संजय राउत के भाई पर एफआईआर से महाराष्ट्र में गरमाई सियासत

राउत बोले- 23 के बाद हम पूरा हिसाब चुकता कर देंगे

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। महाराष्ट्र चुनाव के बीच वहां की राजनीति में उतार-चढ़ाव जारी है। महायूति व महाविकास अघाड़ी में उठापटक भी जारी है। कभी भाजपा, शिवसेना व एनसीपी में खटपट नजर आ रही है तो कभी कांग्रेस व उसके सहयोगियों के बीच रस्साकशी दिखाई देती है। उधर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने अपने भाई सुनील राउत पर एफआईआर दर्ज होने पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अभी तो सिर्फ केस दर्ज हुआ है, चुनाव के दौरान हमारे खिलाफ फर्जी केस दर्ज किए जाएंगे, फिर हमें भी जेल भेजा जाएगा, हम इन सबसे नहीं डरते. 23 नवंबर के बाद हम इनका पूरा हिसाब चुकता कर देंगे।
दूसरी तरफ शिवसेना (यूबीटी) नेता और मुंबा देवी सीट से उम्मीदवार सुनील राउत के कथित आपत्तिजनक बयान पर शाइना एनसी ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, सुनील राउत की ओर से यह सबसे प्रतिगामी टिप्पणी है, एक तरफ वे हमें बकरी कहते हैं और माल शब्द का इस्तेमाल करते हैं. दिमाग और विचार प्रक्रिया को देखें। बता दें कि मुंबई पुलिस ने सुनील राउत के खिलाफ प्रतिद्वंद्वी शिवसेना नेता सुवर्णा करंजे को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है. सुनील राउत और करंजे मुंबई की विक्रोली विधानसभा सीट पर एक दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। इसके अलावा संजय राउत ने अमेरिकी चुनाव पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा, आज अमेरिका में चुनाव हो रहा है और बैलेट पेपर पर हो रहा है, हिंदुस्तान में ईवीएम के ऊपर आज भी लोगों के मन में संदेह है तो आज कैसे निष्पक्ष चुनाव की बात की जा सकती है?

शाइना एनसी ने कांग्रेस की चुप्पी पर उठाए सवाल

शाइना एनसी ने आगे कहा, एक तरफ हमारे पास एक प्रधानमंत्री हैं, जो महिलाओं का सम्मान करते एक मुख्यमंत्री हैं, जिसने हमें लडक़ी बहन योजना के साथ सशक्त बनाया है और दूसरी तरफ हमारे पास महाविनाश अखाड़ी है, जहां कोई हमें वस्तु के रूप में संदर्भित करता है. महाराष्ट्र की महिलाओं को इस असंवेदनशील टिप्पणी के खिलाफ जागने का समय आ गया है, कांग्रेस बिल्कुल चुप है, हम 20 नवंबर को इसका मुंहतोड़ जवाब देंगे।

उद्धव ठाकरे ने पांच बड़े नेताओं को किया सस्पेंड

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बीच उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी ने बागियों पर बड़ा एक्शन लिया है, उद्धव ठाकरे ने बागियों पर कार्रवाई करते हुए पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पांच नेताओं को निष्कासित कर दिया है, इनमें भिवंडी के पूर्व विधायक रूपेश म्हात्रे, विश्वास नांदेकर, चंद्रकांत घुगुल, संजय अवारी और प्रसाद ठाकरे शामिल हैं। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के भिवंडी लोकसभा क्षेत्र के संपर्क प्रमुख रूपेश म्हात्रे को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के आदेश पर पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है, रूपेश म्हात्रे ने भिवंडी पूर्व विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लडऩे का फैसला किया, लेकिन बताया जाता है कि उन्हें पार्टी विरोधी बयानों और गतिविधियों के कारण निष्कासित कर दिया गया था, हालांकि उस समय उन्होंने अपना आवेदन वापस ले लिया था।

भाजपा व एनसीपी में उभरे मतभेद

बीजेपी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का एनसीपी उम्मीदवार नवाब मलिक को लेकर बड़ा बयान सामने आया है। एक इंटरव्यू के दौरान उनसे पूछा गया कि आपके विरोध करने के बावजूद अजित पवार ने नवाब मलिक को टिकट दिया, इसपर उन्होंने कहा कि मुझे निश्चित रूप से ऐसा लगता है कि अजित पवार की पार्टी ने ये सही काम नहीं किया। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था, हमने उनसे स्पष्ट शब्दों में कहा था, इसके बावजूद उन्होंने ऐसा किया। इसलिए हमारी पार्टी ने वहां पर शिवसेना का एक कैंडिडेट भी उतार दिया है, हम शिवसेना का काम करेंगे। बता दें कि अजित पवार की पार्टी की तरफ से नवाब मलिक को मानखुर्द शिवाजीनगर विधानसभा सीट से टिकट दिया गया है, जिसका बीजेपी और शिवसेना शिंदे की तरफ से विरोध किया जा रहा है।

सलमान खान को लॉरेंस बिश्नोई के नाम से फिर मिली धमकी

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को फिर से मिली लॉरेंस बिश्नोई के नाम की धमकी मिली है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मुंबई पुलिस की ट्रैफिक कंट्रोल सेल को लॉरेंस बिश्नोई के नाम से धमकी भरा मैसेज मिला है।
पुलिस ने आगे बताया कि ट्रैफिक कंट्रोल रूम को भेजे गए मैसेज में दावा किया गया है कि लॉरेंस बिश्नोई का भाई बोल रहा है और अगर सलमान खान जिंदा रहना चाहते हैं तो उन्हें हमारे मंदिर में जाकर माफी मांगनी चाहिए या 5 करोड़ रुपये देने चाहिए, ऐसा न करने पर जान से मार देंगे, हमारी गैंग आज भी सक्रिय है। पुलिस ने आगे बताया कि उन्हें यह धमकी भरे मैसेज की जानकारी कल मिली, जब आधी रात को ट्रैफिक कंट्रोल रूम में काम करने वाले अधिकारी ने यह पड़ा। पुलिस फिलहाल धमकी देने वाले शख्स की तलाश कर रही है। कुछ दिन पहले भी सलमान खान को जान से मारने की धमकी मिली थी। इस मामले में पुलिस ने नोएडा के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। वर्ली पुलिस ने एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुंबई पुलिस के ट्रैफिक हेल्पलाइन नंबर पर कई व्हाट्सएप संदेश भेज बॉलीवुड सुपरस्टार से 2 करोड़ रुपये की मांग करने का मामला दर्ज किया था।

आंध्र प्रदेश: टीडीपी-एनडीए सरकार में रार!

पवन कल्याण ने साधा राज्य की गृह मंत्री पर निशाना

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
हैदराबाद। क्या एनडीए में सबकुछ ठीकठाक चल रहा है? यह सवाल हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि आंध्र प्रदेश में एनडीए के घटक आपस में ही भिड़ते दिख रहे हैं। हम आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि अगर वह राज्य के गृह मंत्री होते तो स्थिति अलग होती।
पवन कल्याण की इस टिप्पणी को राज्य की गृह मंत्री वांगलापुडी अनिता की प्रत्यक्ष रूप से आलोचना के तौर पर देखा जा रहा है। पिथापुरम निर्वाचन क्षेत्र के गोल्लाप्रोलु में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कल्याण ने अनिता से जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए कहा। कल्याण ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कानून व्यवस्था मॉडल का जिक्र करते कहा, इन अपराधियों से उसी तरह निपटा जाना चाहिए, जैसा उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के शासन में निपटा जा रहा है।
तब तक वे नहीं सुनेंगे।’’ हम आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख चंद्रबाबू के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में पवन कल्याणा पंचायत राज, वन और पर्यावरण विभाग संभाल रहे हैं।

राज्य की कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल

कल्याण ने कहा, मैं गृह मंत्री अनिता से कहना चाहता हूं कि आप गृह मंत्री हैं…कृपया गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी संभालिए। अगर मैं गृह मंत्रालय का कार्यभार संभाल रहा होता तो स्थिति अलग होती, यह याद रखिए। कल्याण की इन टिप्पणियों को इस बात का संकेत माना जा रहा है कि यदि जरुरत पड़ी तो उन्हें यह भूमिका संभालने का अधिकार है। कल्याण ने कानून व्यवस्था से संबंधित मुद्दों, विशेषकर तिरुपति जिले में एक रिश्तेदार द्वारा चार वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना के बाद यह टिप्पणी की है। पवन कल्याण ने पुलिस की आलोचना करते हुए दावा किया कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के अपने कर्तव्य की उपेक्षा की है। उन्होंने कहा कि अपराधियों की कोई जाति या धर्म नहीं होता।

अब कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे शरद पवार

चुनावी राजनीति से संन्यास के दिए संकेत, बोले- कहीं तो रुकना पड़ेगा

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मुंबई। एनसीपी एसपी के प्रमुख शरद पवार ने ऐसे संकेत दिए हैं कि वे अब कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे। शरद पवार ने कहा कि कहीं तो रुकना पड़ेगा। महाराष्ट्र चुनाव से पहले शरद पवार का यह बड़ा बयान सामने आया है। शरद पवार ने कहा कि मैं कोई चुनाव नहीं लडऩा चाहता। चुनाव को लेकर मुझे अब रुकना चाहिए और नई पीढ़ी को आगे आना चाहिए।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और महाराष्ट्र की राजनीति के दिग्गज नेता शरद पवार ने कहा कि अब तक 14 बार चुनाव लड़ा हूं, सत्ता नहीं चाहिए, बस समाज के लिए काम करना चाहता हूं। शरद पवार ने अपने बारामती दौरे के दौरान कहा, मैं सत्ता में नहीं हूं। मैं राज्यसभा में हूं। मेरे पास अभी भी डेढ़ साल का वक्त बाकी है। डेढ़ साल बाद मुझे सोचना होगा कि राज्यसभा जाऊं या नहीं। लोकसभा तो मैं नहीं लड़ूंगा। कोई भी चुनाव नहीं लड़ूंगा। कितने चुनाव लड़े जाएं? अब तक 14 चुनाव हो चुके हैं। आपने एक बार भी घर नहीं बैठाया मुझे। हर बार मुझे निर्वाचित कर रहे हैं तो कहीं तो थमना ही चाहिए। मैंने इस सूत्र पर काम करना शुरू कर दिया है कि नई पीढ़ी को अब आगे आना चाहिए।

जम्मू-कश्मीर से हटेगा आर्टिकल 370!

राज्य की विधानसभा में सियासी घमासान
पीडीपी ने लाया प्रस्ताव सदन में भारी हंगामा
भाजपा समेत अन्य दलों ने की आलोचना

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
श्रीनगर। 6 साल बाद जम्मू-कश्मीर का पहला विधानसभा का सत्र के दौरान आर्टिकल 370 हटाने के खिलाफ प्रस्ताव पर भारी हंगामा हुआ। पीडीपी ने इस मामले को जोरशोर से उठाया। जिस तरह से मुद्दे को उठाया गया ऐसा लगता है कि इसको फिर से वापसी करवाने के लिए दबाव बनाने की कोशिश हो रही है ये तो आने वाले समय में पता चलेगा कि इसका लाभ होता है कि नहीं।
वहीं उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने विधानसभा को संबोधित करते हुए कहा, मेरी सरकार राज्य को बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी। अनुच्छेद 370 को खत्म करने के खिलाफ प्रस्ताव पेश करने पर पारा ने सदस्यों के बीच उत्साहपूर्ण चर्चा शुरू कर दी, जिससे क्षेत्र की विशेष स्थिति को लेकर चल रहे तनाव पर प्रकाश डाला गया। विधानसभा का सत्र जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य से जुड़ी जटिलताओं और गहरी जड़ों वाली भावनाओं को प्रतिबिंबित करता है।

पीडीपी की मानसिकता पर सवाल, शगुन ने किया प्रहार

जम्मू-कश्मीर विधानसभा के पहले दिन के सत्र में पीडीपी द्वारा हंगामे पर सत्ताधारी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी नेता शगुन परिहार ने कहा, पीडीपी ने पहले भी क्रूर मानसिकता का प्रदर्शन किया है और आज सदन में भी उन्होंने वही दोहराया। कांग्रेस नेता इरफान लोन ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के अवाम को जम्हूरियत के हक से महरूम रखा गया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यहां चुनाव हुए और आज इस सदन की कार्रवाई हुई। लोग उम्मीद करते हैं कि उनके उम्मीदवार सदन में उनकी आवाज उठाएंगे। उन्होंने एलजी के भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि उसमें पीडीपी के एमएलए द्वारा प्रस्ताव पेश करने की कोई गुंजाइश नहीं थी।

रेजोल्यूशन पेश करना कोई सियासत नहीं : पीडीपी

पीडीपी नेता वहीद पर्रा ने अपने रेजोल्यूशन का बचाव करते हुए कहा, हमारा रेजोल्यूशन पेश करना कोई सियासत की गरज से नहीं था, बल्कि यह यहां के कद्दावर नेता शेख अब्दुल्ला की विरासत और जम्मू के हिंदू राजा द्वारा बनाई गई रियासत की पुनस्र्थापना की मांग करता है। मुझे नहीं लगता कि किसी को इसकी खिलाफत करनी चाहिए थी। लोगों ने इन्हीं बुनियादों पर सरकार को इस ऐवान में चुनकर भेजा है।

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