कंगना के कृषि कानून वाले के बयान पर भाजपा की बढ़ी मुश्किलें ! मचा सियासी घमासान 

बॉलीवुड एक्ट्रेस और भाजपा सासंद कंगना रनौत ने कृषि कानूनों को लेकर बुधवार (25 सितम्बर) को एक बयान दिया है...

4PM न्यूज नेटवर्क: बॉलीवुड एक्ट्रेस और भाजपा सासंद कंगना रनौत ने कृषि कानूनों को लेकर बुधवार (25 सितम्बर) को एक बयान दिया है। जिसे लेकर कंगना रनौत को अपनी ही पार्टी से आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, कंगना रनौत ने कहा था कि “मुझे पता है कि यह विवादास्पद होगा। लेकिन मुझे लगता है कि निरस्त किए गए कृषि कानूनों को वापस लाया जाना चाहिए। किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए। वह देश के विकास के स्तंभ हैं। मेरी उनसे अपील है कि अपने भले के लिए कानूनों की वापसी की मांग करें। इस बयान को लेकर अब राजनीति गरमाई हुई है। भारतीय जनता पार्टी ने खुद को कंगना के बयान से अलग-थलग कर लिया है।  जिसके बाद कंगना को आगे आकर सफाई देनी पड़ी है। उन्होंने आज स्पष्ट किया कि ये उनके निजी विचार थे। वह पार्टी के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करतीं।

कंगना रनौत के बयान से गरमाई सियासत

कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से ‘एक्स’ पर कंगना रनौत का एक बिना तारीख वाला वीडियो शेयर किया। इसमें वह कथित तौर पर हिंदी में कह रही हैं कि जो कृषि कानून निरस्त किए गए हैं उन्हें वापस लाया जाना चाहिए। मुझे लगता है कि यह विवादास्पद हो सकता है। किसानों के हित में कानून वापस लाने चाहिए। किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए, ताकि उनकी समृद्धि में कोई रुकावट नहीं रहे।

आपको बता दें कि कांग्रेस ने वीडियो के साथ एक पोस्ट में कहा कि किसानों पर थोपे गए तीनों काले कानून वापस लाए जाएं, यह बात बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने कही है। देश के 750 से अधिक किसान शहीद हो गए, तब जाकर मोदी सरकार जागी और ये काले कानून वापस लिए गए। इसके साथ ही कांग्रेस ने आरोप लगाया कि अब बीजेपी सांसद इन कानूनों को वापस लाने की योजना बना रहे हैं।

वहीं भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने मामले में कहा कि बीजेपी सांसद कंगना रनौत का केंद्र सरकार द्वारा वापस लिए गए कृषि बिलों पर दिया गया बयान सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है। मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि यह बयान उनका निजी बयान है। इस मुद्दे पर वह बीजेपी की ओर से कोई बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं।

 

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