उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी एक मजबूत विकल्प : सिसौदिया
चुनावी अभियान की शुरुआत करते हुए भाजपा व कांग्रेस को घेरा
देहरादून। आम आदमी पार्टी (आप) ने पहाड़ पर चुनावी अभियान की शुरुआत उत्तरकाशी से की। यहां आयोजित जनसभा में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि चुनाव अभियान की आधार शिला उत्तरकाशी में रखी जा रही है और नींव का पत्थर अजय कोठियाल के नाम से रखा गया है। जनसभा में मनीष सिसोदिया ने कहा कि राज्य निर्माण के लिए यहां के लोगों ने खून पसीना बहाया, लेकिन राज्य बनने के बाद वोट गलत जगह दिया, लेकिन उनके पास विकल्प नहीं था लेकिन अब आम आदमी पार्टी एक मजबूत विकल्प है।
सिसौदिया ने कहा कि कर्नल कोठियाल केवल गंगोत्री विधायक या उत्तराखंड के सीएम पद के लिए नहीं लड़ रहे हैं बल्कि उत्तराखंड के नवनिर्माण के लिए खड़े हैं। सिसोदिया ने कहा कि भाजपा व कांग्रेस पूरे राज्य में एक सरकारी स्कूल बता दें जहां निजी स्कूलों को छोड़ कर बच्चे आ रहे हों। वहीं दिल्ली में निजी स्कूलों को छोड़ कर बच्चे सरकारी स्कूलों में आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीट परीक्षा में दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों ने दबदबा बनाया है।
सिसोदिया ने कहा दिल्ली में मंहगी बिजली खरीदने के बावजूद वहां की 80 फीसदी जनता का बिल शून्य आता है। उत्तराखंड में बिजली बनती है, लेकिन फिर भी महंगी है। उन्होंने कहा जो दिल्ली में हो सकता है वह उत्तराखंड में क्यों नहीं। सिसोदिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी तो उत्तराखंड में भी सस्ती बिजली, बेहतर स्कूल व मोहल्ला क्लीनिक होंगे।
उत्तराखंड के जहाज को डुबा रहे हैं भाजपा और कांग्रेस : कोठियाल
सिसोदिया ने कहा कि जब कांग्रेस व भाजपा वाले वोट मांगने आएं तो उनसे यह सवाल जरूर पूछना कि 21 सालों से उत्तराखंड की जनता से छलावा क्यों किया। दिल्ली में सरकार में आते ही आप ने शिक्षकों का वेतन बढ़ाया, लॉकडाउन में लोगों को राहत दी और रोजगार दिया। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 5 हजार से 10 हजार रुपये किया। लोगों के लिए मोहल्ला क्लीनिक भी खोले गए।
कर्नल अजय कोठियाल (सेनि) ने कहा कि उन्होंने लीडरशिप फौज से सीखी है। विपरीत परिस्थितियों में काम करने का जज्बा फौज की वर्दी ने उन्हें सिखाया है। कोठियाल ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि आप पार्टी ने मेरी कर्मभूमि से ही मुझे चुनाव लड़ने की अनुमति दी है। कोठियाल ने कहा कि भाजपा व कांग्रेस उत्तराखंड के जहाज को डुबा रहे हैं। युवाओं के चेहरों से मुस्कराहट गायब हो गई है।