चंद्र ग्रहण के दौरान न करें ये काम

इस महीने की 19 तारीख को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण लग रहा है. ये इस साल का अंतिम चंद्र ग्रहण होगा इसके पंद्रह दिन बाद सूर्य ग्रहण भी लगेगा. ऐसा देखा जाता है कि ग्रहण कोई भी लोगों इस विषय को लेकर जिज्ञासा बनी रहती हे. हलांकि आपको बता दें कि इस बार चंद्र ग्रहण आंशिक रूप से ही हमारे देश भारत में पड़ रहा है. हमारे देश में यह खडास चंद्रग्रहण कल दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर प्रारंभ होगा और 4 बजकर 17 तक जारी रहेगा. इससे इस सदी का सबसे लंबा ग्रहण भी कहा जा रहा है.
वहीं दूसरी ओर इस बार चंद्रग्रहण भारत में असम, मणिपुर में ही देखा जा सकेगा. विज्ञान के अनुसार जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है तब कहीं जाकर चंद्र ग्रहण होता है. इस बार यह आंशिक रूप से हेागा. इसी वजह से इस बार चंद्रमा का रंग नहीं बदलेगा. ग्रहण काल में पूजा पाठ का अपना अलग ही महत्व होता है जिसके विषय में विस्तार से विभिन्न धर्म ग्रंथों में बताया गया है.
ज्योतिष के अनुसार ऐसी मान्यता शकि ग्रहण हमेशा ही दुष परिणाम लेकर ही आता है. ऐसे में इस दिन ग्रहण काल चंद्रमा पीडि़त होगा इससे मानसिक तनाव और सिर में भारीपन की समस्या का सामना आपको करना पड़ सकता है. वहीं दूसरी ओर इस दिन कई ऐसे योग बन रहे हैं, जिनको ज्योतिषीय की दृष्टि से अशुभ माना जा रहा है. ऐसे में हम आपको इस अशुभता से बचने के कुछ ज्योतिषीय उपायों के बारे में बता रहे हैं जो ग्रहों की होने वाली अशुभता को एक हद तक कम कर सकते हैं.
आप मानसिक तौर पर कुछ विचलित महसूस करेंगे अत: अगले 10 दिनों तक कोई भी ऐसा फैसला न लें जो आने वाले वक्त में आपके लिए भारी साबित हो. यदि ऐसी परिस्थितियां बन भी जाएं कि आपको कोई फैसला लेना पड़े तो ऐसे में अपने से बड़े और अनुभवी व्यक्ति का सहयोग जरूर लें जो आपके लिए लाभप्रद हो सकता है.
ग्रहों की अशुभता के प्रभाव को कम करने के लिए आप इन दिन गुरू मंत्र का जप करें
ऐसी मान्यता है और शास्त्रों में भी उल्लेख किया गया है कि ग्रहण के दौरान महामृत्युंजे का जप करना बहुत ही शुभदायी होता है. इसके साथ ही आप इस दिन आप ईष्ट देव और कुल के देवी देवता भी पूजा करें.
ऐसा भी कहा जाता है कि इन दिन अपनी राशि से संबंधित चीजों का दान करें, इससे आपको लाभ मिलेगा.
वृषभ राशि के लोगों के लिए ये वक्त सावधान रहने वाला है क्यों कि साल का दूसरा व अंतिम चंद्र ग्रहण वृषभ राशि में लगेागा. ग्रहण काल में आपको वाहन आदि में सावधानी बरतनी होगी साथ ही आप मानसिक तनाव का शिकार हो सकते हैं.

नोट- यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.

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