काटोगे-बांटोगे अब नहीं चलेगा: चंद्रशेखर

  • बोले- डर गए हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

4पीएम न्यूज़ नेटवर्क
मीरापुर। उत्तर प्रदेश में 9 सीटों पर उपचुनाव होना है, जिसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों के नेता चुनाव प्रचार में जुटे हुए है। इसी बीच नेताओं की बयानबाजी भी खूब सामने आ रही है। इसी क्रम में आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष मीरापुर विधानसभा पर अपने प्रत्याशी जाहिद हुसैन के समर्थन में जनसभा करने पहुंचे थे। वहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी पर जमकर निशाना साधा। चंद्रशेखर ने कहा कि मुख्यमंत्री डर गए हैं, सात साल से सर्वोच्च स्थान पर बैठे आदमी कह रहें हैं डर जाओ।
आजाद ने कहा कि चुनाव में बीजेपी न बटेंगे न कटेंगे का नारा देती है और हमने नारा दिया है, पढ़ोगे तो और आगे बढ़ोगे। काटोगे बांटोगे अब नहीं चलेगा, कुछ नया लाएं सीएम। लोकसभा में जनता ने 44 सीट हारा दी, जनता उनके खिलाफ खड़ी हो गई है। फतेहपुर में पत्रकार दिलीप की हत्या, पुलिस कस्टडी में मोहित पांडेय की हत्या, लखनऊ में अमन गौतम की हत्या, गाजियाबाद में वकीलों पर लाठीचार्ज, सीएम के पास इसका जवाब है। चंद्रशेखर ने कहा कि मुझे डर है ये लोग माहौल खराब न करा दें झगड़ा न करा दें, इनके नेताओं के भाषण डरे हुए हैं।

बहनजी हमारी बड़ी नेता

नगीना सांसद ने कहा कि बहनजी हमारी बड़ी नेता हैं, लेकिन षड्यंत्रकारियों से लडऩे के लिए चंद्रशेखर जैसे व्यक्ति की जरूरत है। भाजपा हार रही है, इस डर से चुनाव की तारीख बदल रही है। राजस्थान और बिहार में भी उपचुनाव है। वहां क्यों नहीं तारीख बदली। बीजेपी और सपा के नेताओं के मुजफ्फरनगर दंगे की मीरापुर में एंट्री के बयानों पर कहा भाजपा के लोग जब तक मुजफ्फरनगर दंगे पर बात नहीं करेंगे, वोट नहीं मिलेगी। इनका पेट नहीं भरेगा। वो दंगे की बात करेंगे हम रोजगार की।

हम अपने बलबूते लड़ेंगे चुनाव

ओवैसी से गठबंधन न होने पर चंद्रशेखर ने जवाब दिया कि मैं ओवैसी का सम्मान करता हूं अच्छे नेता हैं। हम अपने बलबूते चुनाव लडक़र देखना चाहते हैं, हम कहां खड़े हैं और जो कमियां हैं, उन्हें दो साल में दूर करेंगे। हो सकता है भविष्य में सब साथ लड़ें। आजाद ने ककहा कि जयंत चौधरी हमारे भाई हैं, चौधरी चरण सिंह और अजीत सिंह हमारे नेता हैं। मैं नेताजी का भी सम्मान करता हूं, कांग्रेस को सीट ना देने पर अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए भीम आर्मी के मुखिया ने कहा कि मैंने सुना है, हम इग्नोर होने वाले लोग हैं। यहां त्याग की कोई इज्जत नहीं है। कोई सम्मान नहीं है।

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