करवा चौथ के व्रत से वैवाहिक समस्याएं होती हैं दूर

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
करवा चौथ व्रत को बहुत कठिन माना जाता है। मान्यता है करवा चौथ का व्रत रखने से पति की उम्र लंबी होती है और वैवाहिक जीवन में खुशियां आती हैं। यदि वैवाहिक जीवन में तनाव या समस्याएं हों तो करवा चौथ का व्रत करने से वे दूर हो जाती हैं। करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। उस दिन कार्तिक संकष्टी चतुर्थी होती है, जिसे वक्रतुंड संकष्टी चतुर्थी कहते हैं। करवा चौथ पर करवा माता की पूजा की जाती है और पूजा के बाद चंद्र दर्शन करते हुए अर्घ्य देकर पति के हाथों से पानी पीकर व्रत का पारण किया जाता है। इसके बिना करवा चौथ का व्रत पूरा नहीं होता है। इस त्योहार पर सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं करवा चौथ पर विशेष रूप भगवान गणेश और चंद्रदेव की पूजा का विधान है। करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और सुख समृद्धि के लिए रखती हैं।

पूजा विधि

करवा चौथ के दिन सुबह ही स्नान कर लेना चाहिए। इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण करें। अब पूजा करने के लिए सभी सामग्रियों को एकत्रित कर लें। फिर घर के मंदिर की दीवारों पर गेरू से फलक बनाकर करवा का चित्र बनाएं। इसके बाद महिलाएं मुहूर्त के अनुसार पूजा स्थान पर अपना स्थान लें, और करवा माता की कथा सुनें। कथा के बाद सभी बड़ो का आशीर्वाद लें। शाम के समय आप एक चौकी लगाएं, उसपर लाल रंग का वस्त्र बिछाएं। फिर उसपर पर करवा माता की तस्वीर स्थापित कर लें, और चौकी के पास एक दीया जलाएं। इस दौरान एक करवा चावल भरकर उसे दक्षिणा के रूप में रख दें।

पूजा मुहूर्त

इस साल करवा चौथ पर पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 20 अक्तूबर 2024 की शाम 5 बजकर 46 मिनट से शुरू होगा। ये मुहूर्त शाम 7 बजकर 02 मिनट तक रहने वाला है। इस दौरान आप विधि विधान से करवा माता की आराधना और कथा सुन सकते हैं।

ना करें ये गलतियां

करवा चौथ का पर्व पति-पत्नी के बीच के रिश्ते को मजबूत करने और अखंड सौभाग्य पाने का होता है। इसलिए इस दिन सोलह श्रृंगार जरूर करें। सोलह श्रृंगार न सिर्फ सुहाग का प्रतीक होता है बल्कि यह शुभता को भी दर्शाता है। बिना सोलह श्रृंगार के पूजा करने की गलती ना करें। करवा चौथ के दिन बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने का बड़ा महत्व है। लिहाजा इस दिन बड़े-बुजुर्गों का अपमान करने की गलती न करें, वरना विधि-विधान से पूजा करने के बाद भी उसका पूरा फल नहीं मिलेगा। करवा चौथ 2024 के दिन शुभ रंग पहनना चाहिए जैसे- लाल, हरे या पीले रंग। करवा चौथ के दिन नीले, काले या भूरे रंग के कपड़े पहनने की गलती ना करें। इन तीनों रंगों का संबंध शनि देव से है और करवा चौथ के दिन ये रंग पहनना आपके जीवन पर संकट ला सकता है। साथ ही वैवाहिक जीवन में समस्याएं पैदा कर सकता है। करवा चौथ के दिन सफेद रंग के कपड़े भी ना पहनें। करवा चौथ के दिन श्रृंगार के सामान का दान ना करें। ना ही इस दिन चांदी, दूध, दही या सफेद चावल दान करें।

करवा चौथ की तिथि

हर साल कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का त्योहार मनाया जाता है। इस बार करवा चौथ का व्रत 20 अक्तूबर को मनाया जाएगा। कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि का आरंभ इस साल 20 अक्तूबर 2024 को सुबह 6 बजकर 46 मिनट से होगा और यह अगले दिन 21 अक्तूबर 2024 को सुबह 4 बजकर 16 मिनट पर समाप्त हो जाएगी।

क्या करें

करवा चौथ के व्रत के लिए कुछ खास नियम का पालन करना व्रती महिलाओं के लिए बहुत आवश्यक होता है। अन्यथा आपका व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलता है। करवा चौथ पर विवाहित महिलाओं को 16 श्रृंगार करना चाहिए। साथ ही हाथों में मेहंदी भी जरूर लगानी चाहिए। जो महिलाएं करवा चौथ पर 16 श्रृंगार करके करवा माता की पूजा करती हैं, उन्हें अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है। लाल रंग सुहागिन की निशानी होती है, इसीलिए इस दिन लाल रंग के कपड़े जरूर पहनने चाहिए।

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