार हुई है। अयोध्या की जनता तो पहले ही जान गई थी कि भाजपा का अयोध्या से भावनाओं का नहीं, बल्कि मुनाफे का लगाव है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार में हर तरफ लूट मची है। अयोध्या में जमीनों की खरीद और बिक्री में बड़े पैमाने पर हुई लूटखसोट सबके सामने आ चुकी है। अयोध्या में गरीब और किसान जब सर्किल रेट बढ़ाकर मुआवजे की मांग कर रहे थे, तब सरकार ने सर्किल रेट और मुआवजा नहीं बढ़ाया। जब भाजपा के लोगों और कारोबारियों ने जमीनें सस्ते में खरीद लीं तब उन्हें ज्यादा मुनाफा दिलाने के लिए सरकार ने सर्किल रेट बढ़ा दिया।

सपा के आरोप की मुख्य निर्वाचन अधिकारी जल्द जांच कराएंगे

समाजवादी पार्टी ने आगामी उपचुनाव से पहले जाति और सांप्रदायिक आधार पर विधानसभा क्षेत्र में तैनात बीएओ को हटाने का आरोप लगाया था। इस संबंध में सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार को पत्र लिखकर आपत्ति जताई। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा था। सपा ने आरोप लगाया था कि पहले से नियुक्त बीएलओ में लगभग सभी मुस्लिम और यादव बीएओ को हटा दिया गया है। उनके स्थान पर भाजपा के समर्थक माने जाने वाले जातीय और सांप्रदायिक समूहों के कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। इसके अलावा मुरादाबाद मंडल में तैनात कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह को चुनाव प्रभावित करने के लिए बार-बार सेवा विस्तार दिया जा रहा है। उधर उत्तर प्रदेश मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने कहा है कि विधानसभा उपचुनाव से पहले बीएलओ को हटाने के निर्देश उन्होंने नहीं दिए थे। इस संबंध में चुनाव पंजीकरण अधिकारी (ईआरओ) निर्णय लेते हैं। इस संबंध में मुख्य निर्वाचन आयुक्त का पत्र अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। अगर ऐसा मामला आता है तो जांच कराई जाएगी।

लाल रंग इमोशन का रंग है

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लाल टोपी काले कारनामे वाले बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लाल रंग और उससे जुड़ी भावनाओं को नहीं समझ सकते हैं। लाल रंग क्रांति का है। लाल रंग इमोशन का है और मेल मिलाप का है। लाल रंग खुशी का है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लोकसभा चुनाव के हार के सदमे से नहीं उबर पा रहे हैं। जनता से भयभीत हैं, इसीलिए उन्हें हर जगह लाल-लाल दिखाई दे रहा है।

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